लखनऊ: उत्तर प्रदेश में आयुष विभाग कि ओर से बेहतर चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए बीते दिनों डॉक्टरों की नियुक्ति की गई थी. इस कड़ी में अब स्वास्थ्य और शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए आयुष विभाग की ओर से विश्वविद्यालय खोले जाने की बात सामने आई है. इसके लिए प्रदेश में कई जिलों में जमीन देखी जा रही है, जिसमें गोरखपुर का नाम भी संभावित जिलों में माना जा रहा है. अनुमान है कि जल्द ही यहां पर आयुष विश्वविद्यालय बन सकता है, जिसके लिए कैबिनेट में प्रस्ताव भी भेजा जा चुका है.
उत्तर प्रदेश में आयुष के चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवाओं के साथ शिक्षा पर भी अब आयुष विभाग की नजर है. इस कड़ी में प्रदेश में बीते दिनों आयुष स्वास्थ्य एवं शिक्षा को बेहतर करने के लिए आयुष विभाग कि ओर से उत्तर प्रदेश में जमीन खोजी जा रही है. वहीं अगर शासन के हिसाब से सब ठीक रहा तो प्रदेश का पहला आयुष विश्वविद्यालय गोरखपुर जिले में खुल सकता है.
गोरखपुर में प्रदेश का पहला आयुष विश्वविद्यालय खोले जाने की तैयारी चल रही है. हालांकि अभी यह तैयारियां पूरी तरह से जमीन पर नहीं उतर पाई है. मुख्यमंत्री के दौरे में इस संबंध में प्रशासन ने चर्चा की थी. इसके बाद आयुष विभाग से जुड़े अफसरों के मुताबिक शासन की तरफ से जिला प्रशासन को इसके लिए प्रस्ताव भी रखा गया. हालांकि अभी इस पूरे मामले पर कोई ठोस बात आयुष विभाग की तरफ से सामने नहीं आई है. आयुष विभाग की ओर से बीते दिनों भी मुख्यमंत्री के समक्ष आयुष विश्वविद्यालय को लेकर के एक प्रस्ताव भेजा गया था, जिसके बाद प्रदेश के कई जिलों में इसके लिए जमीन खोजी जा रही थी.
बीते दिनों गोरखपुर प्रशासन से जिले में जमीन देखने के लिए बोला गया है, जिसके बाद जिले की दावेदारी विश्वविद्यालय बनने में सबसे आगे मानी जा रही हैं. इस कड़ी में अगर सूत्रों की मानें तो आयुष विश्वविद्यालय को लेकर कैबिनेट में प्रस्ताव भी भेजा गया है, जिस पर जल्द ही कैबिनेट में मुहर लग सकती है.
इसे भी पढ़ें- सीतापुरः योगी सरकार के बजट की व्यापारियों ने की सराहना