गाजीपुर: जिले के दौरे पर यूपी सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह पहुंचे. इस दौरान उन्होंने जिला अस्पताल और जिला महिला अस्पताल का निरीक्षण किया. बता दें कि गाजीपुर जिला अस्पताल में 27 डॉक्टरों के सापेक्ष महज 10 डॉक्टर उपलब्ध हैं. इस अस्पताल में एक सर्जन डॉक्टर तक नहीं नियुक्त है. वहीं मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने डॉक्टरों की कमी को कॉमन क्राइसिस बताया.
स्वास्थ्य मंत्री ने सीएमएस की लगाई क्लास
- स्वास्थ्य मंत्री के दौरे से जिलेवासियों को काफी उम्मीदें थीं, लेकिन डॉक्टरों की कमी दूर होने के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं.
- मंत्री ने सीएमओ, सीएमएस समेत उच्च अधिकारियों को अस्पताल की अव्यवस्था को जल्द से जल्द दुरुस्त करने का अल्टीमेटम दिया.
- सर्जन के अभाव में गाजीपुर जिला अस्पताल रेफरल बन गया है.
- इन तमाम समस्याओं पर मंत्री ने कहा कि 3 साल में मेडिकल कॉलेज बनेंगे, इसके बाद कोर्स चलेगा.
- इसके 3 साल बाद जब कोर्स शुरू होगा, उसके बाद डॉक्टर उपलब्ध हो पाएंगे.
उत्तर प्रदेश में 13 मेडिकल कॉलेज अभी बने हैं. जब तीन साल बाद कोर्स शुरू होगें, तब वहां से डॉक्टर आएंगे. डॉक्टरों की कमी पूरे उत्तर प्रदेश में है.
- सिद्धार्थ नाथ सिंह, स्वास्थ्य मंत्री, उत्तर प्रदेश