ETV Bharat / state

गाजीपुर: 6 माह से बकाया मानदेय को लेकर मीटर रीडरों ने किया धरना प्रदर्शन

उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में 6 माह से बकाया मानदेय को लेकर अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर मीटर रीडरों ने धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने मांगे पूरी न होने पर धरना जारी रखने की चेतावनी भी दी.

गाजीपुर में धरने पर बैठे मीटर रीडर
गाजीपुर में धरने पर बैठे मीटर रीडर.
author img

By

Published : Jan 14, 2020, 5:33 AM IST

गाजीपुर: बड़ी बाग स्थित अधीक्षण अभियंता कार्यालय परिसर में मीटर रीडरों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान मीटर रीडरों ने कहा कि उनका पिछले 6 माह का बकाया मानदेय का तत्काल भुगतान हो. साथ ही नियुक्ति के समय निजी कंपनी द्वारा मीटर रीडरों से लिए गए 15 हजार की डीडी की रकम भी कंपनी वापस करें. यदि उनकी दोनों मांगे नहीं मानी जाती तो धरना अनवरत जारी रहेगा.

धरने पर बैठे मीटर रीडर.
मीटर रीडरों ने आरोप लगाया कि निजी कंपनी के अधिकारियों द्वारा मानदेय में कटौती कर भुगतान किया जा रहा है. वहीं बीते 6 माह से मानदेय का भुगतान भी बकाया है. निजी कंपनी के द्वारा नियुक्ति के समय एग्रीमेंट के मुताबिक 15 हजार की डीडी ली गई, जिसे 1 साल काम करने के बाद वापस लौटाने की बात कही गई, लेकिन अब कंपनी के अधिकारी इस बात को खारिज कर रहे हैं.


विद्युत मजदूर पंचायत के जिला मंत्री अरविंद कुशवाहा ने बताया कि रीडरों के द्वारा बिलिंग का कार्य किया जाता है. कंपनी के द्वारा नियत मानदेय 9 हजार के सापेक्ष उन्हें महज 3 से 4 हजार रुपये का मानदेय दिया जा रहा है. बीते 6 माह से मानदेय का भुगतान बकाया है.

ये भी पढ़ें: गाजीपुर: पुरानी पेंशन बहाली और 21 हजार न्यूनतम वेतन के लिए धरना

नियुक्ति के समय कंपनी द्वारा 15 हजार की डीडी ली गई थी, जिसका 1 साल के बाद भुगतान होना था, लेकिन अब तक भुगतान नहीं हुआ. जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होती, तब तक धरना जारी रहेगा.
-अरविंद कुशवाहा, जिला मंत्री, विद्युत मजदूर पंचायत

गाजीपुर: बड़ी बाग स्थित अधीक्षण अभियंता कार्यालय परिसर में मीटर रीडरों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान मीटर रीडरों ने कहा कि उनका पिछले 6 माह का बकाया मानदेय का तत्काल भुगतान हो. साथ ही नियुक्ति के समय निजी कंपनी द्वारा मीटर रीडरों से लिए गए 15 हजार की डीडी की रकम भी कंपनी वापस करें. यदि उनकी दोनों मांगे नहीं मानी जाती तो धरना अनवरत जारी रहेगा.

धरने पर बैठे मीटर रीडर.
मीटर रीडरों ने आरोप लगाया कि निजी कंपनी के अधिकारियों द्वारा मानदेय में कटौती कर भुगतान किया जा रहा है. वहीं बीते 6 माह से मानदेय का भुगतान भी बकाया है. निजी कंपनी के द्वारा नियुक्ति के समय एग्रीमेंट के मुताबिक 15 हजार की डीडी ली गई, जिसे 1 साल काम करने के बाद वापस लौटाने की बात कही गई, लेकिन अब कंपनी के अधिकारी इस बात को खारिज कर रहे हैं.


विद्युत मजदूर पंचायत के जिला मंत्री अरविंद कुशवाहा ने बताया कि रीडरों के द्वारा बिलिंग का कार्य किया जाता है. कंपनी के द्वारा नियत मानदेय 9 हजार के सापेक्ष उन्हें महज 3 से 4 हजार रुपये का मानदेय दिया जा रहा है. बीते 6 माह से मानदेय का भुगतान बकाया है.

ये भी पढ़ें: गाजीपुर: पुरानी पेंशन बहाली और 21 हजार न्यूनतम वेतन के लिए धरना

नियुक्ति के समय कंपनी द्वारा 15 हजार की डीडी ली गई थी, जिसका 1 साल के बाद भुगतान होना था, लेकिन अब तक भुगतान नहीं हुआ. जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होती, तब तक धरना जारी रहेगा.
-अरविंद कुशवाहा, जिला मंत्री, विद्युत मजदूर पंचायत

Intro:गाजीपुर: 6 माह से बकाया मानदेय को लेकर अधीक्षण अभियंता कार्यालय में मीटर रीडरों का धरना

गाजीपुर। खबर गाजीपुर से है। जहां बड़ी बाग स्थित अधीक्षण अभियंता कार्यालय परिसर में मीटर रीडरों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान मीटर रीडरों ने कहा कि उनका पिछले 6 माह का बकाया मानदेय का तत्काल भुगतान हो। साथ ही नियुक्ति के समय निजी कंपनी द्वारा मीटर रीडरों से लिए गए ₹15000 की डीडी की रकम भी कंपनी वापस करें। यदि उनकी दोनों मांगे नहीं मानी जाती तो धरना अनवरत जारी रहेगा।

Body:उन्होंने आरोप लगाया की निजी कंपनी के अधिकारियों द्वारा मानदेय में कटौती कर भुगतान किया जा रहा है। वहीं बीते 6 माह से मानदेय का भुगतान भी बकाया है। निजी कंपनी के द्वारा नियुक्ति के समय एग्रीमेंट के मुताबिक ₹15000 की डीडी ली गई जिसे 1 साल काम करने के बाद वापस लौटाने की बात कही गई। लेकिन अब कंपनी के अधिकारी इस बात को खारिज कर रहे हैं।

Conclusion:विद्युत मजदूर पंचायत के जिला मंत्री अरविंद कुशवाहा ने बताया कि रीडरों के द्वारा बिलिंग का कार्य किया जाता है। कंपनी के द्वारा नियत मानदेय 9000 के सापेक्ष उन्हें महज 3000 से ₹4000 का मानदेय दिया जा रहा है। बीते 6 माह से मानदेय का भुगतान बकाया है। उन्होंने बताया कि नियुक्ति के वक्त कंपनी द्वारा ₹15000 की डीडी ली गई थी। जिसका 1 साल के बाद इसका भुगतान होना था। भुगतान अबतक नहीं हुआ। जब तक मांग पूरी नहीं होती तब तक धरना जारी रहेगा।

बाइट - अरविंद कुशवाहा ( जिला मंत्री विद्युत मजदूर पंचायत ), विजुअल

उज्जवल कुमार राय, 7905590960


ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.