गाजीपुर: जिले में बाढ़ राहत कार्य के लिए जिला प्रशासन के दावे और हकीकत इन दिनों अलग ही नजर आ रहे हैं. सीएम योगी ने बाढ़ प्रभावित लोगों तक राहत सामग्री और आधारभूत सुविधाएं पहुंचाने के निर्देश दिए हैं. बावजूद इसके जिले में इन निर्देशों की धज्जियां उड़ती दिख रही हैं. जहां भांवरकोल गांव के बाढ़ प्रभावित इलाकों के ज्यादातर हैंडपंप पानी में डूब चुके हैं. हालत ये है कि बाढ़ प्रभावित लोगों को पीने का शुद्ध पानी तक नहीं तक मिल पा रहा है.
नहीं मिल रहा शुद्ध पीने का पानी-
- जिन इलाकों से बाढ़ का पानी निकल चुका है, वहां भी लोग दूषित पानी पीने को मजबूर हैं.
- प्रशासन का दावा है कि उनके पास 8 लाख क्लोरीन की गोलियां हैं, जिन्हें सीएचसी, पीएचसी भेजा गया है.
- बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि वे कई किलोमीटर का सफर तय कर पीने का पानी लाते हैं.
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अधिकारियों का दावा है कि उनके पास पानी को साफ करने वाली 8 लाख क्लोरीन की गोलियां हैं. बावजूद इसके बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोग दूषित पानी पीने को मजबूर हैं.