गाजीपुर: उत्तर प्रदेश के कमोबेश सभी गांव की कुछ न कुछ कहानी होती ही है. गंगा के पावन तट पर बसा गाजीपुर शहर भी पुरातन शहरों में से एक है. जो अपने अंदर ऐतिहासिकता और पौराणिकता समेटे हुए है. वहीं गाजीपुर मुख्यालय से महज 5 किलोमीटर दूर बसा गांव महाराजगंज है. जहां से काशी नरेश के जुड़ाव की बहुत सी कहानियां है. साथ ही अयोध्या के अलावा महाराजगंज में भी एक हनुमानगढ़ी होने की बात होती है.
क्या गाजीपुर में भी है हनुमानगढ़ी
मोहम्मद मुस्तफा ने बताया कि जिस जमीन पर पहले पेड़ हुआ करते थे वह जमीन महाराजा के नाम से कागजात में है. गाजीपुर में हनुमानगढ़ी का जिक्र करने पर उन्होंने बताया कि गांव के एक छोर पर सड़क किनारे हनुमानगढ़ी मंदिर है. जो हनुमान जी का काफी पुराना मंदिर है.
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प्रजा की रक्षा करते थे काशी नरेश
मोहम्मद मुस्तफा ने बताया कि अंग्रेजी हुकूमत के जमाने में हम पैदा नहीं थे, लेकिन दादा परदादा बताते थे कि अंग्रेजों ने काफी अत्याचार किया था. काशी नरेश की वजह से महाराजगंज में बसी काशी नरेश की जनता को अंग्रेजों से किसी भी तरीके की समस्या पेश नहीं आती थी. इसकी बड़ी वजह महाराजा काशी नरेश का होना था. राजा साहब की जितनी जमीन थी उसमें अंग्रेज कोई हस्तक्षेप नहीं करते थे. साथ ही वह अपनी प्रजा की रक्षा भी करते थे.