गोण्डा: शासन द्वारा कन्या भ्रूण हत्या पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए कन्या सुमंगला योजना की शुरुआत की गई. इसके अंतर्गत जन्म से लेकर स्नातक तक बालिकाओं को छह चरणों में 15 हजार रुपये दिए जाएंगे. इसके लिए जिले में डेटा का संकलन करने का काम शुरू हो गया है. इसकी जिम्मेदारी प्रोबेशन विभाग को सौंपी गई है, लेकिन प्रचार प्रसार न होने के कारण अभी तक प्रोबेशन विभाग को महज दो आवेदन प्राप्त हुए हैं.
कन्या सुमंगला योजना की हुई शुरुआत
- बेटी के जन्म पर अब बोझ नहीं बल्कि घर में लक्ष्मी आने की खुशियां मनाई जाएगी.
- अब जन्म से लेकर स्नातक तक की पढ़ाई के लिए सरकार उसे छह चरणों में 15 हजार की धनराशि देगी.
- इस योजना का लाभ 31 मार्च 2019 के बाद जन्मी बेटियों को मिलेगा.
- इसके क्रम में बालिका के जन्म होने पर दो हजार रुपये, एक वर्ष के उपरांत पूर्ण टीकाकरण होने पर एक हजार रुपये देने का प्रावधान है.
- कक्षा एक में बालिका के प्रवेश लेने पर उसे दो हजार रुपये तथा छह में प्रवेश लेने पर दो हजार रुपये दिये जाएंगे.
- कक्षा 9 में तीन हजार व ऐसी बालिकाएं जिन्होंने कक्षा 12 वीं उत्तीर्ण करने के बाद स्नातक की डिग्री या दो वर्ष डिप्लोमा के कोर्स में प्रवेश लेने पर 5 हजार रुपये की धनराशि दी जाएगी.
- यदि किसी परिवार ने अनाथ बालिका को गोद लिया हो तो परिवार की जैविक संतान को सम्मिलित करते हुए अधिकतम दो बालिकाओं को इस योजना का लाभ दिया जाएगा.
इस योजना का मुख्य उद्देश्य भ्रूण हत्या को रोकना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, बालिका सशक्तिकरण करना है. अभी तक हमें प्रचार प्रसार की कमी के कारण सिर्फ दो ऑफलाइन आवेदन प्राप्त हुए हैं. बेसिक शिक्षा विभाग से भी बालिकाओं के डेटा को मंगाया गया है. जल्द ही प्रचार प्रसार कर योजना को विस्तार रूप दिया जाएगा ताकि कोई लाभार्थी छूटने न पाए.
- जयदीप सिंह, जिला प्रोबेशन अधिकारी