गोण्डा: जिले में अनामिका शुक्ला के अभिलेख पर 9 जिले में दूसरी महिलाओं के नौकरी करने का मामला सामने आया था. इसके बाद एसटीएफ को इस फर्जीवाड़े की जांच के आदेश दिए गए थे, जिसके बाद सूबे में 192 टीचर ऐसे मिले हैं, जिनके नाम से 2 जिलों में नौकरी कर वेतन दिया जा रहा है.
जिले में दो शिक्षकों का इस मामले में नाम सामने आने से यहां कार्यरत दोनों शिक्षकों के नाम से ही अमेठी और संभल जिले में शिक्षक नौकरी कर रहे हैं. वेतन वितरण सिस्टम में यह मामला सामने आया है. जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने वेतन रोक दिया है और नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. यह जानकारी की जा रही है इनमें से कौन असली और कौन नकली नाम से नौकरी कर रहा है और किसकी फर्जी नियुक्ति हुई है.
प्रदेश में शिक्षक भर्ती में फर्जीवाड़े के खुलासे का सिलसिला लगातार जारी है. एसटीएफ की जांच में फर्जीवाड़े की एक-एक परत खुल रही है. जांच के बाद शिक्षा विभाग को दी गई फर्जीवाड़े की सूचना के बाद महानिदेशक स्कूली शिक्षा की ओर से जारी की गई सूची में 192 लोग ऐसे मिले हैं, जिनके नाम से दो जिलों में लोग नौकरी कर रहे हैं और वेतन विभाग द्वारा भुगतान किया जा रहा है, जिसमें से दो गोंडा जिले के शिक्षक कार्रवाई के दायरे में आए हैं.
बेसिक शिक्षा अधिकारी इंद्रजीत प्रजापति ने बताया कि प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक विनेश चंद्र के नाम से दूसरे जिले में सहायक अध्यापक के पद पर कार्यरत है. दोनों एक ही हैं और यह मामला पकड़ में आया है. इसी तरह के प्राथमिक विद्यालय के सहायक अध्यापक के पद पर कार्यरत रमेश कुमार यादव के नाम से अमेठी जनपद में भी एक व्यक्ति कार्यरत मिला है. अब असली दिनेश चंद्र व रमेश कुमार यादव कौन है, इसकी जांच शुरू हो गई है. बेसिक शिक्षा अधिकारी ने वेतन रोक कर दोनों को नोटिस जारी 7 जुलाई तक पेश होकर स्पष्टीकरण देने को कहा है. दोनों को उनके समस्त शैक्षिक अभिलेख पैन कार्ड, आधार कार्ड लेकर बेसिक शिक्षा अधिकारी के समक्ष उपस्थित होने के लिए नोटिस जारी किया गया है.