गाजीपुर: जिला अस्पताल में सरकारी मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य हो रहा है. इस दौरान गुरुवार को तीन मंजिला भवन धराशाई हो गया. आनन-फानन में कार्यदाई संस्था ने अपनी कमियों को छुपाने के लिए जेसीबी लगाकर मलबे को तेजी से हटाने में जुट गई.
तीन मंंजिला भवन गिरा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की बात कही है. मगर जनपद गाजीपुर में जीरो टॉलरेंस का कहीं भी असर देखने को नहीं मिल रहा है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के पास करीब 45 करोड़ की लागत से सात मंजिला मेडिकल कॉलेज के लिए अस्पताल का निर्माण किया जा रहा है. गुरुवार को तीसरी मंजिल की छत के एक हिस्से की ढलाई के बाद पूरी छत धराशाई हो गई. आरोप है कि घटिया सामग्री के इस्तेमाल की वजह से निर्माण के कुछ ही घंटों में छत गिर गई. घटना के दौरान गनीमत यह रही कि उस रास्ते में आवागमन नहीं हो रहा था, इस वजह से बड़ा हादसा टल गया.
हो सकता था बड़ा हादसा
यह निर्माण कार्य काफी दिनों से चल रहा है. उस रूट पर आने-जाने वाले मरीजों के लिए रूट डायवर्ट नहीं किया गया था, जिसकी वजह से आए दिन किसी न किसी अनहोनी का अंदेशा रहता था. जहां पर इस मेडिकल कॉलेज का निर्माण हो रहा है, उसके पास से ही अस्पताल का मुख्य मार्ग है. इतनी बड़ी घटना होने के बाद कोई भी जिम्मेदार अधिकारी या कर्मचारी मौके पर मौजूद नहीं थे. वहां की कार्यदाई संस्था के कर्मचारी ने बताया कि अधिकारियों को सूचित किया गया है, लेकिन मौके पर कोई भी मौजूद नहीं था.