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गाजीपुर में डॉक्टरों की कमी स्वास्थ्य मंत्री के लिए 'कॉमन क्राइसिस'

जिले में गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने जिला अस्पताल का निरीक्षण किया. इस दौरान डॉक्टरों की कमी पर उन्होंने कहा कि ये कॉमन बात है, डॉक्टरों की कमी पूरे उत्तर प्रदेश में है.

स्वास्थ्य मंत्री ने सीएमएस की लगाई क्लास
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Published : Jun 28, 2019, 9:37 AM IST

गाजीपुर: जिले के दौरे पर यूपी सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह पहुंचे. इस दौरान उन्होंने जिला अस्पताल और जिला महिला अस्पताल का निरीक्षण किया. बता दें कि गाजीपुर जिला अस्पताल में 27 डॉक्टरों के सापेक्ष महज 10 डॉक्टर उपलब्ध हैं. इस अस्पताल में एक सर्जन डॉक्टर तक नहीं नियुक्त है. वहीं मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने डॉक्टरों की कमी को कॉमन क्राइसिस बताया.

स्वास्थ्य मंत्री ने सीएमएस की लगाई क्लास.

स्वास्थ्य मंत्री ने सीएमएस की लगाई क्लास

  • स्वास्थ्य मंत्री के दौरे से जिलेवासियों को काफी उम्मीदें थीं, लेकिन डॉक्टरों की कमी दूर होने के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं.
  • मंत्री ने सीएमओ, सीएमएस समेत उच्च अधिकारियों को अस्पताल की अव्यवस्था को जल्द से जल्द दुरुस्त करने का अल्टीमेटम दिया.
  • सर्जन के अभाव में गाजीपुर जिला अस्पताल रेफरल बन गया है.
  • इन तमाम समस्याओं पर मंत्री ने कहा कि 3 साल में मेडिकल कॉलेज बनेंगे, इसके बाद कोर्स चलेगा.
  • इसके 3 साल बाद जब कोर्स शुरू होगा, उसके बाद डॉक्टर उपलब्ध हो पाएंगे.

उत्तर प्रदेश में 13 मेडिकल कॉलेज अभी बने हैं. जब तीन साल बाद कोर्स शुरू होगें, तब वहां से डॉक्टर आएंगे. डॉक्टरों की कमी पूरे उत्तर प्रदेश में है.
- सिद्धार्थ नाथ सिंह, स्वास्थ्य मंत्री, उत्तर प्रदेश

गाजीपुर: जिले के दौरे पर यूपी सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह पहुंचे. इस दौरान उन्होंने जिला अस्पताल और जिला महिला अस्पताल का निरीक्षण किया. बता दें कि गाजीपुर जिला अस्पताल में 27 डॉक्टरों के सापेक्ष महज 10 डॉक्टर उपलब्ध हैं. इस अस्पताल में एक सर्जन डॉक्टर तक नहीं नियुक्त है. वहीं मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने डॉक्टरों की कमी को कॉमन क्राइसिस बताया.

स्वास्थ्य मंत्री ने सीएमएस की लगाई क्लास.

स्वास्थ्य मंत्री ने सीएमएस की लगाई क्लास

  • स्वास्थ्य मंत्री के दौरे से जिलेवासियों को काफी उम्मीदें थीं, लेकिन डॉक्टरों की कमी दूर होने के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं.
  • मंत्री ने सीएमओ, सीएमएस समेत उच्च अधिकारियों को अस्पताल की अव्यवस्था को जल्द से जल्द दुरुस्त करने का अल्टीमेटम दिया.
  • सर्जन के अभाव में गाजीपुर जिला अस्पताल रेफरल बन गया है.
  • इन तमाम समस्याओं पर मंत्री ने कहा कि 3 साल में मेडिकल कॉलेज बनेंगे, इसके बाद कोर्स चलेगा.
  • इसके 3 साल बाद जब कोर्स शुरू होगा, उसके बाद डॉक्टर उपलब्ध हो पाएंगे.

उत्तर प्रदेश में 13 मेडिकल कॉलेज अभी बने हैं. जब तीन साल बाद कोर्स शुरू होगें, तब वहां से डॉक्टर आएंगे. डॉक्टरों की कमी पूरे उत्तर प्रदेश में है.
- सिद्धार्थ नाथ सिंह, स्वास्थ्य मंत्री, उत्तर प्रदेश

Intro:अस्पताल में डॉक्टरों की कमी योगी के स्वास्थ्य मंत्री के लिए कॉमन क्राइसिस

गाजीपुर। आज यूपी सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह गाजीपुर पहुंचे। उन्होंने गाजीपुर जिला अस्पताल और जिला महिला अस्पताल का निरीक्षण किया। बतादे की गाजीपुर जिला अस्पताल में 27 डॉक्टरों के सापेक्ष महज 10 डॉक्टर उपलब्ध है। एक सर्जन डॉक्टर तक नियुक्त नहीं है। लेकिन योगी के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा डॉक्टरों की कमी कॉमन क्राइसिस है।

उन्होंने कहा कि मायावती एनएचआरएम घोटाले की जननी है। बबुआ भी 5 वर्ष तक एनएचआरएम घोटाले पर खामोश रहे। पिछली सरकारों ने यूपी की स्वास्थ्य सेवा बदहाल कर दी थी।






Body:बतादे की जिला महिला अस्पताल में एनेस्थेटिक डॉक्टर तक उपलब्ध नहीं है। जिससे गाजीपुर जिला महिला अस्पताल में सर्जीरियन बेबी सुविधा उपलब्ध नहीं है। सर्जन के अभाव में गाजीपुर जिला अस्पताल रेफरल बन गया है। कटने या गोली लगने किस सिटी में मरीजों को लगभग 80 किलोमीटर दूर वाराणसी ट्रामा सेंटर के लिए रेफर किया जाता है। इन तमाम समस्याओं पर मंत्री ने कहा कि 3 साल में मेडिकल कॉलेज बनेंगे। इसके बाद कोर्स चलेगा। इसके 3 साल बाद जब कोर्स शुरू होगा, उसके बाद डॉक्टर उपलब्ध हो पाएंगे।


Conclusion:बहरहाल स्वास्थ्य मंत्री के दौरे से गाजीपुर वासियों को काफी उम्मीदें थी लेकिन डॉक्टरों की कमी दूर होने के कोई आसार नजर नहीं आ रहे है। वही मंत्री ने सीएमओ, सीएमएस समेत उच्च अधिकारियों को अस्पताल की अव्यवस्था को जल्द से जल्द दुरुस्त करने अल्टीमेटम दिया। साथ ही जमानिया विधायक को उन्होंने निर्देशित किया कि अस्पताल की मॉनिटरिंग कर कमी मिलने पर तत्काल सूचित करें। अब देखना है कि अस्पताल की अव्यवस्थाओं के बीच मरीजों और तीमारदारों को कितनी सहूलियत और व्यवस्था मिल पाती है।

बाइट- सिद्धार्थ नाथ सिंह ( स्वास्थ्य मंत्री यूपी सरकार ), विजुअल

उज्जवल कुमार राय, 7905590960


नोट - स्वास्थ्य मंत्री ने विजुअल में सीएमएस को फटकार लगाई है वहीं विधायक को निर्देशित किया है इसलिए वीओ नहीं किया गया है।
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