गोंडा : महिला अस्पताल में भर्ती महिला को तीन साल के अपहृत बेटी को पुलिस ने 24 घंटे के भीतर सकुशल बरामद कर लिया है (Missing girl recovered in Gonda). सीओ लक्ष्मीकांत गौतम ने बताया कि गुरुवार को एक आशा बहू ने अपने भाई और अन्य परिचित की मदद से तीन साल की बच्ची का अपहरण किया था. ये आरोपी इस बच्ची को किसी परिचित के पास बेचना चाहते थे. पुलिस ने तीनों आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. अपहृत बच्ची को बरामद करने वाली पुलिस टीम को डीआईजी देवीपाटन और एसपी गोंडा ने 25-25 हजार का इनाम देने को घोषणा की है
यूपी के गोंडा जिले के जिला महिला अस्पताल से तीन साल बच्ची लापता हो गई थी. वह बच्ची अपनी प्रेग्नेंट मां के साथ अस्पताल आई थी. पुलिस ने परिजनों को शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर बच्ची की तलाश शुरू की थी. एसपी के निर्देश पर कोतवाली नगर, स्वाट सर्विलांस, साइबर टीम भी पड़ताल में जुट गई. पुलिस की टीम ने बच्ची गायब होने के बाद बस स्टेशन रेलवे स्टेशन सहित दुकानों के सीसीटीवी का खंगाला. इस दौरान पुलिस को आरोपी आशा बहू की हरकतों पर शक हुआ. अस्पताल में दो संदिग्ध दिखे. फिर टीम ने आरोपी आशा बहू सहित तीन आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने लापता बच्ची को रोडवेज के बरामद भी कर लिया. पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपी आशा बहू सुषमा मिश्रा, शिवानी मजूमदार और प्रदीप पाण्डेय उर्फ भोलू को गिरफ्तार किया है.
सीओ लक्ष्मीकांत गौतम ने शुक्रवार को इसका खुलासा किया. पूछताछ में आरोपी आशा बहू सुषमा मिश्रा ने बताया उसकी मुंहबोली मौसी शिवानी मजूमदार के बच्चे नहीं हैं. उसने अपने भाई प्रदीप पाण्डेय उर्फ भोलू के सहयोग से बच्ची का अपहरण किया. वह बच्ची को शिवानी मजूमदार के हाथों बेचना चाहती थी. पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद विधिक कार्यवाही में जुट गई है. अपहृत बच्ची को बरामद करने वाली पुलिस टीम को डीआईजी देवीपाटन और एसपी गोंडा ने 25-25 हजार का इनाम देने को घोषणा की है।
पढ़ें : गोंडा जिला महिला अस्पताल से ढाई साल की बच्ची हुई गायब