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गोण्डा: 'कन्या सुमंगला योजना' से बेटी के जन्म पर खुलेगा खुशियों का द्वार - गोण्डा में कन्या सुमंगला योजना की हुई शुरुआत

उत्तर प्रदेश के गोण्डा में सरकार ने कन्या सुमंगला योजना की शुरुआत की. इसके अंतर्गत बेटी के जन्म से लेकर स्नातक तक की पढ़ाई के लिए सरकार उसे छह चरणों में 15 हजार की धनराशि देगी.

कन्या सुमंगला योजना की हुई शुरुआत.
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Published : Jul 9, 2019, 10:22 AM IST

गोण्डा: शासन द्वारा कन्या भ्रूण हत्या पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए कन्या सुमंगला योजना की शुरुआत की गई. इसके अंतर्गत जन्म से लेकर स्नातक तक बालिकाओं को छह चरणों में 15 हजार रुपये दिए जाएंगे. इसके लिए जिले में डेटा का संकलन करने का काम शुरू हो गया है. इसकी जिम्मेदारी प्रोबेशन विभाग को सौंपी गई है, लेकिन प्रचार प्रसार न होने के कारण अभी तक प्रोबेशन विभाग को महज दो आवेदन प्राप्त हुए हैं.

कन्या सुमंगला योजना की हुई शुरुआत.

कन्या सुमंगला योजना की हुई शुरुआत

  • बेटी के जन्म पर अब बोझ नहीं बल्कि घर में लक्ष्मी आने की खुशियां मनाई जाएगी.
  • अब जन्म से लेकर स्नातक तक की पढ़ाई के लिए सरकार उसे छह चरणों में 15 हजार की धनराशि देगी.
  • इस योजना का लाभ 31 मार्च 2019 के बाद जन्मी बेटियों को मिलेगा.
  • इसके क्रम में बालिका के जन्म होने पर दो हजार रुपये, एक वर्ष के उपरांत पूर्ण टीकाकरण होने पर एक हजार रुपये देने का प्रावधान है.
  • कक्षा एक में बालिका के प्रवेश लेने पर उसे दो हजार रुपये तथा छह में प्रवेश लेने पर दो हजार रुपये दिये जाएंगे.
  • कक्षा 9 में तीन हजार व ऐसी बालिकाएं जिन्होंने कक्षा 12 वीं उत्तीर्ण करने के बाद स्नातक की डिग्री या दो वर्ष डिप्लोमा के कोर्स में प्रवेश लेने पर 5 हजार रुपये की धनराशि दी जाएगी.
  • यदि किसी परिवार ने अनाथ बालिका को गोद लिया हो तो परिवार की जैविक संतान को सम्मिलित करते हुए अधिकतम दो बालिकाओं को इस योजना का लाभ दिया जाएगा.

इस योजना का मुख्य उद्देश्य भ्रूण हत्या को रोकना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, बालिका सशक्तिकरण करना है. अभी तक हमें प्रचार प्रसार की कमी के कारण सिर्फ दो ऑफलाइन आवेदन प्राप्त हुए हैं. बेसिक शिक्षा विभाग से भी बालिकाओं के डेटा को मंगाया गया है. जल्द ही प्रचार प्रसार कर योजना को विस्तार रूप दिया जाएगा ताकि कोई लाभार्थी छूटने न पाए.

- जयदीप सिंह, जिला प्रोबेशन अधिकारी

गोण्डा: शासन द्वारा कन्या भ्रूण हत्या पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए कन्या सुमंगला योजना की शुरुआत की गई. इसके अंतर्गत जन्म से लेकर स्नातक तक बालिकाओं को छह चरणों में 15 हजार रुपये दिए जाएंगे. इसके लिए जिले में डेटा का संकलन करने का काम शुरू हो गया है. इसकी जिम्मेदारी प्रोबेशन विभाग को सौंपी गई है, लेकिन प्रचार प्रसार न होने के कारण अभी तक प्रोबेशन विभाग को महज दो आवेदन प्राप्त हुए हैं.

कन्या सुमंगला योजना की हुई शुरुआत.

कन्या सुमंगला योजना की हुई शुरुआत

  • बेटी के जन्म पर अब बोझ नहीं बल्कि घर में लक्ष्मी आने की खुशियां मनाई जाएगी.
  • अब जन्म से लेकर स्नातक तक की पढ़ाई के लिए सरकार उसे छह चरणों में 15 हजार की धनराशि देगी.
  • इस योजना का लाभ 31 मार्च 2019 के बाद जन्मी बेटियों को मिलेगा.
  • इसके क्रम में बालिका के जन्म होने पर दो हजार रुपये, एक वर्ष के उपरांत पूर्ण टीकाकरण होने पर एक हजार रुपये देने का प्रावधान है.
  • कक्षा एक में बालिका के प्रवेश लेने पर उसे दो हजार रुपये तथा छह में प्रवेश लेने पर दो हजार रुपये दिये जाएंगे.
  • कक्षा 9 में तीन हजार व ऐसी बालिकाएं जिन्होंने कक्षा 12 वीं उत्तीर्ण करने के बाद स्नातक की डिग्री या दो वर्ष डिप्लोमा के कोर्स में प्रवेश लेने पर 5 हजार रुपये की धनराशि दी जाएगी.
  • यदि किसी परिवार ने अनाथ बालिका को गोद लिया हो तो परिवार की जैविक संतान को सम्मिलित करते हुए अधिकतम दो बालिकाओं को इस योजना का लाभ दिया जाएगा.

