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गोण्डा: तीन साल बाद मिला आसरा, खुशी से खिले चेहरे - आसरा आवास का आवंटन पत्र

यूपी के गोण्डा में सदर विधायक प्रतीक भूषण सिंह ने जिला पंचायत सभागार में शहरी गरीबों को आसरा आवास का आवंटन पत्र दिया. करीब तीन साल बाद आवास मिलने से गरीबों के चेहरे खुशी से खिल उठे. इस दौरान जिलाधिकारी नितिन बंसल भी मौजूद रहे.

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गोण्डा में तीन साल बाद शहरी गरीबों को मिला आसरा.
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Published : Jan 2, 2020, 9:55 PM IST

गोण्डा: गुरुवार को जिला पंचायत सभागार में शहरी गरीबों को सदर विधायक ने आसरा आवास का आवंटन पत्र दिया, जिससे उनके चेहरे खिल उठे. सपा शासनकाल में शहरी गरीबों को छत मुहैया कराने के लिए साल 2012 में आसरा आवास योजना की शुरुआत की गई थी. नगरीय विकास अभिकरण के माध्यम से इस योजना का संचालन किया गया था.

शहरी गरीबों को मिला आवास आवंटन पत्र.

29 करोड़ 5 लाख रुपये से तैयार हुआ आसरा आवास
जनपद के सिविल लाइन क्षेत्र में 600 आसरा आवासों के निर्माण की जिम्मेदारी कंस्ट्रक्शन एंड डिजाइन सर्विसेज (सीएंडडीएस) को सौंपी गई. इसके निर्माण में 29 करोड़ 5 लाख रुपये की लागत आई है. कार्यदायी संस्था द्वारा साल 2017 में मुख्यालय के सर्किट हाउस के बगल आसरा आवासों का निर्माण कार्य पूरा किया गया. तैयार होने के बाद दबंगों ने इस पर अपना कब्जा जमा लिया था.

साल 2017 में शुरू हुई आवासों काे आवंटन की प्रकिया
साल 2017 में आवासों के आवंटन की प्रक्रिया शुरू हुई, लेकिन राजनेता व अफसरों के बीच रार होने के कारण यह प्रक्रिया पूरी नहीं की जा सकी. इसके लिए कई बार आवेदन मांगे गए, जांच हुई, लेकिन मामला ढाक के तीन पात निकला. आखिर में अब 3 साल बाद गरीबों को अपनी छत मिली है.

लाटरी के माध्यम से किया गया आवासों का आवंटन
जिला पंचायत सभागार में सदर विधायक प्रतीक भूषण सिंह के हाथों आसरा आवासों का आवंटन पत्र पाकर कई वर्षों से आशियाने की बाट जोह रहे शहरी गरीबों की मुराद पूरी हो गई. गरीबों को बहुप्रतीक्षित आसरा आवास का आवंटन जिलाधिकारी की उपस्थिति में कम्प्यूटराइज्ड लाटरी के माध्यम से किया गया. आसरा आवासों का आवंटन पात्रता की जांच के बाद कराया गया.

412 लोग पाए गए पात्र
पात्रों की जांच प्रक्रिया पूर्ण कराने के उपरान्त निर्मित 600 आवासों के सापेक्ष 412 लोग पात्र पाए गए. उन्हें आवास का आवंटन किया गया. आवंटन के दौरान जिला सूचना विज्ञान अधिकारी व एनआईसी की टीम के सहयोग से आवेदकों के नाम के साथ उनको आवंटित आवास की संख्या स्क्रीन पर प्रदर्शित करने के साथ ही वहीं पर मुहल्लेवार लगाए गए नोटिस बोर्ड पर चस्पा किया गया.

सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है आसरा आवास
जिलाधिकारी नितिन बंसल ने बताया कि आसरा आवास राज्य सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसमें जिन शहरी गरीबों के पास के पास मकान नहीं हैं, उन्हें आवास देने की एक योजना बनाई गई थी. इसमें डूडा विभाग द्वारा सीएंडडीएस संस्था के माध्यम से 600 आवासों का निर्माण कराया गया था.

