ETV Bharat / state

गोरखपुर में घूस लेते दारोगा गिरफ्तार, मुकदमे में FR लागने के लिए ले रहा था रिश्वत

यूपी के गोरखपुर में एक दारोगा को एंटी करप्शन की टीम ने 40 हजार घूस लेते गिरफ्तार कर लिया. टीम के प्रभारी निरीक्षक देव प्रकाश रावत ने कैंट थाने में दारोगा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया.

author img

By

Published : Sep 13, 2019, 1:13 PM IST

आरोपी दारोगा.

गोरखपुरः जिले में एक दारोगा को एंटी करप्शन ने घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. दारोगा ने एक मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगाने के नाम पर 40 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की थी. दारोगा को कैंट थाना पर रखा गया है. आज आरोपी दारोगा को कोर्ट में पेश किया जाएगा.

पुलिस ने आरोपी दारोगा को किया गिरफ्तार.

ये भी पढ़ें- मेरठ: केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर लेखा परीक्षा आयुक्त कार्यालय में CBI का छापा, अधीक्षक गिरफ्तार

बेलघाट थाना क्षेत्र के सुअरहा गांव निवासी अजय कुमार ने एंटी करप्शन टीम से बुधवार को शिकायत की था कि उनके भाई विनोद कुमार ने बेलघाट थाने में 26 मई 2019 को धारा 323, 325, 427 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कराया था. आरोप है कि सुलह का दबाव बनाने के लिए अभियुक्त की भाभी निर्मला पत्नी जितेन्द्र ने एक अगस्त 2019 को 156/5 (कोर्ट के आदेश) से धारा 313, 452, 504 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कराया था.

इस मुकदमे की विवेचना कुरी प्रभारी चौकी प्रभारी दारोगा आशीष मिश्रा कर रहे थे. दारोगा ने मुकदमे की विवेचना में अंतिम रिपोर्ट लगाने के लिए शिकायतकर्ता से 1.50 लाख रुपये की रिश्वत मांगी. बाद में सौदा 80 हजार में तय हुआ, जिसमें पहले 40 हजार रुपये और काम हो जाने पर 40 हजार रुपये देने की बात तय हुई.

शिकायतकर्ता ने बुधवार को एंटी करप्शन टीम से इसकी शिकायत की. शिकायतकर्ता अजय कुमार ने दिन में बेलघाट में दारोगा के मोबाइल पर फोन कर 40 हजार रुपये देने की जानकारी दी. इस पर दारोगा ने बताया कि वह गोरखपुर आया हुआ है. दारोगा के बुलाने पर अजय कुमार गोरखपुर आ गए. जैसे ही अजय कुमार से 40 हजार रुपये लेकर जेब में रखा एंटी करप्शन टीम ने दारोगा को पकड़ लिया. एंटी करप्शन टीम के प्रभारी देव प्रकाश रावत की तहरीर पर कैंट पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दारोगा आशीष मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया.

शिकायतकर्ता के मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगाने के लिए दारोगा द्वारा रुपये की मांग की गई थी. शिकायतकर्ता ने इसकी जानकारी एंटी करप्शन टीम को दी, जिसके तहत कार्रवाई करते हुए हम लोगों ने आरोपी दारोगा को रुपये के साथ रंगे हाथों पकड़ा है.
-रामधारी मिश्रा, प्रभारी निरीक्षक, एंटी करप्शन

गोरखपुरः जिले में एक दारोगा को एंटी करप्शन ने घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. दारोगा ने एक मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगाने के नाम पर 40 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की थी. दारोगा को कैंट थाना पर रखा गया है. आज आरोपी दारोगा को कोर्ट में पेश किया जाएगा.

पुलिस ने आरोपी दारोगा को किया गिरफ्तार.

