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गाजीपुर में बेमौसम बूंदा बांदी ने बर्बाद की फसलें - राबी और सरसों की फसल बर्बाद

गाजीपुर में मंगलवार सुबह तेज हवा और बेमौसम बारिश ने किसानों की फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया. बारिश की वजह से रबी और सरसों की फसल को भारी नुकसान हुआ है.

बेमौसम बारिश से हुई फसल बर्बाद
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Published : Mar 26, 2019, 9:02 PM IST

गाजीपुर: जिले में मंगलवार सुबह बारिश और तेज हवा से अधिक मात्रा में फसलों का नुकसान हो गया. खेत में खड़ी गेहूं की फसल जहां धराशाई हो गई वहीं सरसों की फसल को भी काफी क्षति पहुंची है. बिगड़ते मौसम के मिजाज से किसानों के चेहरे पर मायूसी छा गई है. इस तरह के मौसम से खेतों में पानी भरने जैसी स्थिति पैदा हो गई है जिससे खेतों में कटा पड़ा गेहूं, चना और सरसों के सड़ने का खतरा भी उत्पन्न हो रहा है.

गाजीपुर के करंडा, महाराजगंज, बिरनो, सादात, जमानिया, करेल जैसे तमाम क्षेत्र हैं जहां बारिश किसानों पर कहर बनकर टूटी है. मार्च के महीने में बारिश से कई बार फसलों को नुकसान हो चुका है. बारिश से अधिक नुकसान इसलिए भी हो रहा है क्योंकि अधिकतर फसलें पक चुकी हैं और उनकी कटाई का वक्त है. किसान इस बार रबी की फसल से अच्छा उत्पादन होने की उम्मीद लगाए बैठे थे लेकिन बिगड़ते मौसम और हवा के तेज थपेड़ों ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया है.

बेमौसम बारिश से हुई फसल बर्बाद

जिले के तीन लाख 85 हजार किसानों ने लगभग दो लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल पर गेहूं की फसल की बुवाई की है. कुछ किसानों ने चना और सरसों की कटाई कर के खेत में ही छोड़ा दिया था. मौसम की मार से 10 फीसदी फसल के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है. बेमौसम बारिश का सबसे ज्यादा असर गेहूं की फसल को हुआ है.

गाजीपुर: जिले में मंगलवार सुबह बारिश और तेज हवा से अधिक मात्रा में फसलों का नुकसान हो गया. खेत में खड़ी गेहूं की फसल जहां धराशाई हो गई वहीं सरसों की फसल को भी काफी क्षति पहुंची है. बिगड़ते मौसम के मिजाज से किसानों के चेहरे पर मायूसी छा गई है. इस तरह के मौसम से खेतों में पानी भरने जैसी स्थिति पैदा हो गई है जिससे खेतों में कटा पड़ा गेहूं, चना और सरसों के सड़ने का खतरा भी उत्पन्न हो रहा है.

गाजीपुर के करंडा, महाराजगंज, बिरनो, सादात, जमानिया, करेल जैसे तमाम क्षेत्र हैं जहां बारिश किसानों पर कहर बनकर टूटी है. मार्च के महीने में बारिश से कई बार फसलों को नुकसान हो चुका है. बारिश से अधिक नुकसान इसलिए भी हो रहा है क्योंकि अधिकतर फसलें पक चुकी हैं और उनकी कटाई का वक्त है. किसान इस बार रबी की फसल से अच्छा उत्पादन होने की उम्मीद लगाए बैठे थे लेकिन बिगड़ते मौसम और हवा के तेज थपेड़ों ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया है.

बेमौसम बारिश से हुई फसल बर्बाद

जिले के तीन लाख 85 हजार किसानों ने लगभग दो लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल पर गेहूं की फसल की बुवाई की है. कुछ किसानों ने चना और सरसों की कटाई कर के खेत में ही छोड़ा दिया था. मौसम की मार से 10 फीसदी फसल के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है. बेमौसम बारिश का सबसे ज्यादा असर गेहूं की फसल को हुआ है.

Intro:रवि की फसलों पर मौसम की मार

गाजीपुर। बेमौसम बूंदाबांदी, कुछ इलाकों में बारिश और तेज हवा से रविवार को और रवि की फसल को नुकसान हुआ है। खेत में खड़ी गेहूं की फसल जहां धराशाई हो गई है। वहीं सरसों की फसल को भी काफी क्षति पहुंची है।बिगड़ते मौसम के मिजाज से किसानों का चेहरे पर भी मायूसी छा गई है। अगर ऐसा ही मौसम रहा तो पानी भरने से गेहूं और खेतों में कटी पड़ी चना और सरसों की फसलों के सड़ने का खतरा भी उत्पन्न हो जाएगा।




Body:मार्च महीने में बारिश से कई बार फसलों को नुकसान हो चुका है। अब बारिश से इसलिए भी अधिक नुकसान है क्योंकि अधिकतर फसलें पक चुकी हैं। उनकी कटाई का वक्त है किसान इस बार रबी की फसल से अच्छा उत्पादन होने की उम्मीद लगाए बैठा था। लेकिन बिगड़ते मौसम और हवा के तेज थपेड़ों ने उसके मंसूबों पर पानी फेर दिया है। गाजीपुर के करंडा महाराजगंज बिरनो सादात जमानिया करेल जैसे तमाम क्षेत्र हैं। जहां बारिश किसानों पर कहर बनकर टूटी है।


Conclusion:जिले के तीन लाख 85 हजार किसानों ने लगभग दो लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल पर गेहूं की फसल की बुवाई की है। कुछ किसानों ने चना और सरसों की कटाई कर के खेत में छोड़ा है। यदि तेज बारिश हो गई तो फसल सड़ जाएगी। मौसम की मार से 10 फीसदी फसल के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है। बेमौसम बारिश का नुक्सान सबसे ज्यादा असर गेहूं की फसल को हुआ है।


बाइट - घूरा सिंह कुशवाहा ( किसान )
बाइट - बिरजू यादव ( किसान ), विजुअल

उज्जवल कुमार राय, 7905590960
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