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भूस्खलन से मकानों में आई दरार, ग्रामीणों में मचा हड़कंप

यूपी के गाजीपुर जिले में स्थित शेखनपुर गांव में भूस्खलन से ग्रामीणों मे हड़कंप मच गया. वहीं, जमीन धंसने से 7 परिवार प्रभावित हुए हैं. जिन्होंने अपना घर छोड़कर प्राइमरी स्कूल में शरण ली है.

ग्रामीण.
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Published : Jan 21, 2021, 9:01 AM IST

Updated : Jan 21, 2021, 9:16 AM IST

गाजीपुर: जनपद के कासिमाबाद तहसील के शेखनपुर ग्राम सभा में जमीन धंसने से भूस्खलन जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई. जिससे 7 लोगों का घर प्रभावित हो गया. सभी लोगों को अपना घर छोड़कर प्राइमरी स्कूल में शरण लेना पड़ा.

पीड़ितों ने बताया कि करीब 11 दिन पहले घर के पास एक छोटा सा गड्ढा बना था. जिसे अनदेखा कर दिया गया था. उसी रात को सोने के बाद जब सुबह उठे तो पता चला कि घरों की दीवारें और जमीन पर दरार पड़े हुए हैं. यह देख ग्रामीणों में हड़कंप मच गया. लोगों ने इसकी शिकायत प्रशासनिक अधिकारियों को दी. जहां प्रशासनिक अधिकारी उप जिलाधिकारी और जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह मौके पर पहुंचे और यथास्थिति को देखा. जिसके बाद सुरक्षा की दृष्टि से उस गढ्ढे के आसपास वाले घरों को खाली करा दिया और गांव के ही प्राइमरी विद्यालय में सभी लोगों को शिफ्ट करा दिया गया. जहां सभी लोग विद्यालय के दो कमरों में रहे हैं इसमें रहने वालों में कई छात्र-छात्राएं हैं, जो इस भूस्खलन के चलते कॉलेज जाना छोड़ दिए हैं. जिसका असर उनकी पढ़ाई लिखाई पर पड़ रहा है. लोगों ने बताया कि जिला प्रशासन की तरफ से 2 दिन पहले 10 किलो राशन की व्यवस्था की गई थी.

जानकारी देते ग्रामीण और डीएम.

इस वजह से कई घर हुए प्रभावित
पानी के लिए घरों में एवं सार्वजनिक स्थानों पर किए जाने वाले बोरिंग अब जानलेवा साबित होता नजर आ रहा है. जिसका नजारा हिंदी में जनपद गाजीपुर के कासिमाबाद तहसील क्षेत्र के शेखनपुर गांव में देखने को मिल रहा है. जिसका दंश एक नहीं बल्कि 7 परिवार झेल रहा है. पानी की बोरिंग के चलते यहां के गांव में भूस्खलन जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है. जिसकी वजह से जमीन घटना शुरू हो गया है और घरों में दरारें पड़ने लगी है. जिसकी वजह से भय का माहौल बन गया है. एहतियात के तौर पर जिला प्रशासन ने इन सभी लोगों को प्राइमरी विद्यालय में शिफ्ट कर दिया है.

डीएम मंगला प्रसाद सिंह ने बताया कि घटना की जानकारी के बाद उन्होंने स्वंय गांव का निरीक्षण किया और इसकी जानकारी भू संरक्षण विभाग और भूगर्भ विभाग को दी. इन दोनों विभागों ने 2 दिनों तक जांच पड़ताल किया और जो उन्होंने रिपोर्ट सौंपा है उसके अनुसार यहां पर करीब 25 से ऊपर पानी की बोरिंग काफी करीब-करीब होने की वजह बताई गई. इन लोगों ने बोरिंग में पैसा बचाने के नियत से जाली नहीं डलवाया था जिसकी वजह से भूस्खलन की स्थिति बनी हुई है.

इसे भी पढे़ं- मऊ पहुंचे शिवपाल सिंह यादव, भाजपा पर बोला हमला

गाजीपुर: जनपद के कासिमाबाद तहसील के शेखनपुर ग्राम सभा में जमीन धंसने से भूस्खलन जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई. जिससे 7 लोगों का घर प्रभावित हो गया. सभी लोगों को अपना घर छोड़कर प्राइमरी स्कूल में शरण लेना पड़ा.

पीड़ितों ने बताया कि करीब 11 दिन पहले घर के पास एक छोटा सा गड्ढा बना था. जिसे अनदेखा कर दिया गया था. उसी रात को सोने के बाद जब सुबह उठे तो पता चला कि घरों की दीवारें और जमीन पर दरार पड़े हुए हैं. यह देख ग्रामीणों में हड़कंप मच गया. लोगों ने इसकी शिकायत प्रशासनिक अधिकारियों को दी. जहां प्रशासनिक अधिकारी उप जिलाधिकारी और जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह मौके पर पहुंचे और यथास्थिति को देखा. जिसके बाद सुरक्षा की दृष्टि से उस गढ्ढे के आसपास वाले घरों को खाली करा दिया और गांव के ही प्राइमरी विद्यालय में सभी लोगों को शिफ्ट करा दिया गया. जहां सभी लोग विद्यालय के दो कमरों में रहे हैं इसमें रहने वालों में कई छात्र-छात्राएं हैं, जो इस भूस्खलन के चलते कॉलेज जाना छोड़ दिए हैं. जिसका असर उनकी पढ़ाई लिखाई पर पड़ रहा है. लोगों ने बताया कि जिला प्रशासन की तरफ से 2 दिन पहले 10 किलो राशन की व्यवस्था की गई थी.

जानकारी देते ग्रामीण और डीएम.

इस वजह से कई घर हुए प्रभावित
पानी के लिए घरों में एवं सार्वजनिक स्थानों पर किए जाने वाले बोरिंग अब जानलेवा साबित होता नजर आ रहा है. जिसका नजारा हिंदी में जनपद गाजीपुर के कासिमाबाद तहसील क्षेत्र के शेखनपुर गांव में देखने को मिल रहा है. जिसका दंश एक नहीं बल्कि 7 परिवार झेल रहा है. पानी की बोरिंग के चलते यहां के गांव में भूस्खलन जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है. जिसकी वजह से जमीन घटना शुरू हो गया है और घरों में दरारें पड़ने लगी है. जिसकी वजह से भय का माहौल बन गया है. एहतियात के तौर पर जिला प्रशासन ने इन सभी लोगों को प्राइमरी विद्यालय में शिफ्ट कर दिया है.

डीएम मंगला प्रसाद सिंह ने बताया कि घटना की जानकारी के बाद उन्होंने स्वंय गांव का निरीक्षण किया और इसकी जानकारी भू संरक्षण विभाग और भूगर्भ विभाग को दी. इन दोनों विभागों ने 2 दिनों तक जांच पड़ताल किया और जो उन्होंने रिपोर्ट सौंपा है उसके अनुसार यहां पर करीब 25 से ऊपर पानी की बोरिंग काफी करीब-करीब होने की वजह बताई गई. इन लोगों ने बोरिंग में पैसा बचाने के नियत से जाली नहीं डलवाया था जिसकी वजह से भूस्खलन की स्थिति बनी हुई है.

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Last Updated : Jan 21, 2021, 9:16 AM IST
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