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जिला प्रशासन के पास 8 लाख क्लोरीन की गोलियां, शुद्ध पानी से वंचित हैं बाढ़ पीड़ित

यूपी के गाजीपुर में बीते दिनों आई बाढ़ ने तबाही मचाई. हालांकि अब जिले के भांवरकोल गांव से पानी निकल चुका है. बाढ़ के बाद भी लोगों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है. अब भी लोग दूषित पानी पीने को मजबूर हैं.

लोग दूषित पानी पीने को मजबूर.
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Published : Sep 26, 2019, 9:53 AM IST

गाजीपुर: जिले में बाढ़ राहत कार्य के लिए जिला प्रशासन के दावे और हकीकत इन दिनों अलग ही नजर आ रहे हैं. सीएम योगी ने बाढ़ प्रभावित लोगों तक राहत सामग्री और आधारभूत सुविधाएं पहुंचाने के निर्देश दिए हैं. बावजूद इसके जिले में इन निर्देशों की धज्जियां उड़ती दिख रही हैं. जहां भांवरकोल गांव के बाढ़ प्रभावित इलाकों के ज्यादातर हैंडपंप पानी में डूब चुके हैं. हालत ये है कि बाढ़ प्रभावित लोगों को पीने का शुद्ध पानी तक नहीं तक मिल पा रहा है.

दूषित पानी पीने को मजबूर हैं लोग.


नहीं मिल रहा शुद्ध पीने का पानी-

  • जिन इलाकों से बाढ़ का पानी निकल चुका है, वहां भी लोग दूषित पानी पीने को मजबूर हैं.
  • प्रशासन का दावा है कि उनके पास 8 लाख क्लोरीन की गोलियां हैं, जिन्हें सीएचसी, पीएचसी भेजा गया है.
  • बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि वे कई किलोमीटर का सफर तय कर पीने का पानी लाते हैं.

पढ़ें:- प्रयागराज: बाढ़ का संकट टला, फैली गंदगी को साफ करने में लगे निगमकर्मी

अधिकारियों का दावा है कि उनके पास पानी को साफ करने वाली 8 लाख क्लोरीन की गोलियां हैं. बावजूद इसके बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोग दूषित पानी पीने को मजबूर हैं.

गाजीपुर: जिले में बाढ़ राहत कार्य के लिए जिला प्रशासन के दावे और हकीकत इन दिनों अलग ही नजर आ रहे हैं. सीएम योगी ने बाढ़ प्रभावित लोगों तक राहत सामग्री और आधारभूत सुविधाएं पहुंचाने के निर्देश दिए हैं. बावजूद इसके जिले में इन निर्देशों की धज्जियां उड़ती दिख रही हैं. जहां भांवरकोल गांव के बाढ़ प्रभावित इलाकों के ज्यादातर हैंडपंप पानी में डूब चुके हैं. हालत ये है कि बाढ़ प्रभावित लोगों को पीने का शुद्ध पानी तक नहीं तक मिल पा रहा है.

दूषित पानी पीने को मजबूर हैं लोग.


नहीं मिल रहा शुद्ध पीने का पानी-

  • जिन इलाकों से बाढ़ का पानी निकल चुका है, वहां भी लोग दूषित पानी पीने को मजबूर हैं.
  • प्रशासन का दावा है कि उनके पास 8 लाख क्लोरीन की गोलियां हैं, जिन्हें सीएचसी, पीएचसी भेजा गया है.
  • बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि वे कई किलोमीटर का सफर तय कर पीने का पानी लाते हैं.

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अधिकारियों का दावा है कि उनके पास पानी को साफ करने वाली 8 लाख क्लोरीन की गोलियां हैं. बावजूद इसके बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोग दूषित पानी पीने को मजबूर हैं.

Intro:जिला प्रशासन के पास 8 लाख क्लोरीन की की गोलियां, फिर भी बाढ़ प्रभावित लोग को साफ पानी नसीब नहीं


गाजीपुर । गाजीपुर में बाढ़ राहत कार्य के जिला प्रशासन के दावे और रियलिटी दिनों अलग ही नजर आ रही है। मुख्यमंत्री योगी ने बाढ़ प्रभावित लोगों तक राहत सामग्री और आधारभूत सुविधाएं पहुंचाने का निर्देश दिया है। वहीं इन निर्देशों की धज्जियां उड़ रही है। भांवरकोल के बढ़ प्रभावित इलाकों के ज्यादातर हैंडपंप पानी में डूब चुके हैं। लेकिन प्रभावित लोगों को पानी तक शुद्ध नहीं तक मिल पा रहा। 


जिन इलाकों से पानी उतरा है वहां भी लोगों को दूषित पानी पीना पड़ रहा है। जिला प्रशासन का दावा है कि उसके पास 8 लाख क्लोरीन की गोलियां है। जिन्हें सीएचसी पीएचसी पर भेजा गया है। लेकिन वह लाखों गोलियां किस काम की। जब बाढ़ प्रभावित परिवार बूढ़ों बच्चों और महिलाओं को कई किलोमीटर का सफर तय करके पीने का पानी लाना पड़ रहा है।





Body:प्रदेश सरकार के आदेश को अधिकारी पलीता लगाते नजर आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का दावा है कि उनके पास बरसात के मौसम में पानी को साफ करने वाली 8 लाख क्लोरीन की गोलियां है है की गोलियां है , लेकिन बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोग दूषित पानी पीने को मजबूर हैं।





Conclusion:एसी केबिन में बैठकर सर आकड़ो की खूब बाज़ीगरी कर रहे हैं। दावे ऐसे मानो सब कुछ बहुत बेहतर ढंग से किया जा रहा है। वही कटान प्रभावित इलाकों में जिला प्रशासन के तमाम दावे तमाम तैयारियों पर बड़े सवाल खड़े कर रहे हैं। हकीकत मैं लोगों को शुद्ध पीने का पानी तक मुहैया नहीं कराया जा रहा ना ही क्लोरीन की गोलियों का वितरण किया गया।  बाढ़ राहत नोडल अधिकारी डॉक्टर आर के सिन्हा ने बताया कि उनके पास 8 लाख क्लोरीन की गोलियां है लेकिन ऐसे गोलियों से बाढ़ प्रभावित इलाकों में क्या फायदा जब लोगों को साफ पानी नहीं मिल रहा।



बाइट - लालमनी ( बाढ़ पीड़ित )

बाइट - संजय कुमार ( बाढ़ पीड़ित )

बाइट - कन्हैया राम ( बाढ़ पीड़ित )

बाइट - ललिता देवी ( बाढ़ पीड़ित )

बाइट - प्रभावती ( बाढ़ पीड़ित )

काउंटर बाइट - डॉ आरके सिन्हा ( बाढ़ राहत नोडल अधिकारी )


उज्ज्वल कुमार राय , 7905590960

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