गाजीपुर : जिले के मेदिनीपुर न्यू प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. इन दिनों कोरोना महामारी के बीच इस केंद्र पर किस प्रकार की सुविधाएं दी जा रहीं हैं, गांव में कोरोना का क्या हाल है और क्या तैयारियां हैं, इसे लेकर ETV Bharat ने गांव स्तर पर पड़ताल की. इसमें मेदिनीपुर न्यू प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर पाया कि अब तक गांव में कोई भी स्वास्थ्य टीम नहीं पहुंची है. इस स्वास्थ्य केंद्र पर वैक्सीनेशन के लिए सप्ताह में 3 दिन निर्धारित किया गया है. हालांकि इस दौरान यहां पर ठीक से टीका भी नहीं लगाया जा रहा है. इससे ग्रामीण परेशान हैं. कोरोना टेस्ट की अब तक गांव में कोई सुविधा उपलब्ध नहीं करायी गयी है. लोगों को बाहर से कोरोना टेस्ट कराना पड़ रहा है.
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गांव-गांव में स्थापित स्वास्थ्य केंद्रों के बूते कोविड-19 महामारी पर फतह हासिल करने का दावा किया जा रहा है. ऐसे में गाजीपुर में स्वास्थ्य व्यवस्था की बदहाली की कहानी मेदिनीपुर ग्राम सभा में संचालित न्यू प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खुद बयां कर रहा है. बिना डॉक्टर के पिछले कई वर्षों से संचालित हो रहे इस केंद्र पर सप्ताह में 3 दिन वैक्सीनेशन का दावा किया जा रहा है. वहीं, स्वास्थ्य केंद्र पर मौजूद फार्मासिस्ट ने बताया कि वैक्सीन समाप्त हो गयी है. अभी रेवतीपुर से मंगाया गया है जो दिन में एक बजे तक भी नहीं पहुंच सकी थी.
मेदिनीपुर के न्यू प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की व्यवस्था राम भरोसे
कोविड-19 महामारी मौजूदा समय में गांव-गांव तक फैल चुकी है. महामारी को रोकने के लिए प्रदेश सरकार एवं जिला प्रशासन द्वारा लगातार स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाने और कोविड-19 की जांच कराने का दावा किया जाता रहा है. कोविड-19 वैक्सीनेशन भी गांव-गांव कराने का दावा किया जा रहा है. इसका रियल्टी टेस्ट मेदिनीपुर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर किया गया जहां व्यवस्थाएं राम भरोसे मिलीं.
यह भी पढ़ें : दीनानाथ शास्त्री का निधन, वाराणसी के हरिश्चंद्र घाट पर अंतिम संस्कार
फार्मासिस्ट के सहारे संचालित है न्यू प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र
न्यू प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का संचालन बिना डॉक्टर के फार्मासिस्ट के सहारे कई सालों से किया जा रहा है. यहां कुल 6 कर्मचारी तैनात हैं लेकिन 5 कर्मचारियों की ड्यूटी मौजूदा समय में अन्य कार्यों में लगा दी गयी है. इसकी वजह से सिर्फ फार्मासिस्ट स्वास्थ्य केंद्र की देखरेख करते नजर आए. इसके चलते वैक्सीनेशन भी प्रभावित हो रहा है. फार्मासिस्ट ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्र पर पिछले कई सालों से डॉक्टर की नियुक्ति नहीं हुई है. सिर्फ फार्मासिस्ट के भरोसे पूरा स्वास्थ्य केंद्र चल रहा है. गंभीर मरीज आने पर जिला अस्पताल भेज दिया जाता है. सिर्फ सर्दी खांसी बुखार या अन्य छोटे-मोटे रोगों के लिए यहां दवा दी जाती है.
सवाल पूछने पर भड़के डीएम, कहा गांव में जाकर देखिए फिर पूछिये सवाल
वहीं, जब गाजीपुर के नोडल अधिकारी समीर वर्मा से पूछा गया कि गांव स्तर पर कोरोना जांच के लिए टीम नहीं पहुंच रही है, इसकी क्या तैयारी है तो उन्होंने कहा कि गांव में टीमें लगा दी गईं हैं. करुणा ट्रस्ट के साथ वैक्सीनेशन लगातार चल रहा है. वहीं, जिलाधिकारी मंगला प्रसाद ने कहा कि सवाल करने से पहले गांव स्तर पर जाकर खुद देख लें कि क्या स्थिति है. इसी क्रम में गाजीपुर के ग्राम सभा मेंदनीपुर गांव के न्यू प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया. यहां जिलाधिकारी के दावों के विपरीत व्यवस्थाओं में कई कमियां नजर आयीं.