इस योजना का मुख्य उद्देश्य भ्रूण हत्या को रोकना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, बालिका सशक्तिकरण करना है. अभी तक हमें प्रचार प्रसार की कमी के कारण सिर्फ दो ऑफलाइन आवेदन प्राप्त हुए हैं. बेसिक शिक्षा विभाग से भी बालिकाओं के डेटा को मंगाया गया है. जल्द ही प्रचार प्रसार कर योजना को विस्तार रूप दिया जाएगा ताकि कोई लाभार्थी छूटने न पाए.

- जयदीप सिंह, जिला प्रोबेशन अधिकारी

Intro:शासन द्वारा कन्या भ्रूण हत्या पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए कन्या सुमंगला योजना की शुरुआत की गई। बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ के लिए यह योजना किसी वरदान से कम नहीं है। जन्म से लेकर स्नातक तक बालिकाओ को छह चरणों में 15 हजार रुपये दिए जाएंगे। इसके लिए जिले में डेटा का संकलन करने का काम शुरू हो गया है। इसकी जिम्मेदारी प्रोबेसन विभाग को सौंपी गई है। प्रचार प्रसार न होने के कारण अभी तक प्रोबेसन विभाग को महज दो आवेदन प्राप्त हुए हैं। साथ ही यह भी बता दें कि बेसिक शिक्षा विभाग और सरकारी अस्पतालों से भी छात्राओं और 31 मार्च के बाद जन्मी बच्चियों का डेटा प्रोबेशन विभाग मंगा रहा है।



Body:बेटी के जन्म पर अब बोझ नहीं बल्कि घर में लक्ष्मी आने की खुशियां मनाई जाएगी। ऐसा इसलिए हो रहा है कि जन्म से लेकर स्नातक तक कि पढ़ाई के लिए सरकार उसे छह चरणों में 15 हजार की धनराशि देगी। इस योजना का लाभ 31 मार्च 2019 के बाद जन्मी बेटियों को मिलेगा। इसके क्रम में बालिका के जन्म होने पर दो हजार रुपये, एक वर्ष के उपरांत पूर्ण टीकाकरण होने पर एक हजार रुपये देने का प्रावधान है। कक्षा एक में बालिका के प्रवेश लेने पर पुनः उसे दो हजार रुपये तथा छह में प्रवेश लेने पर दो हजार, कक्षा 9 में तीन हजार व ऐसी बालिकाएं जिन्होंने कक्षा 12 वी उत्तीर्ण करने के बाद स्नातक की डिग्री या दो वर्ष डिप्लोमा के कोर्स में प्रवेश लेने पर 5 हजार रुपये की धनराशि भुगतान की जाएगी। ऐसे लाभार्थी जिनकी पारिवारिक आय 3 लाख तक हो तथा परिवार में सिर्फ दो ही बच्चियां जन्मी हों या दो ही बच्चे हों। यदि किसी परिवार ने अनाथ बालिका को गोद लिया हो तो परिवार की जैविक संतान दो ली गयी सन्तानो को सम्मिलित करते हुए अधिकतम दो बालिकाओ को इस योजना का लाभ दिया जाएगा। बेसिक शिक्षा विभाग में अब तक हुए कक्षा 1 व कक्षा 6 में करीब 30 हजार बालिकाओ के नामंकन समपन्न हो चुके हैं प्रोबेशन विभाग में इन बालिकाओ को योजना का लाभ दिलाने के शिक्षा विभाग से आफ लाइन आवेदन मांगे हैं। वहीं 31 मार्च 2019 के बाद अस्पताल से भी ब्यौरा संकलित किया जा रहा है।


Conclusion:इस सम्बंध में जिला प्रोबेशन अधिकारी जयदीप सिंह ने बताया कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य भ्रूण हत्या को रोकना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, बालिका सशक्तिकरण करना है। अभी तक हमे प्रचार प्रसार के कमी के कारण सिर्फ दो ऑफलाइन आवेदन प्राप्त हुए है। बेसिक शिक्षा विभाग से भी बालिकाओ के डेटा को मंगाया गया है। जल्द ही प्रचार प्रसार कर योजना को विस्तार रूप दिया जाएगा कि कोई लाभार्थी छूटने न पाए।

बाईट- जयदीप सिंह(जिला प्रोबेशन अधिकारी)
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