गोंडाः जिले में शासन की रोक के बावजूद कार्य बहिष्कार करने पर जिले के लेखपाल संघ के जिलाध्यक्ष समेत चार लेखपालों को निलंबित कर दिया गया है, जबकि 345 लेखपालों को 'नो वर्क नो पे' की नोटिस जारी की गई है. ये कार्रवाई डीएम के निर्देश पर जिले की चारों तहसीलों में की गई है. वहीं कार्रवाई को उत्पीड़न बताते हुए लेखपाल संघ ने आंदोलन तेज करने की बात कही है.
शासन ने राजस्व विभाग में लेखपालों की हड़ताल छह माह के लिए बीते 13 दिसंबर को प्रतिबंधित कर दी थी. उल्लंघन करने वाले लेखपालों के खिलाफ सर्विस ब्रेक करने के साथ 'नो वर्क नो पे' के आधार पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे. डीएम डॉ. नितिन बंसल ने उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के अध्यक्ष और जिला मंत्री को शासन के निर्णय से अवगत कराने के साथ ही उल्लंघन करने पर एसडीएम को कार्रवाई के निर्देश दिए थे. इसके बावजूद लेखपालों की हड़ताल जारी रही.
शासन के निर्देश के बावजूद लेखपाल अपने काम पर वापस नहीं लौट रहे. इसके चलते जिले के चार लेखपालों को निलंबित किया गया है. वहीं लगभग 350 लेखपालों को 'नो वर्क नो पे' की नोटिस जारी की गई है. इसके बाद भी लेखपाल काम पर वापस नहीं लौटेंगे तो बर्खास्तगी की कार्रवाई की जाएगी.
-डॉ. नितिन बंसल, जिलाधिकारी