गाजीपुर: जिले में 2 महिलाओं से जबरन बंधुआ मजदूरी कराने का मामला सामने आया है. वहीं इसकी जानकारी मिलने पर जिला प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए दोनों महिलाओं को मुक्त करा लिया है. दरअसल, नंदगंज के रसूलपुर में ईंट भट्टे पर जबरन 2 महिलाओं से बंधुआ मजदूरी करने की शिकायत जिला प्रशासन को मिली थी. इसके बाद श्रम प्रवर्तन अधिकारी लईक अहमद ने मौके पर पहुंच दोनों महिलाओं को छुड़ाकर उन्हें घर भिजवाया है. वहीं दोषी ईंट भट्ठा संचालक के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.
महत्वपूर्ण बातें-
- ईंट भट्ठे पर काम करने आई थीं महिलाएं.
- छत्तीसगढ़ के बिलासपुर की रहने वाली हैं महिलाएं.
आपको बता दें कि बीते दिनों किसी स्थानीय ने डीएम ओमप्रकाश आर्य से इस मामले की शिकायत की थी. शिकायत में बताया गया था कि नंदगंज के रसूलपुर फरीदचक स्थित ईंट भट्ठे पर मजदूरी करने आई दो महिलाओं को बंधक बनाकर उनसे जबरन मजदूरी कराई जा रही है. मामले की जानकारी होते ही तत्काल जिलाधिकारी ने श्रम प्रवर्तन अधिकारी को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया.
जिलाधिकारी से मिले निर्देश के बाद श्रम प्रवर्तन अधिकारी लईक अहमद ने मौके पर पहुंचकर छापेमारी की और दोनों बंधुआ मजदूर महिलाओं को मौके से छुड़ा लिया गया. दोनों महिलाएं छत्तीसगढ़ के बिलासपुर की रहने वाली हैं. जानकारी के मुताबिक वे यहां मजदूरी करने आई थीं, लेकिन ईंट भट्ठा संचालक उन्हें बंधक बनाकर काम कराने लगा. जिला प्रशासन की ओर से दोनों महिलाओं को मुक्त कराकर अवमुक्त प्रमाण-पत्र जारी किया गया. श्रम प्रवर्तन अधिकारी ने दोनों महिलाओं को सैदपुर एसडीएम के सुपुर्द कर दिया. दोनों को बिलासपुर के लिए रवाना कर दिया गया है.
ईंट भट्ठा सुरेंद्र यादव की पत्नी आशा देवी के नाम पर है. भट्ठा संचालक से दोनों महिलाओं की उनके मजदूरी के पैसे भी दिलवाए गए. वहीं दोषी ईंट भट्ठा संचालक के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है.
-लईक अहमद, श्रम प्रवर्तन अधिकारी
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