ये भी पढ़ें: गोण्डा: जिले की सीमाओं पर सीसीटीवी कैमरे से होगी निगरानी

उन्होंने बताया कि पंतनगर में आज इसी की आवंटन प्रक्रिया की गई है. इसमें कई चरणों में आवेदन मंगाए गए थे, जिनकी जांच काफी समय से चल रही थी. आज सदर विधायक प्रतीक भूषण द्वारा 600 में से पात्र 412 लाभार्थियों को आवंटन पत्र दिया गया. अब से यह उस मकान में काबिज हो सकते हैं.

गोण्डा: गुरुवार को जिला पंचायत सभागार में शहरी गरीबों को सदर विधायक ने आसरा आवास का आवंटन पत्र दिया, जिससे उनके चेहरे खिल उठे. सपा शासनकाल में शहरी गरीबों को छत मुहैया कराने के लिए साल 2012 में आसरा आवास योजना की शुरुआत की गई थी. नगरीय विकास अभिकरण के माध्यम से इस योजना का संचालन किया गया था.

शहरी गरीबों को मिला आवास आवंटन पत्र.

29 करोड़ 5 लाख रुपये से तैयार हुआ आसरा आवास
जनपद के सिविल लाइन क्षेत्र में 600 आसरा आवासों के निर्माण की जिम्मेदारी कंस्ट्रक्शन एंड डिजाइन सर्विसेज (सीएंडडीएस) को सौंपी गई. इसके निर्माण में 29 करोड़ 5 लाख रुपये की लागत आई है. कार्यदायी संस्था द्वारा साल 2017 में मुख्यालय के सर्किट हाउस के बगल आसरा आवासों का निर्माण कार्य पूरा किया गया. तैयार होने के बाद दबंगों ने इस पर अपना कब्जा जमा लिया था.

साल 2017 में शुरू हुई आवासों काे आवंटन की प्रकिया
साल 2017 में आवासों के आवंटन की प्रक्रिया शुरू हुई, लेकिन राजनेता व अफसरों के बीच रार होने के कारण यह प्रक्रिया पूरी नहीं की जा सकी. इसके लिए कई बार आवेदन मांगे गए, जांच हुई, लेकिन मामला ढाक के तीन पात निकला. आखिर में अब 3 साल बाद गरीबों को अपनी छत मिली है.

लाटरी के माध्यम से किया गया आवासों का आवंटन
जिला पंचायत सभागार में सदर विधायक प्रतीक भूषण सिंह के हाथों आसरा आवासों का आवंटन पत्र पाकर कई वर्षों से आशियाने की बाट जोह रहे शहरी गरीबों की मुराद पूरी हो गई. गरीबों को बहुप्रतीक्षित आसरा आवास का आवंटन जिलाधिकारी की उपस्थिति में कम्प्यूटराइज्ड लाटरी के माध्यम से किया गया. आसरा आवासों का आवंटन पात्रता की जांच के बाद कराया गया.

412 लोग पाए गए पात्र
पात्रों की जांच प्रक्रिया पूर्ण कराने के उपरान्त निर्मित 600 आवासों के सापेक्ष 412 लोग पात्र पाए गए. उन्हें आवास का आवंटन किया गया. आवंटन के दौरान जिला सूचना विज्ञान अधिकारी व एनआईसी की टीम के सहयोग से आवेदकों के नाम के साथ उनको आवंटित आवास की संख्या स्क्रीन पर प्रदर्शित करने के साथ ही वहीं पर मुहल्लेवार लगाए गए नोटिस बोर्ड पर चस्पा किया गया.

सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है आसरा आवास
जिलाधिकारी नितिन बंसल ने बताया कि आसरा आवास राज्य सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसमें जिन शहरी गरीबों के पास के पास मकान नहीं हैं, उन्हें आवास देने की एक योजना बनाई गई थी. इसमें डूडा विभाग द्वारा सीएंडडीएस संस्था के माध्यम से 600 आवासों का निर्माण कराया गया था.

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उन्होंने बताया कि पंतनगर में आज इसी की आवंटन प्रक्रिया की गई है. इसमें कई चरणों में आवेदन मंगाए गए थे, जिनकी जांच काफी समय से चल रही थी. आज सदर विधायक प्रतीक भूषण द्वारा 600 में से पात्र 412 लाभार्थियों को आवंटन पत्र दिया गया. अब से यह उस मकान में काबिज हो सकते हैं.

