गाजीपुर: कहते हैं जब बच्चा मां के गर्भ में आता है तो मां उसी वक्त से उससे जुड़ने लगती है. दुनिया के लिए वो फीटस होता है. लेकिन मां के लिए वो उसका बच्चा होता है. बच्चे की पहली बार हार्ट बीट सुनने के बाद वह उससे इस कदर जुड़ जाती है कि उसमें ही अपनी दुनिया ढुंढती है. लेकिन उत्तर प्रदेश के जिले गाजीपुर से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां मरदह थाना क्षेत्र के हमीरपुर बिजौरा गांव में सेना में तैनात जवान की बेरहम पत्नी ने अपने ही दो मासूम बच्चों की चाकू से वार करके हत्या कर दिया. मौके पर जब पुलिस पहुंची तो मासूमों का सिर धड़ से अलग पाया. इस नृशंस हत्या से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैली हुई है. गनीमत ये रही कि 9 वर्षीय बच्ची जिसका नाम परी है, बाल-बाल बच गई. फिलहाल पुलिस ने हत्यारिन मां को हिरासत में ले लिया है. पूछताछ में आरोपी मां सुनीता यादव (काल्पनिक नाम) ने अपना जुर्म कबूल लिया है. आगे की कार्रवाई जारी है.
सूचना पर पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने घटनास्थल का जायजा लिया और मीडिया को बताया कि हमीरपुर बिजौरा निवासी रामबचन यादव के दो लड़कों में अजित यादव जम्मू में सेना में तैनात है, जबकि दूसरा बेटा अमित घर पर रहता है. पूरा परिवार शुक्रवार रात में खाना खाकर सोने चला गया था. इस दौरान सेना जवान अजित यादव की पत्नी नीतू यादव भी अपने तीनों बच्चे हार्दिक 10 माह, दूसरा हैप्पी 6 साल और बिटिया परी 9 साल को लेकर अपने कमरे में सोने चली गई. जिसके बाद रात में चाकू से वार कर दोनों बच्चों की हत्या कर सिर धड़ से अलग कर दिया. गनीमत रही कि तीसरी बच्ची बच गई. घटना की जानकारी परिजनों को सुबह हुई.
वहीं, इस संबंध में एसपी गाजीपुर ओमवीर सिंह ने बताया कि आरोपी मां नीतू यादव की दिमागी हालत ठीक नहीं प्रतीत होती है. बताया जा रहा है कि वे डीप डिप्रेशन की शिकार हैं. 4-5 साल से उनका मानसिक इलाज चल रहा था. घटना से पूरे गांव मे मातम पसरा है, परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है. फिलहाल आरोपी महिला के पति जम्मू से गाजीपुर के लिए निकल चुके हैं. साथ ही पुलिस ने आरोपी मां को हिरासत में लेकर कानूनी कार्रवाई कर रही है.
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