गोरखपुर : पूर्वी यूपी के लोगों के लिए गोरखपुर का प्राणी उद्यान अपना अलग ही महत्व रखता है. इसी साल कोरोनावायरस की दूसरी लहर के पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसका लोकार्पण कर पूर्वी उत्तर प्रदेश की जनता को इसे समर्पित किया था. कोरोना की दूसरी लहर मंद पड़ने के बाद करीब डेढ़ माह बाद इसे आमजन के लिए फिर से खोल दिया गया है. पहले दिन भी यहां बच्चों, युवाओं के साथ बुजुर्गों की भीड़ देखने को मिली. यहां दरियाई घोड़ा, भालू, तेंदुआ देखकर लोग रोमांच से भर जाते हैं.
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गोरखपुर के शहीद अशफाक उल्ला खान प्राणी उद्यान के निदेशक डॉ. एच राजा मोहन ने बताया कि डेढ़ माह के बाद चिड़ियाघर को आमजन के लिए खोल दिया गया है. भीड़ ज्यादा बढ़ने की दशा में सीमित संख्या में ही लोगों को प्रवेश दिया जाएगा. शत-प्रतिशत कोविड-19 कॉल का पालन भी कराया जाएगा. वयस्कों के लिए 50 रुपये और 12 से 18 वर्ष के लोगों के लिए 25 रुपये और 12 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए इसे नि:शुल्क रखा गया है. कोविड-19 की लहर खत्म होने के बाद गैंडा, तेंदुआ और अन्य जानवरों को यहां पर लाया जाना है. वर्तमान समय में डेढ़ सौ से अधिक जानवर प्राणी उद्यान में मौजूद है.
यहां परिवार के साथ आए रविशंकर ने बताया कि वह अपनी पत्नी और बच्चों के साथ यहां आए हैं. इससे पहले भी वह कई बार यहां आ चुके हैं. यहां आने पर उन्हें काफी अच्छा महसूस होता है. परिवार के बच्चे जानवरों से संबंधित जहां जानकारी प्राप्त करते हैं, वही उन्हें उद्यान से संबंधित जानकारी भी मिलती है. काफी दिनों बाद घर से बाहर निकलने के बाद उन्हें यहां पर आकर अच्छा लग रहा है.
काफी दिनों बाद घर से निकलीं किरन सिंह पहली बार शहीद अशफाक उल्ला खान प्राणी उद्यान आई हैं. यहां आकर उन्हें स्वस्थ वातावरण के बीच जानवरों के बारे में जानकारी मिली. बताया कि गेट से ही कोविड-19 प्रोटोकॉल के संबंध में कर्मचारियों ने बताया था और बिना मास्क के प्रवेश की अनुमति नहीं दी जा रही है.