Intro:आज जिला पंचायत सभागार में शहरी गरीबो को सदर विधायक ने आसरा आवास का आवंटन पत्र दिया। जिससे उनके चेहरे खिल उठे। सपा शासनकाल में शहरी गरीबों को छत मुहैया कराने के लिए वर्ष 2012 में आसरा आवास योजना की शुरुआत की गई । नगरीय विकास अभिकरण के माध्यम से इसी योजना का संचालन किया गया था जनपद में 600 आवास के निर्माण की जिम्मेदारी कंस्ट्रक्शन एंड डिजाइन सर्विसेज सीएनडीएस को सौंपी गई। कार्यदाई संस्था द्वारा वर्ष 2017 में मुख्यालय के सर्किट हाउस के बगल आसरा आवासों का निर्माण कार्य पूरा किया गया l तैयार होने के बाद दबंगों ने इस पर अपना कब्जा जमा लिया l वर्ष 2017 में इसके आवंटन की प्रक्रिया शुरू हुई लेकिन राजनेता वह अफसरों के बीच रार होने के कारण इसके आवंटन की प्रक्रिया पूरी नहीं की जा सकी। इसके लिए कई बार आवेदन मांगे गए, जांच हुई लेकिन मामला ढाक के तीन पात निकला अंततः 3 वर्ष बाद गरीबों को अपनी छत मिली है।


Body:आज जिला पंचायत सभागार में सदर विधयक प्रतीक भूषण सिंह के हाथों आसरा आवासों का आवंटन पत्र पाकर कई वर्षों से आशियाने की बाट जोह रहे शहरी गरीबों की मुराद पूरी हो गई। गरीबों को बहुप्रतीक्षित आसरा आवास का आवंटन जिलाधिकारी की उपस्थिति में कम्प्यूटराइज्ड लाटरी केे माध्यम से पात्रों को आवास आवंटित किया गया। बताते चलें कि नगर के सिविल लाइन क्षेत्र में 600 आसरा आवासों का निर्माण कार्यदायी संस्था सीएण्डडीएस यूनिट-32 उत्तर प्र्रदेश जल निगम गोण्डा द्वारा किया गया है जिस पर 29 करोड़ 5 लाख रूपए की लागत आई है। आसरा आवासों का आवंटन पात्रता की जांच के बाद कराया गया।बता दें कि पात्रों की जांच प्रक्रिया पूर्ण कराने के उपरान्त निर्मित 600 आवासों के सापेक्ष 412 पात्र पाए गए लाभार्थियों को आवास का आवंटन किया गया है। आवंटन के दौरान जिला सूचना विज्ञान अधिकारी व एनआईसी की टीम के सहयोग से आवेदकों के नाम के साथ उनको आवंटित आवास की संख्या स्क्रीन पर प्र्रदर्शित करने के साथ ही वहीं पर मुहल्लेवार लगाए गए नोटिस बोर्ड पर चस्पा किया किया गया। Conclusion:इस बाबत जिला अधिकारी नितिन बंसल ने बताया कि आसरा आवास राज्य सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है इसमें जिन शहरी गरीबों के पास के पास मकान नहीं है उन गरीबों को आवास देने की एक योजना बनाई गई थी इसमें डूडा विभाग द्वारा सीएनडीएस संस्था के माध्यम से 600 आवासों का निर्माण कराया गया था पंतनगर में आज इसी की आवंटन प्रक्रिया की आवंटन प्रक्रिया की गई है इसमें कई चरणों में आवेदन मंगाए गए थे जिनकी जांच काफी समय से चल रही थी पर चूंकि की जांच में बार-बार आपत्तियां आ बार-बार आपत्तियां आ आपत्तियां आ रही थी इसलिए 26 जिला स्तरीय अधिकारियों के द्वारा आवेदनों की जांच करवाई गई जिसमें 412 आवेदन पात्रता की श्रेणी में मिले जो अपात्र थे उन्हें डूडा विभाग वह नगर पालिका पालिका कार्यालय पर उनके नाम चस्पा किए गए थे और उनसे आपत्तियां मांगी गई थी की फिर से आपत्तियां की जांच कर उन 412 आवेदकों को कंप्यूटराइज्ड लॉटरी के माध्यम से आवास आवंटित किए गए आज सदर विधायक प्रतीक भूषण द्वारा उन्हें आवंटन पत्र दिया गया अब से यह उस मकान में काबिज हो सकते सकते हैं

बाईट- नितिन बंसल(जिलाधिकारी गोण्डा)
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