गोरखपुरः पॉलीथीन और प्लास्टिक से बनने वाले गिलास, कटोरी और थाली पर भले ही प्रतिबंधित लगा दिया गया है. लेकिन, इसके बावजदू व्यापारी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं. वे चोरी-छुपे नहीं, बल्कि खुलेआम भारी मात्रा में माल मंगा रहे हैं और उसकी बिक्री भी कर रहे हैं. हैरत तो तब होती है, जब ऐसे व्यापारी पूछने पर कहते हैं कि गांव में डिमांड है, इसलिए बेचते हैं. इस जवाब को सुनकर भी आप हैरत में पड़ जाएंगे. वजह भी साफ ही है कि इन्हें कड़ी कार्रवाई का डर नहीं है.
गोरखपुर नगर निगम के प्रवर्तन दल की टीम को सोमवार को बड़ी कामयाबी मिली है. अपर नगर आयुक्त डीके सिन्हा के नेतृत्व में प्रवर्तन दल प्रभारी कर्नल सीपी सिंह की टीम इलाहीबाग हावर्ट बांध के पास एक गोदाम में छापा मारा. यहां से प्रतिबंधित पॉलीथिन के साथ प्लास्टिक के गिलास और थर्माकोल के बर्तन बरामद हुए. इस मामले में अपर नगर आयुक्त डीके सिन्हा ने बताया कि यह हनी अग्रवाल का गोदाम है. गोदाम से 50 कुंतल के करीब प्रतिबंधित सामान बरामद हुआ है.
आरोपी व्यापारी हनी अग्रवाल से जब सवाल किया गया, तो उसने बड़े ही बेपरवाह तरीके से कहा कि गांव में डिमांड है, इसलिए वह इसे बेचता हैं. लेकिन, जब उसे ये याद दिलाया गया कि प्रतिबंधित होने के कारण इसकी खरीद-बिक्री करना अपराध है, तो उसने माफी मांग लेने में ही अपनी भलाई समझी. हांलाकि टीम ने उनके ऊपर एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया है.
अपर नगर आयुक्त डीके सिन्हा ने बताया कि इनके ऊपर एक लाख का चालान करके सामान को जप्त किया जा रहा है. अपर नगर आयुक्त ने कहा कि प्रतिबंधित पॉलिथीन के खिलाफ नगर निगम की टीम लगातार अभियान चला रही है. सफलता भी प्राप्त कर रही है. लेकिन इसका कारोबार बंद नहीं हो रहा है. वे जनता से अपील करते हैं कि प्रतिबंधित पॉलिथिन का इस्तेमाल न करें. कपड़े का थैला लेकर घर से बाहर सामान लेने के लिए निकलें.