ETV Bharat / state

गोण्डा: मॉनसून में बढ़ा डेंगू का खतरा, ऐसे करें बचाव

उत्तर प्रदेश के गोण्डा में बाढ़ और बारिश से जगह-जगह पानी भर जाने से लोगों पर डेंगू का खतरा मंडरा रहा है. जिला अस्पताल में भी इस बाबत तैयारियां कर ली गई हैं और लोगों को भी हिदायत दी जा रही है कि घर में कहीं भी पानी इकट्ठा न होने दें.

बाबू ईश्वर शरण जिला चिकित्सालय.
author img

By

Published : Sep 18, 2019, 12:25 PM IST

गोण्डाः जिले में बाढ़ और बारिश से जगह-जगह पानी भर जाने के कारण इस समय डेंगू फैलने का खतरा सबसे ज्यादा है. जिला अस्पताल में भी इस बाबत तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. लोगों को हिदायत भी दी जा रही है कि घर में किसी भी जगह पानी इकट्ठा न होने दें, ताकि डेंगू के मच्छर न पनप पाएं.

बाबू ईश्वर शरण जिला चिकित्सालय.

वहीं सड़कों के किनारे जगह-जगह भरे पानी को हटाने के मामले में प्रशासन फेल साबित हुआ है. बता दें कि मानसून की बारिश के दौरान एडीज एजिप्टी मादा मच्छर पनपता है, जो डेंगू का प्रमुख कारक है.

ये भी पढ़ें:- प्रयागराज: बाढ़ के साथ डेंगू ने दी दस्तक

जिला अस्पताल की सीएमओ मधु गैरोला ने बताया कि डेंगू और संक्रमण बीमारी से बचने के लिए सबसे पहले घरों में पानी का जमाव न होने दें. डेंगू के खतरे को देखते हुए इससे बचने के लिए जिला अस्पताल में तैयारी पूरी कर ली गई हैं. इस समय डेंगू से पीड़ित एक महिला का इलाज चल रहा है. जिला अस्पताल में डेंगू के मरीजों के लिए अलग से वार्ड बनाया गया है, जिससे मरीजों की देखभाल हो सके.

गोण्डाः जिले में बाढ़ और बारिश से जगह-जगह पानी भर जाने के कारण इस समय डेंगू फैलने का खतरा सबसे ज्यादा है. जिला अस्पताल में भी इस बाबत तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. लोगों को हिदायत भी दी जा रही है कि घर में किसी भी जगह पानी इकट्ठा न होने दें, ताकि डेंगू के मच्छर न पनप पाएं.

बाबू ईश्वर शरण जिला चिकित्सालय.

वहीं सड़कों के किनारे जगह-जगह भरे पानी को हटाने के मामले में प्रशासन फेल साबित हुआ है. बता दें कि मानसून की बारिश के दौरान एडीज एजिप्टी मादा मच्छर पनपता है, जो डेंगू का प्रमुख कारक है.

ये भी पढ़ें:- प्रयागराज: बाढ़ के साथ डेंगू ने दी दस्तक

जिला अस्पताल की सीएमओ मधु गैरोला ने बताया कि डेंगू और संक्रमण बीमारी से बचने के लिए सबसे पहले घरों में पानी का जमाव न होने दें. डेंगू के खतरे को देखते हुए इससे बचने के लिए जिला अस्पताल में तैयारी पूरी कर ली गई हैं. इस समय डेंगू से पीड़ित एक महिला का इलाज चल रहा है. जिला अस्पताल में डेंगू के मरीजों के लिए अलग से वार्ड बनाया गया है, जिससे मरीजों की देखभाल हो सके.

Intro:जिले में बाढ़ व बारिश से जगह जगह रुके हुए पानी के कारण इस समय डेंग्यू फैलने का खतरा सबसे अधिक रहता है। जिलासप्ताल में भी इस बाबत तैयारियां कर ली गयी हैं और लोगों को भी हिदायत दी जा रही है कि किसी भी बर्तन इत्यादि में पानी इकट्ठा न होने दें ताकि जिससे डेंगू के मच्छर न पनप पाएं। लेकिन जगह जगह सड़को के किनारे लगे पानी को साफ करने के मामले में प्रशासन बिल्कुल फेल साबित हुआ है। बता दें कि मानसून की बारिश के दौरान मादा एडीज एजिप्टी मच्छर पनपता है जो डेंगू का प्रमुख कारक है। जिलासप्ताल में इस समय एक डेंगू पीड़ित महिला का इलाज चल रहा है साथ ही डेंगू से एक मरीज की मौत भी हो चुकी है।


Body:बारिश के मौसम शुरू होते ही लोगों में रुमानियत छाने लगती है लेकिन बात यहीं खत्म नहीं होती। मानसूनी बारिश जितना खूबसूरत लगता है उससे कहीं ज्यादा बीमारियां भी लेकर आता है। जिसमें सबसे भयंकर बीमारी है डेंग्यू। बता दें कि डेंग्यू के इलाज के लिए अभी तक कोई ठोस दवाई नहीं बनाई गई है इसके लिए कई वैक्सीन बने हैं लेकिन वह अभी भी ट्रायल के स्तर पर ही है। डेंगू के इलाज के लिए सबसे जरूरी चीज है तो वह है इसका रोकथाम इस मौसम में सबसे पहले तो अपने आस पास के इलाके में पानी इकट्ठा न ही इसको सबसे पहले सुनिश्चित करना है। आस पास साफ सफाई रखना, मच्छर से खुद को बचाना सबसे अहम बात है जिसके लिए मच्छरदानी इत्यादि का प्रयोग किया जा सकता है। जिलासप्ताल में भी इस बाबत डेंग्यू वार्ड में मरीजो के लिए मच्चदानी इत्यादि की व्यवस्था है। अभी फिलहाल डेंगू का एक मामला सामने आया है जिसका इलाज जिलासप्ताल में चल रहा है। Conclusion:इस बाबत मुख्य चिकित्सा अधिकारी मधु गैरोला ने भी कहा कि झाड़ियां न उगने दें साथ ही अगर कोई गढ्ढे में पानी इकट्ठा भी हो गया है तो उसमें मिट्टी का तेल या मोबिल डाल दें जिससे यह मच्छर न पनपे। उन्होंने कहा कि यहाँ डेंगू वार्ड है जिसमें उनके टेस्ट व इलाज कराये जाते हैं। अभी फिलहाल एक मरीज है जिनका इलाज चल रहा है।

बाईट- मधु गैरोला(सीएमओ गोण्डा)
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.