गोरखपुर : जिले के खजनी तहसील इलाके के सरया तिवारी गांव में भारतीय जनता पार्टी के खजनी मंडल अध्यक्ष धरणीधर राम त्रिपाठी ने हथौड़ा चलाकर पड़ोसी की बाउंड्रीवाल को ध्वस्त कर दिया. इसका वीडियाे भी सामने आया है. इसमें वह हथौड़ा चलाते नजर आ रहे हैं. हालांकि ईटीवी भारत वीडियो की आधिकारिक पुष्टि नहीं करता है. पीड़ित परिवार का आरोप है कि भाजपा नेता ने उनकी पिटाई भी की है. घटना 5 दिन पहले की बताई जा रही है. पीड़ित का कहना है कि थानेदार से लेकर एसडीएम से भी मिल चुके हैं, इसके बावजूद सुनवाई नहीं हुई. मुख्यमंत्री कार्यालय में भी शिकायत की जा चुकी है.
शनिवार काे पीड़ित परिवार के अरुण त्रिपाठी ने मीडियाकर्मियों के समक्ष पूरे मामले काे रखा. उनका आरोप है कि 35 से 40 वर्ष पूर्व उनके परिवार ने बाउंड्रीवाल बनवाया था. इसका मालिकाना हक अरुण कुमार त्रिपाठी, रामनरेश त्रिपाठी और संजय त्रिपाठी के पास है. चुनावी रंजिश के कारण धरणीधर राम त्रिपाठी ने बाउंड्रीवाल काे गिरा दिया. भाजपा नेता की माता गांव की प्रधान भी हैं. आरोप है कि बाउंड्रीवाल तोड़ने का विरोध करने पर भाजपा नेता ने गालियां दीं, पिटाई भी की. घटना की सूचना तत्काल 112 नंबर पर दी गई थी. मौके पर भी पुलिस आई. प्रार्थना पत्र थाने से लेकर तहसील तक दिया गया, वीडियो भी उपलब्ध कराया. इसके बावजूद कार्रवाई नहीं हुई.
पीड़ित का कहना है कि बिना सहमति लिए उनकी बाउंड्री को तोड़ा गया. विरोध करने पर जानमाल की धमकी भी दी गई. थानाध्यक्ष खजनी सुबोध कुमार ने बताया कि मामला राजस्व से जुड़ा हुआ है. पुलिस उसमें तभी कोई एक्शन लेगी जब राजस्व से जुड़े हुए अधिकारियों की रिपोर्ट आ जाएगी. घटना का संज्ञान लिया गया है. एसडीएम के स्तर से मामले की जांच की जा रही है. उनकी जांच रिपोर्ट मिलते ही कार्रवाई होगी. राजस्व के मामले में पुलिस दखल नहीं देती.
वहीं इस मामले में भाजपा नेता धरणीधर राम त्रिपाठी ने बताया कि मुझ पर लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद हैं. बाउंड्रीवाल किसी और की है. एक सार्वजनिक रास्ते काे चौड़ा करने के लिए इसे तोड़ना जरूरी था. जो परिवार आरोप लगा रहा है वह गांव से बाहर रहता है, बाउंड्रीवाल दूसरे की है. वह इसे तोड़ने का विरोध नहीं कर रहे हैं. मैंने मजदूरों को बताने के लिए हथौड़ा उठाया था. हथौड़ा चलाकर बाउंड्रीवाल कहां तक तोड़नी है, यह बता रहा था. इस बीच किसी ने वीडियाे बना लिया.
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