ये भी पढ़ें- मेरठ: केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर लेखा परीक्षा आयुक्त कार्यालय में CBI का छापा, अधीक्षक गिरफ्तार

बेलघाट थाना क्षेत्र के सुअरहा गांव निवासी अजय कुमार ने एंटी करप्शन टीम से बुधवार को शिकायत की था कि उनके भाई विनोद कुमार ने बेलघाट थाने में 26 मई 2019 को धारा 323, 325, 427 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कराया था. आरोप है कि सुलह का दबाव बनाने के लिए अभियुक्त की भाभी निर्मला पत्नी जितेन्द्र ने एक अगस्त 2019 को 156/5 (कोर्ट के आदेश) से धारा 313, 452, 504 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कराया था.

इस मुकदमे की विवेचना कुरी प्रभारी चौकी प्रभारी दारोगा आशीष मिश्रा कर रहे थे. दारोगा ने मुकदमे की विवेचना में अंतिम रिपोर्ट लगाने के लिए शिकायतकर्ता से 1.50 लाख रुपये की रिश्वत मांगी. बाद में सौदा 80 हजार में तय हुआ, जिसमें पहले 40 हजार रुपये और काम हो जाने पर 40 हजार रुपये देने की बात तय हुई.

शिकायतकर्ता ने बुधवार को एंटी करप्शन टीम से इसकी शिकायत की. शिकायतकर्ता अजय कुमार ने दिन में बेलघाट में दारोगा के मोबाइल पर फोन कर 40 हजार रुपये देने की जानकारी दी. इस पर दारोगा ने बताया कि वह गोरखपुर आया हुआ है. दारोगा के बुलाने पर अजय कुमार गोरखपुर आ गए. जैसे ही अजय कुमार से 40 हजार रुपये लेकर जेब में रखा एंटी करप्शन टीम ने दारोगा को पकड़ लिया. एंटी करप्शन टीम के प्रभारी देव प्रकाश रावत की तहरीर पर कैंट पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दारोगा आशीष मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया.

शिकायतकर्ता के मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लगाने के लिए दारोगा द्वारा रुपये की मांग की गई थी. शिकायतकर्ता ने इसकी जानकारी एंटी करप्शन टीम को दी, जिसके तहत कार्रवाई करते हुए हम लोगों ने आरोपी दारोगा को रुपये के साथ रंगे हाथों पकड़ा है.
-रामधारी मिश्रा, प्रभारी निरीक्षक, एंटी करप्शन

Intro:गोरखपुर। मुकदमे की विवेचना में अंतिम रिपोर्ट लगाने के लिए यातायात चौराहे पर देर शाम 40 हजार रुपये घूस लेते दरोगा आशीष मिश्रा को एंटी करप्शन की टीम ने रंगे हाथ पकड़ लिया। दरोगा बेलघाट थाना क्षेत्र के कुरी बाजार चौकी का प्रभारी है। भ्रष्टाचार निवारण टीम के प्रभारी निरीक्षक देव प्रकाश रावत ने कैंट थाने में मुकदमा दर्ज कराया। कैंट पुलिस आरोपी दरोगा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है।

Body:बेलघाट थाना क्षेत्र के सुअरहा गांव निवासी स्वर्गीय रामराज यादव के बेटे अजय कुमार उर्फ मनोज यादव ने एंटी करप्शन टीम से बुधवार को शिकायत किया। पीड़ित ने बताया कि उनके भाई विनोद कुमार ने बेलघाट थाने में 26 मई 2019 को गांव के हरिनाथ के बेटे भीमचन्द्र, धर्मेन्द्र, धर्मराज और छोटेलाल के खिलाफ धारा 323, 325, 427 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कराया। आरोप है कि सुलह का दबाव बनाने के लिए अभियुक्त की भाभी श्रीमती निर्मला पत्नी जितेन्द्र ने एक अगस्त 2019 को 156/5 (कोर्ट के आदेश) से शिकायतकर्ता के भाई विजय कुमार, विनोद कुमार और राधेश्याम के खिलाफ धारा 313, 452, 504 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कराया। मुकदमे की विवेचना कुरी प्रभारी चौकी प्रभारी दरोगा आशीष मिश्रा कर रहे हैं। दरोगा ने मुकदमे की विवेचना में अंतिम रिपोर्ट लगाने के लिए शिकायतकर्ता से 1.50 लाख रुपये की रिश्वत मांगी। बाद में सौदा 80 हजार में तय हुआ जिसमें पहले 40 हजार रुपये और बाद में काम हो जाने पर 40 हजार रुपये देने की बात तय हुई। शिकायतकर्ता रुपया नहीं देना चाहता था बल्कि दरोगा को उसने रंगे हाथ पकड़वाने की योजना बनाई।

