गाजीपुर : मुहम्मदाबाद थाना पुलिस और एसओजी की टीम ने मंगलवार को कठउत गांव में हुए मां-बेटी के डबल मर्डर (mother daughter double murder) का खुलासा कर दिया. पुलिस ने ह्त्या के आरोप में बुजुर्ग महिला के बेटे को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने बताया कि आरोपी की मां घर बेचने को तैयार नहीं थी, जबकि बेटे को बड़ी रकम की जरूरत थी. इस बात पर विवाद होने पर उसने रस्सी से अपनी मां का गला घोंट दिया. उसने हत्या की गवाह अपनी बहन मालती का गला घोंट दिया. इसके अलावा उसने अपनी बहन के नाती की जान लेने की कोशिश की थी, मगर वह बच गया.
सोमवार को कठउत गांव में 70 साल की कौशल्या और 35 साल की उनकी बेटी का शव उनके घर में मिला था. प्रारंभिक जांच के बाद ही आईजी के सत्यनारायण ने कहा था कि हत्या के पीछे जमीन का विवाद हो सकता है. पुलिस ने इसी एंगल से केस की जांच शुरू की और 24 घंटे के भीतर रहस्य से पर्दा उठा दिया. पुलिस ने मां और बहन की हत्या के आरोप में गौरीशंकर को गिरफ्तार कर लिया. उनकी निशानदेही पर गला घोंटने में प्रयुक्त रस्सी भी बरामद कर ली गई है. एसपी ओमवीर सिंह ने मंगलवार को बताया कि जांच के दौरान पता चला कि हत्याकांड का मास्टर माइंड मारी गई बुजुर्ग महिला का बेटा गौरीशंकर ही है. पुख्ता सबूत पाए जाने पर सोमवार रात गौसपुर मुख्य सड़क से उसे गिरफ्तार किया गया. पूछताछ में उसने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया और पूरी कहानी बयां कर दी.
पुलिस को आरोपी गौरीशंकर ने बताया कि जमीन के लेने-देन में उसने पैसे का घपला किया था. इस कारण वह कर्जदार हो गया था. वह अपनी मां कौशल्या पर घर बेचने का दबाव बना रहा था, लेकिन वह तैयार नहीं हो रही थी. बीते 13 नवंबर रात करीब सवा आठ बजे उसने कौशल्या को कमरे में बुलाया और मकान बेचने के लिए राजी करने का प्रयास किया. जब वह तैयार नहीं हुई तो रस्सी से गला दबा कर कौशल्या की हत्या कर दी. वारदात के बाद शव को घसीटकर जब दूसरे कमरे में कर रहा था, तभी उसकी बहन मालती भी वहां आ गई. वह विरोध करते हुए शोर मचाने लगी. इसके बाद उसने उसी रस्सी से बहन मालती का गला भी घोंट दिया.
जब वह बहन की हत्या कर रहा था, वहां एक बच्चा आ गया. बच्चा उसकी बहन मालती का नाती था. उसने बच्चे का गला भी दबा दिया. जब बच्चा बेहोश हो गया तो वह मरा समझकर भाग गया. वारदात के बाद आरोपी गौरीशंकर अपने परिचित राजू कुशवाहा के घर चल गया, जहां पर पहले से प्लान किए गए दावत में शामिल हुआ. इस दावत का खर्च भी गौरीशंकर ने ही उठाया था. दावत के बाद वह राजू के घर पर ही सो गया. सुबह दोनों करीब 5 बजे मेन रोड पर गए और सुभाष राजभर को फोन कर चाय की दुकान पर बुलाया. फिर उसने सुभाष के फोन से 112 पर कॉल किया और पुलिस को दो महिला और एक बच्चे की हत्या की जानकारी दी.
एसपी ने बताया कि गौरीशंकर की निशानदेही पर उसके तख्त की नीचे सिरहाने से हत्या में प्रयुक्त रस्सी बरामद की गई. उन्होंने बताया कि गौरीशंकर शातिर किस्म का अपराधी है. इसका आपराधिक इतिहास भी है और न्यायालय से सात वर्ष की सजा हुई है. गिरफ्तारी करने वाली टीम में प्रभारी स्वाट टीम रामाश्रय राय, उपनिरीक्षक सुनील तिवारी, मुहम्मदाबाद प्रभारी निरीक्षक अशोक कुमार मिश्र और उपनिरीक्षक राजीव कुमार त्रिपाठी शामिल रहे.
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