गोंडा: जिले में स्वास्थ्य विभाग बड़ी खबर सामने आई है. एसीएमओ डॉ. एपी सिंह ने डीएम पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. एसीएमओ ने सीएमओ और स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह को इस्तीफे का पत्र भेजा है. पत्र में उन्होंने मंगलवार शाम समीक्षा बैठक के दौरान डीएम पर असंसदीय भाषा प्रयोग करने और चिकित्सक समाज का अपमान किए जाने का आरोप भी लगाया है. एसीएमओ ने इस्तीफे में आरोप लगाया है कि डीएम की ओर से इससे पहले भी अमर्यादित शब्द प्रयोग किया गया था. एसीएमओ को निकम्मा इत्यादि शब्दों का प्रयोग उनके लिए किया. वहीं इसके बाद 19 सीएचसी अधीक्षकों ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया है.
जानें क्या है पूरा मामला
वहीं इस्तीफे के पत्र के अनुसार निगरानी समितियों के मेडिकल किट की समीक्षा के मामले में भी उन्हें डांट-फटकार लगाई गई. क्लस्टर कोविड टीकाकरण के लिए पोर्टल पर फीडिंग की बात उठाने पर डीएम ने उनके साथ अनुचित व्यवहार किया. डीएम ने कहा कि सीएमओ और उनके (एसीएमओ) रहते जनपद में कोई काम नहीं हो सकता. डॉ. एपी सिंह ने दावा किया कि जनपद को स्वास्थ्य मानकों में 73वें से 23वें स्थान पर लाने में उन्होंने योगदान दिया. इसके बावजूद डीएम द्वारा शासकीय चिकित्सकों को अपमानित किए जाने के कारण आहत हूं. कोरोना योद्धा के रूप में सम्मानित करने के बजाय अपमानित किया गया. एसीएमओ ने इस्तीफे के अंत में लिखा कि मैं अपर मुख्य चिकित्साधिकारी के रूप में मानसिक आहत होने के कारण अपनी सेवाएं दे पाने में सक्षम नहीं हूं. वहीं इस मामले में सीएमओ डॉ. आर एस केसरी ने बताया कि एसीएमओ के इस्तीफे की प्रति उन्हें मिली है. विचार के बाद इसे शासन को प्रेषित किया जाएगा.
डीएम की कार्यशैली से खफा होकर जिले के सोलह अधीक्षकों ने दिया सामूहिक इस्तीफा
वहीं डीएम के व्यवहार से नाराज एसीएमओ डॉ. एपी सिंह के इस्तीफे के बाद बुधवार रात यहां बुलाई गई आपात बैठक में सभी 19 सीएचसी अधीक्षकों ने देर रात अपने-अपने पद से सामूहिक इस्तीफा दे दिया है. सभी ने जिलाधिकरी पर चिकित्सकों के प्रति अपमानित व्यवहार और टिप्पणी को लेकर इस्तीफा दे दिया है. अधीक्षकों ने सामूहिक इस्तीफा का पत्र सीएमओ को दे दिया है. इतनी बड़ी संख्या में डाक्टरों के इस्तीफे से स्वास्थ्य सेवाओं के ठप होने की आशंका बढ़ गई है. माना जा रहा है कि चिकित्सकों के समर्थन में कल और स्वास्थ्य संगठन आ सकते हैं. सीएमओ ने सामूहिक इस्तीफा पत्र मिलने की पुष्टि कर दी है.
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इस्तीफे की जानकारी नहीं, आरोप निराधार: डीएम
इस मामले में जिलाधिकारी मार्कण्डेय शाही से बात की गई तो उनोहने कहा कि एसीएमओ डॉ. एपी सिंह के इस्तीफे की जानकारी अभी उन्हें नहीं है. बैठक में शासकीय कार्यों को लेकर निर्देश दिए गए. कोई असंसदीय भाषा का इस्तेमाल नहीं किया गया. एसीएमओ की ओर से जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं वे निराधार हैं.
अपर स्वास्थ्य निदेशक देवीपाटन मंडल डॉ. आनंद ओझा का कहना है कि इस महामारी के दौरान डॉक्टरों ने कंधे से कंधा मिलाकर काम किया है, उसके बाद भी लगातार डॉक्टरों के साथ अभद्र व्यवहार किया जा रहा है. प्रशासन को हमारा सहयोग करना चाहिए. हमारा पूरा विभाग लगातार सेवा करने के लिए प्रयासरत है. वहीं प्रांतीय डॉक्टर संघ के अध्यक्ष डॉ. टीपी जयसवाल ने बताया कि लगातार काम करने के बाद भी डॉक्टरों का मनोबल तोड़ा जा रहा है. डॉक्टरों के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया जा रहा है. निकम्मा, कामचोर जैसे शब्दों का प्रयोग जिलाधिकारी द्वारा किया गया है, जिससे पूरा डॉक्टर संघ आहत है. जिलाधिकारी के व्यवहार को लेकर उच्च अधिकारियों के निर्देशन में बैठक कर रणनीति बनाई जा रही है.