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दो साल से बंद पड़ा था विद्यालय, डीएम ने दिए शुरू करने के निर्देश

यूपी के गोंडा में ग्रामीणों की शिकायत पर डीएम ने अभिनव विद्यालय कंसापुर का निरीक्षण किया. डीएम ने दो साल से बंद पड़े करोड़ों की लागत से बने विद्यालय को जल्द शुरू कराने के निर्देश दिए.

डीएम ने अभिनव विद्यालय कंसापुर का किया निरीक्षण.
डीएम ने अभिनव विद्यालय कंसापुर का किया निरीक्षण.
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Published : May 28, 2021, 6:36 PM IST

गोंडा: जिले में शुक्रवार को डीएम मार्कण्डेय शाही ने विकासखण्ड झंझरी अन्तर्गत ग्राम पंचायत कंसापुर में करोड़ों की लागत से बने अभिनव विद्यालय का औचक निरीक्षण किया. शुक्रवार को जिलाधिकारी के वाट्सएप पर ग्रामीणों ने शिकायत की कि कंसापुर में करोड़ों रुपये की लागत से बने देवीपाटन मंडल में सीबीएसई बोर्ड का एक मात्र सरकारी इंटर कॉलेज उपेक्षा का शिकार है. यहां पर विगत दो वर्षों से कक्षाएं संचालित नहीं हो रही हैं. विद्यालय धीरे-धीरे जीर्ण होता जा रहा है.

ग्रामीणों ने डीएम को भेजे गए मैसेज में यह भी अनुरोध किया कि कृपया एक बार इस विद्यालय का निरीक्षण कर लें. साथ ही इस विद्यालय में कक्षाएं संचालित कराने की व्यवस्था करा दें. जिलाधिकारी मार्कण्डेय शाही ने प्राप्त मैसेज पर तत्काल जिला विद्यालय निरीक्षक और एक्सईएन पीडब्ल्यूडी को कार्यालय तलब किया. इसके बाद निरीक्षण के लिए अभिनव विद्यालय कंसापुर पहुंचे.

52 बीघे में करोड़ों की लागत से बना विद्यालय
डीएम ने जानकारी ली तो ज्ञात हुआ कि कुल 52 बीघे के रकबे के परिसर में बना हुआ अभिनव विद्यालय कार्यदायी संस्था यूपीपीसीएल बहराइच यूनिट द्वारा वर्ष 2016 में बनाया गया था, लेकिन कार्यदायी संस्था द्वारा पूरा निर्माण कार्य नहीं कराया गया. वित्तीय जानकारी लेने पर ज्ञात हुआ कि अभी भी कार्यदायी संस्था के खाते में 96 लाख रुपये की धनराशि निष्प्रयोज्य पड़ी हुई है.

ग्रामीणों ने बताया कि इस विद्यालय में 2016-2017 में छात्र-छात्राओं की अच्छी खासी संख्या थी, लेकिन विगत दो वर्ष से विद्यालय में न तो प्रधानाचार्य की तैनाती है और ही शिक्षक व अन्य स्टॉफ ही तैनात किए गए हैं. जिलाधिकारी ने मौके पर उपस्थित डीआईओएस को निर्देशित किया कि वे कार्यदायी संस्था को कारण बताओ नोटिस जारी कराएं. साथ ही विद्यालय को साफ-सुथरा कराने के साथ ही अधूरे कार्य को पूरा कराने की कार्रवाई करें.

डीएम ने मरम्मत कराने के दिए निर्देश
जिलाधिकारी मार्कण्डेय शाही ने डीआईओएस को यह भी निर्देश दिए कि विद्यालय की बाउंड्रीवॉल निर्माण और मरम्मत का कार्य शीघ्र शुरू कराएं, ताकि शासन की मंशा अनुसार इस विद्यालय का सदुपयोग छात्र-छात्राओं का भविष्य संवारने के लिए किया जा सके. उन्होंने कहा कि विद्यालय में आवश्यक स्टॉफ की तैनाती की भी करें, जिससे कोविड संक्रमण कम होते ही शिक्षण कार्य शुरू कराया जा सके. निरीक्षण के दौरान डीआईओएस, एक्सईएन पीडब्ल्यूडी, ओएसडी शिवराज शुक्ला उपस्थित रहे.

