गोरखपुरः इथोपिया में काम करने वाले पिपराइच निवासी धर्मेश चंद्र उपाध्याय से साइबर जालसाजों ने 14 लाख (14 lakh) रुपये ठग लिए. पीड़ित ने अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया था. पुलिस कार्रवाई से असंतुष्ट पीड़ित ने गुरुवार शाम मीडिया में आकर आपबीती बताई. पीड़ित का कहना है कि 19 जून को मामले में मुकदमा दर्ज हुआ था लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई.
पीड़ित धर्मेश चंद्र ने बताया कि वह दक्षिण अफ्रीकी देश इथोपिया (ethiopia) में काम करते हैं. इन दिनों घर आए हुए हैं. उन्होंने 13 जून को एसबीआई के गोरखपुर ब्रांच में क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई किया था. 17 जून को उन्होंने क्रेडिट कार्ड के स्टेट्स जानने के लिए एसबीआई में फोन किया तो उन्हें वहां से एक अन्य नंबर दिया गया. उस नंबर पर बात करने पर कस्टमर केयर सेंटर से एप्लीकेशन नंबर मांगा गया और कुछ एप डाउनलोड करने को कहा गया. एप डाउनलोड करने के बाद खाते से पैसे कटने लगे. दोबारा एसबीआई के कस्टमर केयर नंबर पर बात की तो साइबर ठगी होने का पता चला. पीड़ित के अनुसार उन्होंने तत्काल एटीएम कार्ड, नेट बैंकिंग आदि ब्लॉक करने के लिए कस्टमर केयर नंबर पर अपील की तो उन्हें कहा गया कि सभी चीजें ब्लॉक कर दी गई हैं.
धर्मेश चंद्र ने अगले दिन थाने में जाकर तहरीर दी. इसके बाद भी पैसे कटने के मैसेज आते रहे. यहां तक की एफडी भी तोड़ दी. तब दोबारा एसबीआई फोन करके पूछा तो पता चला कि अभी तक एटीएम कार्ड ब्लॉक नहीं किया गया है. तमाम बहस के बाद कस्टमर केयर द्वारा बताया गया कि ब्रांच जाकर आपको कार्ड बंद करवाना पड़ेगा. इसके बाद पीड़ित ने ब्रांच पहुंचकर कॉर्ड और अन्य सुविधाएं बंद करवाईं. एसएसपी से शिकायत के बाद जनपद के साइबर थाने में पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर पड़ताल शुरू कर दी है.
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पिपराइच थाना क्षेत्र के जंगल छात्रधारी के रहने वाले धर्मेश चंद के अनुसार साइबर ठगों ने कुल 14 लाख रुपये खाते से उड़ा दिए. उन्होंने इस मामले में अज्ञात ठगों के अलावा एसबीआई कस्टमर केयर बेंगलुरु के खिलाफ भी मुकदमा पंजीकृत कराया है. धर्मेश ने बताया कि वह पिछले 8 वर्षों से इथोपिया में रह रहे थे. कोरोना की वजह से वो गांव गोरखपुर आए हुए थे. इस मामले में पुलिस ने अभी कुछ भी कहने से मना कर दिया है. फिलहाल एसएसपी के हस्तक्षेप के बाद मामला साइबर थाने में दर्ज कर लिया गया है.