गाजीपुर: सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर पर हुए हमले और दर्ज हुए मुकदमे को लेकर शुक्रवार को जनपद के सरजू पांडे पार्क में ओमप्रकाश राजभर और सपा नेताओं ने धरना दिया था. धरने में ओमप्रकाश राजभर ने अपने ऊपर मुकदमे को वापस करने की मांग करते रहे, जिसके लिए उन्होंने एडिशनल एसपी को राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन भी सौंपा. ओपी राजभर ने धरनास्थल पर चेतावनी देते हुए कहा कि डीएम और कप्तान साहब इसे खिलवाड़ मत समझना, यह राजभर चुप होने वाला नहीं है.
धरना के बहाने ओमप्रकाश राजभर ने 2024 लोकसभा चुनाव को भी हवा दे दी. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि डीएम और कप्तान साहब यह ओमप्रकाश राजभर है. यह बोलता रहेगा, यह कभी चुप होने वाला नहीं है. राजभर यहीं नहीं रुके उन्होंने तो यहां तक कह डाला की आज गाजीपुर सुलग रहा है कल लखनऊ जलेगा. ओमप्रकाश राजभर ने भाजपा को चुनौती देते हुए कहा कि जिस तरह से बुलडोजर चलाया जा रहा है, उस बुलडोजर का डीजल भी समाप्त हो जाएगा और यह बुलडोजर थम जाएगा.
भाजपा को खुली चुनौती देते हुए ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि भाजपा वालों में इतना ही दम है तो फ्री बिजली, फ्री शिक्षा देने की बात क्यों नहीं करते. उन्होंने राशन वितरण प्रणाली पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि गरीबों को तुम राशन फ्री दे रहे हो तो मिट्टी का तेल क्यों बंद कर दिया. गरीबों को मिलने वाले चीनी क्यों बंद कर दी. यदि अटल जी ने गरीबों के लिए यह योजना चलाई थी तो अटल जी के सपनों को तोड़ने का काम किया जा रहा है. इस पर क्यों नहीं भाजपा के लोग बात करते हैं.
सुभासपा अध्यक्ष राजभर ने कहा कि पूर्वांचल से 2022 विधानसभा चुनाव में भाजपा साफ हो गई, जिसमें गाजीपुर, आजमगढ़, बलिया, मऊ, चंदौली सहित तमाम जिलों का नाम लेते हुए कहा कि 2024 में पूरे प्रदेश में भाजपा का सफाया हो जाएगा. बात हो गई है बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से और केजरीवाल से. हर छोटे-बड़े दलों के नेताओं से इस बार 2024 लोकसभा चुनाव में ओमप्रकाश राजभर अपनी पूरी ताकत दिखा देगा.
धरने में रामगोविंद चौधरी समेत ये नेता पहुंचे थे: शुक्रवार को गाजीपुर के सरजू पांडे पार्क में धरने में सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर के समर्थन में पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी भी शामिल हैं. इसके अलावा धरने में जंगीपुर विधायक डॉ. वीरेंद्र यादव, गाजीपुर सदर विधायक जय किशन साहू, मोहम्मदाबाद से विधायक सोहेब अंसारी, विधायक ओमप्रकाश सिंह भी माैजूद हैं.
गौसलपुर हमले में 16 नामजद: बीते मंगलवार को ओपी राजभर ने अपने ऊपर हमला किए जाने का आरोप लगाते हुए करीमुद्दीनपुर थाने में तहरीर दी थी. मामले में 16 लोगों के पर नामजद एफआईआर दर्ज हुई थी. ओपी राजभर गौसलपुर गांव में एक कार्यकर्ता के यहां शोक संवेदना व्यक्त करने गए थे. तभी उनपर हमला किया गया था. इस पूरी घटना को लेकर करीमुद्दीनपुर थाने में ही क्राॅस एफआईआर दर्ज कराई गई है.
क्राॅस केस में सुभासपा के 16 लोगों के भी नाम: गौसलपुर निवासी विश्वकर्मा सिंह ने करीमुद्दीनपुर थाने में ओपी राजभर के साथ ही 16 लोगों पर नामजद काॅस एफआईआर दर्ज कराई है. विश्वकर्मा सिंह ने तहरीर में लिखा है कि विधायक ओपी राजभर उनके गांव आए थे. ओपी राजभर की गाड़ियां रास्ते पर खड़ी थीं. गांव के कुछ लड़के उधर से गुजर रहे थे, जिन्होंने सड़क जाम होने के नाते ओपी राजभर की गाड़ियों को हटाने की बात कही. इसपर ओपी राजभर के समर्थक गालियां देते हुए उन लड़कों को मारने के लिए ललकारने लगे. इससे माहौल तनावपूर्ण हो गया.
ओपी राजभर ने दिया था धरने का अल्टीमेटम: बीते मंगलवार को गौसलपुर गांव में घटना के बाद नाराज ओपी राजभर नामजद लोगों की जल्द गिरफ्तारी की जिद पर अड़ गए थे. एसपी ग्रामीण आरडी चौरसिया से लंबी बातचीत के बाद ओपी राजभर तो वहां से चले गए थे. लेकिन, उन्होंने आरोपियों को पकड़े जाने के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम देते धरना देने की चेतावनी दी थी.
भाजपा पर आरोप: समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष रामधारी यादव ने धरनास्थल पर कार्यकर्ताओं की भीड़ जुटाने के लिए एक पत्र जारी किया है. उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं पर भी आरोप लगाया है कि भाजपा के गुंडों के द्वारा इस तरह का कृत्य किया जा रहा है.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप