गोंडा: कोविड-19 को लेकर पूरे देश मे लॉकडाउन चल रहा है और स्कूल कालेज सभी बंद हैं. बच्चों की पढ़ाई पूरी तरह से ठप है. ऐसे में स्कूल जाने वाले बच्चों के अभिभावकों के सामने फीस को लेकर बड़ी समस्या है. इस समस्या को देखते हुए गोंडा जिले के 5 स्कूल प्रबंधकों ने अपने यहां पढ़ने वाले बच्चों की तीन महीने की फीस माफ कर दी हैं. वहीं एक स्कूल प्रबंधक ने बच्चों की 4 माह की फीस माफ करने की घोषणा की है.
दरअसल, लॉकडाउन में रोजगार पूरी तरह से ठप है. ऐसे मे स्कूलों की फीस भरना बच्चों के अभिभावकों के लिए बेहद गंभीर मुद्दा है. इस मुद्दे पर ग्रामीण अंचल में संचालित होने वाले स्कूलों के प्रबंधकों ने दरियादिली दिखाई है और 5 स्कूलों के प्रबंधकों ने अपने यहां पढ़ने वाले बच्चों की फीस माफ कर दिया है. 3 स्कूल प्रबंधकों ने 3 महीने की जबकि 2 स्कूल प्रबंधकों ने 4 माह की फीस माफ करने की घोषणा की है. यह स्कूल भले ही ग्रामीण क्षेत्र में संचालित होते हों, लेकिन उनका दिल बड़ा है, जो शहर के बड़े स्कूलों के प्रबंधकों को आइना दिखाने के लिए काफी है.
जिले के हारीपुर स्थित सीताराम वाणी शिक्षण संस्थान के प्रबंधक संदीप चतुर्वेदी ने अपने यहां पढ़ने वाले बच्चों की 4 माह की फीस माफ करने की घोषणा की है. इस स्कूल मे करीब 300 बच्चों की फीस माफ की गई है. वहीं इटियाथोक,धानेपुर, गोड़वाघाट व बड़गांव मे संचालित स्कूलों के प्रबंधकों ने भी 3 माह की फीस माफ कर दिया है.
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वहीं इस फीस माफी को लेकर सीताराम वाणी शिक्षण संस्थान के प्रबंधक संदीप चतुर्वेदी का कहना है कि कोरोना महामारी के चलते जब पूरा देश लॉकडाउन मे है और लोगों का रोजगार बंद हो गया है, तो बच्चों की फीस जमा होने मे कठिनाई हो रही हैं. ऐसे में उन्होने अपने यहां पढ़ने वाले करीब 300 बच्चों की 4 महीने की फीस माफ कर दिया है और अन्य लोगों से भी अपील करता हूं कि वह भी अपने स्कूल के बच्चों की फीस माफ कर दें.