गोंडा जिले के गांधी पार्क में जो महात्मा गांधी की प्रतिमा लगी हुई है वो एशिया की सबसे बड़ी प्रतिमा बताई जाती है. जिसकी ऊंचाई 9:30 फीट है इस प्रतिमा की खासियत यह है कि इसको वास्तुकला के अनुरूप बनाया गया है और इस प्रतिमा को बनाने में इटालियन संगमरमर का प्रयोग हुआ है. प्रतिमा को एंटोनियो मारजोलो ने इटली में ही बनाया था. ब्रिटेन शासनकाल के दौरान यह पार्क एडवर्ड पार्क के नाम से जाना जाता था. जिसे आजादी बाद गांधी पार्क नाम दे दिया गया.
:गोंडा जिले के मुख्यालय स्थित गांधी पार्क अपने में ही इतिहास समेटे हुए हैं. यहां लगी महात्मा गांधी की प्रतिमा एशिया की सबसे ऊंची गांधी प्रतिमा है. एंटोनियो मारजोलो ने इटली में ही इसे बनाया था. रिटायर्ड प्रोफेसर सूर्यपाल सिंह और धर्मवीर आर्य समाज सेवी ने बताया कि 1901 में एडवर्ड सप्तम ब्रिटेन में शासक बने. उनकी स्मृति में 1902 में गोंडा में अंग्रेजों ने एडवर्ड पार्क बनाया।.आजादी के बाद लोगों को यह एडवर्ड पार्क खलने लगा। यहां के लोगों ने यह तय किया कि इसे गांधी पार्क के रूप में परिवर्तित कर दिया जाए और गांधी जी की एक मूर्ति लगाई जाए.
आर्ट्स एंड क्राफ्ट्स कॉलेज लखनऊ के प्रिंसिपल रॉय चौधरी ने एक मॉडल बनाया. उसी मॉडल को देखकर इटालियन संगमरमर से उन्होंने इस मूर्ति को बनाया. यह मूर्ति 9:30 फीट ऊंची है यह मूर्ति पानी के जहाज से इटली से कोलकाता आई फिर वहां से गोंडा आई. यह मूर्ति 10 भागों में विभक्त थी . सन् 1951 में तत्कालीन मुख्यमंत्री ने इस को स्थापित कर इसका अनावरण किया. गांधी जी स्वतंत्रता आंदोलन के समय गोंडा भी आए थे. मूर्ति के साथ ही यहां गांधी जी के नाम पर कई विद्यालय भी खोले गए हैं. धर्मवीर आर्य समाजसेवी ने कहा कि गांधीजी के पुतले पर गोली मारना दुर्भाग्यपूर्ण है इसे सरकार को तुरंत संज्ञान में लेकर कार्रवाई करनी चाहिए.