गाजीपुरः जिले के जमानियां तहसील के देवैथा गांव में कोविड-19 वैक्सीनेशन (Covid-19 Vaccination) के लिए पहुंची स्वास्थ्य टीम के साथ गांव के कुछ लोगों ने अभद्रता की. स्वास्थ्य कर्मियों के साथ कोतवाली पहुंचे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी (Primary Health center In-charge) पुलिस को घटनाक्रम बताते हुए फफक-फफक रो पड़े. पुलिस कर्मियों ने केंद्र प्रभारी को किसी तरह चुप कराया और सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया. स्वास्थ्य कर्मियों ने पुलिस को बताया कि 2 व्यक्ति टीम से जबरन वैक्सीन लगाने के लिए दबाव बना रहे थे. जबकि उन्होंने आठ और व्यक्तियों को वैक्सीनेशन के लिए बुलाने की बात कही तो दबंगों ने उनके साथ अभद्रता की.
स्वास्थ्य कर्मियों का छीना मोबाइल
स्वास्थ्य कर्मियों के अनुसार प्रतिदिन विभिन्न गांव के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन देकर पीएचसी जमानिया (PHC Zamania) से रवाना किया जाता है. इस दौरान हिदायत दी जाती है कि वैक्सीन की बर्बादी न हो. इसी क्रम में स्वास्थ्य कर्मियों की टीम देवैथा गांव पहुंची थी. यहां 50 लोगों को वैक्सीन लगाई गई. जिसके बाद 2 लोग पहुंचे और वैक्सीन लगाने का दबाव बनाने लगे. इस पर एएनएम शीला श्रीवास्तव‚ एएनएम गीता देवी सहित अन्य लोगों ने समझाया कि एक व्याल में दस डोज है. कम से कम 7 से 8 लोग होने पर ही व्याल खोला जा सकता है, ताकि वैक्सीन की बर्बादी न हो. इस पर गांव के लोग भड़क गए और गाली-गलौज करते हुए स्वास्थ्य कर्मियों का मोबाइल छीन लिया.
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जान बचाकर स्वास्थ्य कर्मी भागे
आस पास के लोग भी हो हल्ला सुन कर वहां पहुंच गये. वहीं, स्वास्थ्य कर्मियों का ड्राइवर भी हल्ला सुनकर पहुंचा तो उसे लोगों ने उसे पीट दिया. इसके बाद किसी तरह से स्वास्थ्य कर्मी वहां से जान बचाकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे और आपबीती प्रभारी अधिकारी को बताया. जिस पर स्वास्थ्य कर्मियों के साथ स्वास्थ्य कर्मी कोतवाली पहुंचे और घटना की लिखित शिकायत की. इस दौरान घटना को बताते समय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ. रूद्रकांत सिंह फफक कर रो पड़े. पुलिसकर्मियों ने किसी तरह से उन्हें चुप कराया और कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया. इसके बाद एएनएम शीला श्रीवास्तव‚ गीता और ड्राइवर भुआली खरवार ने लिखित तहरीर दी.