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गोरखपुर से लखनऊ के बीच 28 मार्च से शुरू हो रही हवाई सेवा

योगी सरकार के राज में प्रदेश में 13 और नए हवाई अड्डे बनाए जा रहे हैं. इन हवाई अड्डों में गोरखपुर का नाम भी शामिल है. एयरपोर्ट बनने के बाद गोरखपुर एयरपोर्ट से लखनऊ का सफर एक घंटे में तय किया जा सकेगा.

गोरखपुर में बन रहा एयरपोर्ट
गोरखपुर में बन रहा एयरपोर्ट
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Published : Mar 25, 2021, 10:09 PM IST

लखनऊ: प्रदेश में आजादी के 70 सालों बाद भी महज दो एयरपोर्ट संचालित थे, लेकिन अब आठ हवाई अड्डों से उड़ान भरी जा रही है. प्रदेश में 13 और नए हवाई अड्डे बनाए जा रहे हैं. इस कड़ी में एक नाम गोरखपुर का भी जुड़ने जा रहा है. अब गोरखपुर एयरपोर्ट से लखनऊ का सफर एक घंटे में तय किया जा सकेगा.

यह भी पढ़ें: लखनऊ-नोएडा के बाद अब वाराणसी, कानपुर में लागू हो सकता है कमिश्नरी सिस्टम

नेपाल और बिहार भी जुड़ेंगे

रिजनल कनेक्टिविटी के तहत 28 मार्च को पहली उड़ान गोरखपुर से लखनऊ के लिए दोपहर दो बजे से शुरू हो रही है. एक घंटे के सफर के लिए करीब 1470 रुपये किराया देना होगा. गोरखपुर से आने वाले यात्रियों का लखनऊ एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत किया जाएगा. इस उड़ान का सिर्फ गोरखपुरवासी ही नहीं, बल्कि नेपाल और बिहार राज्य के लोग भी काफी समय से इंतजार कर रहे थे. अब यह सेवा शुरू होने से प्रदेश की राजधानी के साथ गोरखपुर रीजनल कनेक्टिविटी से भी जुड़ जाएगा.

आठ करोड़ से ज्यादा बढ़ी यात्रियों की संख्या

प्रदेश में वर्ष 2017 में मात्र चार एयरपोर्ट संचालित थे और कुल 25 गंतव्य स्थान हवाई सेवाओं से जुड़े थे. जबकि पिछले चार सालों में आठ एयरपोर्ट क्रियाशील हो गए हैं. जिनसे 61 स्थानों के लिए हवाई सेवाएं उपलब्ध हैं. वर्ष 2016-17 में 26.49 करोड़ यात्रियों के सापेक्ष 2018-19 में 34.46 करोड़ यात्रियों ने हवाई सुविधा का प्रयोग किया है.

पहले थे दो इंटरनेशनल एयरपोर्ट, अब होंगे पांच

आबादी के लिहाज से देश के सबसे बड़े प्रदेश में वर्ष 2017 तक मात्र दो लखनऊ और वाराणसी इंटरनेशनल एयरपोर्ट थे, लेकिन नोएडा इंटरनेशनल ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट, जेवर, कुशीनगर और अयोध्या एयरपोर्ट के साथ बहुत जल्द यहां पांच अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट होंगे. जेवर में बन रहे एशिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट में हवाई पट्टियों की संख्या अब दो के बजाय छह होगी. इसके लिए राज्य सरकार ने बजट में दो हजार करोड़ की व्यवस्था की है.

इन जिलों से भी शुरू होंगी उड़ानें

सरकार के प्रवक्ता से मिली जानकारी के मुताबिक प्रदेश में कुल 21 एयरपोर्ट और सात हवाई पट्टियों को क्रियाशील करने की प्रक्रिया चल रही है. यह प्रयास सिविल एविएशन के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश की ऊंची उड़ान भरने वाले होंगे. केंद्र सरकार की रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम ‘उड़ान’ के तहत अलीगढ़, आजमगढ़, मुरादाबाद, श्रावस्ती, चित्रकूट और सोनभद्र स्थित हवाई पट्टी हवाई सेवा के लिए चयनित हैं. अलीगढ़, आजमगढ़, मुरादाबाद, श्रावस्ती एयरपोर्ट का विकास लगभग हो चुका है. वो अब लाइसेंसिंग की प्रक्रिया में है. जबकि चित्रकूट और सोनभद्र एयरपोर्ट जल्द पूरे होने वाले हैं. अयोध्या में बन रहे मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम हवाई अड्डा अयोध्या के लिए 101 करोड़ का बजट प्रस्तावित है. सहारनपुर, झांसी, मेरठ और ललितपुर में हवाई अड्डा के लिए भूमि खरीदने का काम चल रहा है.

