गोंडाः जिले में परसपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत पसका गांव में घर में सो रही तीन दलित बहनों पर एसिड अटैक के मामले में पुलिस ने खुलासा किया है. पुलिस ने बताया कि गांव के ही रहने वाले आरोपी आशीष ने घटना को अंजाम दिया था. घायल बहनों से पूछताछ के बाद पता चला कि आशीष, बड़ी बहन से बात करने के लिए दबाव बना रहा था. जब युवती ने उससे बात करने से मना कर दिया तो दोनों के बीच कुछ विवाद हुआ. उसके बाद घर में सो रही तीनों बहनों पर आरोपी ने एसिड फेक दिया. साथ ही घटना को अंजाम देने के बाद फरार हो गया.
इस घटना के बाद तीनों बहनों का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है. जिसमें बड़ी बहन तेजाब से 30 प्रतिशत तक झुलस गई है. तीनों बहनें खतरे से बाहर बताईं जा रही हैं. वहीं इस घटना के बाद घटनास्थल पर डीआईजी राकेश कुमार जिलाधिकारी डॉ. नितिन बंसल, पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडे सहित जिले के उच्च अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच कर मौका मुआयना किया.
एसपी शैलेश कुमार पाण्डेय ने बताया कि पसका का गांव में बीती रात तीन सगी बहनों पर एसिड से अटैक किया गया था. इस मामले में परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई में जुटी थी. पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि यह अटैक आशीष नाम के युवक ने किया था. वह लड़कियों से बात करने के लिए दबाव बना रहा था और जिसके लिए विवाद भी से पहले हुआ था. कल रात में वह घर पर पहुंचा और घर में रही तीनों बहनों पर तेजाब फेंक कर फरार हो गया. आशीष की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें लगाई गई हैं. जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी.
वहीं एसिड अटैक मामले में जिलाधिकारी डॉ. नितिन बंसल ने बताया कि परसपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत कल तीन बहनों पर एसिड अटैक हुआ था. जिनका इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है. तीनों बहनें अभी खतरे से बाहर बताई जा रही हैं. जिसमें बड़ी बहन ज्यादा झुलस गई है, लेकिन वह भी खतरे से बाहर है. इस घटना के बाद पीड़ित परिवार को सरकार द्वारा रानी लक्ष्मीबाई और महिला एवं बल सुरक्षा कोष से सहायता राशि मुहैया कराई जाएगी. वहीं पुलिस इस मामले में जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी करेगी.