पढ़ें- मायावती पर मजाक सुनाकर फंसे एक्टर रणदीप हुड्डा, केस दर्ज करने के लिए शिकायत

गोंडा: जिले में शुक्रवार को डीएम मार्कण्डेय शाही ने विकासखण्ड झंझरी अन्तर्गत ग्राम पंचायत कंसापुर में करोड़ों की लागत से बने अभिनव विद्यालय का औचक निरीक्षण किया. शुक्रवार को जिलाधिकारी के वाट्सएप पर ग्रामीणों ने शिकायत की कि कंसापुर में करोड़ों रुपये की लागत से बने देवीपाटन मंडल में सीबीएसई बोर्ड का एक मात्र सरकारी इंटर कॉलेज उपेक्षा का शिकार है. यहां पर विगत दो वर्षों से कक्षाएं संचालित नहीं हो रही हैं. विद्यालय धीरे-धीरे जीर्ण होता जा रहा है.

ग्रामीणों ने डीएम को भेजे गए मैसेज में यह भी अनुरोध किया कि कृपया एक बार इस विद्यालय का निरीक्षण कर लें. साथ ही इस विद्यालय में कक्षाएं संचालित कराने की व्यवस्था करा दें. जिलाधिकारी मार्कण्डेय शाही ने प्राप्त मैसेज पर तत्काल जिला विद्यालय निरीक्षक और एक्सईएन पीडब्ल्यूडी को कार्यालय तलब किया. इसके बाद निरीक्षण के लिए अभिनव विद्यालय कंसापुर पहुंचे.

52 बीघे में करोड़ों की लागत से बना विद्यालय
डीएम ने जानकारी ली तो ज्ञात हुआ कि कुल 52 बीघे के रकबे के परिसर में बना हुआ अभिनव विद्यालय कार्यदायी संस्था यूपीपीसीएल बहराइच यूनिट द्वारा वर्ष 2016 में बनाया गया था, लेकिन कार्यदायी संस्था द्वारा पूरा निर्माण कार्य नहीं कराया गया. वित्तीय जानकारी लेने पर ज्ञात हुआ कि अभी भी कार्यदायी संस्था के खाते में 96 लाख रुपये की धनराशि निष्प्रयोज्य पड़ी हुई है.

ग्रामीणों ने बताया कि इस विद्यालय में 2016-2017 में छात्र-छात्राओं की अच्छी खासी संख्या थी, लेकिन विगत दो वर्ष से विद्यालय में न तो प्रधानाचार्य की तैनाती है और ही शिक्षक व अन्य स्टॉफ ही तैनात किए गए हैं. जिलाधिकारी ने मौके पर उपस्थित डीआईओएस को निर्देशित किया कि वे कार्यदायी संस्था को कारण बताओ नोटिस जारी कराएं. साथ ही विद्यालय को साफ-सुथरा कराने के साथ ही अधूरे कार्य को पूरा कराने की कार्रवाई करें.

डीएम ने मरम्मत कराने के दिए निर्देश
जिलाधिकारी मार्कण्डेय शाही ने डीआईओएस को यह भी निर्देश दिए कि विद्यालय की बाउंड्रीवॉल निर्माण और मरम्मत का कार्य शीघ्र शुरू कराएं, ताकि शासन की मंशा अनुसार इस विद्यालय का सदुपयोग छात्र-छात्राओं का भविष्य संवारने के लिए किया जा सके. उन्होंने कहा कि विद्यालय में आवश्यक स्टॉफ की तैनाती की भी करें, जिससे कोविड संक्रमण कम होते ही शिक्षण कार्य शुरू कराया जा सके. निरीक्षण के दौरान डीआईओएस, एक्सईएन पीडब्ल्यूडी, ओएसडी शिवराज शुक्ला उपस्थित रहे.

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