लखनऊ: प्रदेश में आजादी के 70 सालों बाद भी महज दो एयरपोर्ट संचालित थे, लेकिन अब आठ हवाई अड्डों से उड़ान भरी जा रही है. प्रदेश में 13 और नए हवाई अड्डे बनाए जा रहे हैं. इस कड़ी में एक नाम गोरखपुर का भी जुड़ने जा रहा है. अब गोरखपुर एयरपोर्ट से लखनऊ का सफर एक घंटे में तय किया जा सकेगा.

यह भी पढ़ें: लखनऊ-नोएडा के बाद अब वाराणसी, कानपुर में लागू हो सकता है कमिश्नरी सिस्टम

नेपाल और बिहार भी जुड़ेंगे

रिजनल कनेक्टिविटी के तहत 28 मार्च को पहली उड़ान गोरखपुर से लखनऊ के लिए दोपहर दो बजे से शुरू हो रही है. एक घंटे के सफर के लिए करीब 1470 रुपये किराया देना होगा. गोरखपुर से आने वाले यात्रियों का लखनऊ एयरपोर्ट पर भव्य स्वागत किया जाएगा. इस उड़ान का सिर्फ गोरखपुरवासी ही नहीं, बल्कि नेपाल और बिहार राज्य के लोग भी काफी समय से इंतजार कर रहे थे. अब यह सेवा शुरू होने से प्रदेश की राजधानी के साथ गोरखपुर रीजनल कनेक्टिविटी से भी जुड़ जाएगा.

आठ करोड़ से ज्यादा बढ़ी यात्रियों की संख्या

प्रदेश में वर्ष 2017 में मात्र चार एयरपोर्ट संचालित थे और कुल 25 गंतव्य स्थान हवाई सेवाओं से जुड़े थे. जबकि पिछले चार सालों में आठ एयरपोर्ट क्रियाशील हो गए हैं. जिनसे 61 स्थानों के लिए हवाई सेवाएं उपलब्ध हैं. वर्ष 2016-17 में 26.49 करोड़ यात्रियों के सापेक्ष 2018-19 में 34.46 करोड़ यात्रियों ने हवाई सुविधा का प्रयोग किया है.

पहले थे दो इंटरनेशनल एयरपोर्ट, अब होंगे पांच

आबादी के लिहाज से देश के सबसे बड़े प्रदेश में वर्ष 2017 तक मात्र दो लखनऊ और वाराणसी इंटरनेशनल एयरपोर्ट थे, लेकिन नोएडा इंटरनेशनल ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट, जेवर, कुशीनगर और अयोध्या एयरपोर्ट के साथ बहुत जल्द यहां पांच अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट होंगे. जेवर में बन रहे एशिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट में हवाई पट्टियों की संख्या अब दो के बजाय छह होगी. इसके लिए राज्य सरकार ने बजट में दो हजार करोड़ की व्यवस्था की है.

इन जिलों से भी शुरू होंगी उड़ानें

सरकार के प्रवक्ता से मिली जानकारी के मुताबिक प्रदेश में कुल 21 एयरपोर्ट और सात हवाई पट्टियों को क्रियाशील करने की प्रक्रिया चल रही है. यह प्रयास सिविल एविएशन के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश की ऊंची उड़ान भरने वाले होंगे. केंद्र सरकार की रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम ‘उड़ान’ के तहत अलीगढ़, आजमगढ़, मुरादाबाद, श्रावस्ती, चित्रकूट और सोनभद्र स्थित हवाई पट्टी हवाई सेवा के लिए चयनित हैं. अलीगढ़, आजमगढ़, मुरादाबाद, श्रावस्ती एयरपोर्ट का विकास लगभग हो चुका है. वो अब लाइसेंसिंग की प्रक्रिया में है. जबकि चित्रकूट और सोनभद्र एयरपोर्ट जल्द पूरे होने वाले हैं. अयोध्या में बन रहे मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम हवाई अड्डा अयोध्या के लिए 101 करोड़ का बजट प्रस्तावित है. सहारनपुर, झांसी, मेरठ और ललितपुर में हवाई अड्डा के लिए भूमि खरीदने का काम चल रहा है.

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