बुधवार को उसने एंटी करप्शन टीम से शिकायत की। गोरखपुर एंटी करप्शन टीम के प्रभारी निरीक्षक देव प्रकाश रावत के नेतृत्व में टीम गठित हुई। शिकायतकर्ता अजय उर्फ मनोज ने दिन में बेलघाट में दरोगा के मोबाइल पर फोन कर 40 हजार रुपये तैयार होने की जानकारी दी। इस पर दरोगा ने बताया कि वह गोरखपुर आया हुआ है। दरोगा के बुलाने पर पीड़ित गोरखपुर आ गया। शाम यातायात चौराहे पर दरोगा आशीष मिश्रा बाइक से पहुंचा। पीड़ित से 40 हजार रुपये लेकर जैसे ही जेब में रखा एंटी करप्शन टीम ने दरोगा को पकड़ लिया। टीम उसे लेकर कैंट थाने लेकर पहुंची। एंटी करप्शन टीम के प्रभारी देव प्रकाश रावत की तहरीर पर कैंट पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दरोगा आशीष मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया।

राप्तीनगर में रहता है दरोगा का परिवार

मूलत: जौनपुर जिले के सर्बतहा क्षेत्र के मयारी अमारी गांव निवासी स्वर्गीय जय प्रकाश मिश्र का बेटा आशीष मिश्रा 2016 बैच का दरोगा है। आरोपी दरोगा ने गोरखपुर में राप्तीनगर क्षेत्र में किराये पर कमरा ले रखा है। जहां उसका परिवार रहता है। गुरुवार को वह एक केस में रिमांड के मामले में गोरखपुर कोर्ट में आया हुआ था। कचहरी के बाद वह परिवार के पास चला गया। एंटी करप्शन की टीम दरोगा को रंगे हाथ पकड़ने के बाद उसे कमरे पर ले जाकर सर्विस रिवाल्वर एवं अन्य कागजात बरामद कर लिया।

आरोपी दरोगा को रंगे हाथ पकड़ने वाली एंटी करप्शन टीम में प्रभारी निरीक्षक देव प्रकाश रावत के साथ रामधारी मिश्र, चन्द्रेश यादव, शैलेन्द्र राय, प्रवीण कुमार, शैलेन्द्र सिंह, पुनीत सिंह एवं चन्द्रभान मिश्र शामिल रहे। गवाह के रूप में सीएमओ दफ्तर के दिलीप कुमार श्रीवास्तव और केके श्रीवास्तव मौजूद रहे। Conclusion:एंटी करप्शन टीम के प्रभारी निरीक्षक राम धारी मिश्रा ने बताया कि शिकायतकर्ता ने शिकायत की थी कि मुकदमा में फाइनल रिपोर्ट लगाने के लिए दरोगा द्वारा रुपए की मांग की जा रही है। जिसके तहत कार्रवाई करते हुए हम लोगों ने आरोपी दरोगा को रुपए के साथ रंगे हाथों पकड़ा है।

बाइट रामधारी मिश्रा प्रभारी निरीक्षक एंटी करप्शन


निखिलेश प्रताप
गोरखपुर
9453623738
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.