गाजीपुर : जिला महिला अस्पताल में मरीजाें काे परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. प्रसूता महिलाओं काे दाे-दाे बार ऑपरेशन कराना पड़ रहा है. अस्पताल में मरीजाें के लिए दवाएं भी बाहर की लिखी जा रहीं हैं. इससे मरीजाें काे काफी परेशान हाेना पड़ रहा है. इन सब मामलों को लेकर ईटीवी भारत ने अस्पताल में भर्ती मरीजाें से बातचीत की. इस दौरान प्रसूताओं ने अपनी परेशानियाें काे साझा किया.
महिला अस्पताल में भर्ती मरीज मैनपुरी की गुड़िया ने बताया कि बीते 2 फरवरी को ऑपरेशन हुआ था. वह सफल नहीं रहा, उसके बाद फिर दोबारा 14 फरवरी को ऑपरेशन किया गया. इसके अलावा मिस्र बाजार निवासी महिला नमिना ने बताया कि डॉक्टरों के द्वारा बाहर की दवाएं लिखी जा रहीं हैं. मरीजाें काे बताया जा रहा कि अंदर की दवाएं काम नहीं कर रही हैं. इस वजह से बाहर की दवाएं लिखी जा रहीं हैं. महिला अस्पताल में ये हालात तब हैं जब इसे मेडिकल कालेज का दर्जा प्राप्त है. कर्मचारी नेता दुर्गेश श्रीवास्तव ने इसकी जानकारी मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य आनंद मिश्रा को दी तो उन्होंने अस्पताल का औचक निरीक्षण किया. भर्ती महिला मरीजों ने बताया कि उन्हें 2-2 बार ऑपरेशन कराना पड़ रहा है. बाहर की दवाएं लिखी जा रहीं हैं. बाहर से अल्ट्रासाउंड कराना पड़ रहा है.
ईटीवी भारत में बातचीत में प्रधानाचार्य आनंद मिश्रा ने बताया कि मरीजाें की परेशानियाें काे लेकर हम काफी गंभीर हैं. इसका गंभीरतापूर्वक जांच कराएंगे. हालांकि कई मरीजाें में समस्या के कारण दाेबारा से उनके ऑपरेशन करने पड़ते है. हम शासन को पत्र लिखेंगे और बात करेंगे कोई भी डॉक्टर बाहर की दवाएं न लिखे. उन्हाेंने इस संबंध में अस्पताल के चिकित्सकाें काे पत्र भी लिखा है.
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