गाजीपुरः प्रधानमंत्री मोदी द्वारा चलाई गई आयुष्मान योजना का एक वर्ष पूर्ण हो गया है. इस योजना के अंतर्गत करोड़ों लोगों को पांच लाख तक की निःशुल्क स्वास्थ्य सुविधाएं दी जा रही है. गांव तक इस सुविधा को तत्काल पहुंचाने के लिए जिले के 13 सीएचसी को आयुष्मान योजना से जोड़ने की कवायद शुरू हो गई है, ताकि दूर इलाकों में रहने वाले ग्रामीण लाभार्थियों को आसानी से तत्काल प्राथमिक उपचार मिल सके. दरअसल आयुष्मान योजना का एक वर्ष पूर्ण होने के बाद अब शासन द्वारा योजना का धीरे-धीरे विस्तार किया जा रहा है.
आयुष्मान योजना के अंतर्गत लाभार्थियों को लाभ
आयुष्मान योजना के अंतर्गत लाभार्थी की हालत गंभीर होने पर प्राथमिकता उपचार कर एंबुलेंस के माध्यम से, संबद्ध निजी अस्पताल रेफर भी किया जाएगा, ताकि स्वास्थ्य सुविधाओं में मिलने वाली देरी को कम किया जा सके. वहीं शासन से मिले निर्देश के बाद सीएचसी की सुविधा बढ़ाने के साथ सभी खामियों को भी दूर करने की प्रक्रिया की जा रही हैं.
वर्तमान समय में योजना के पात्र मरीजों को जानकारी न होने पर उन्हें सीएमओ कार्यालय और जिला अस्पतालों का चक्कर काटना पड़ता है और तत्काल उपचार न मिलने की स्थिति में तमाम दिक्कतों का सामना भी करना पड़ता है.
आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों को बेहतर स्वास्थ सुविधा
इस मामले में आयुष्मान नोडल अधिकारी डॉ जितेंद्र दुबे ने बताया कि सीएचसी को जोड़ने के पीछे सरकार की मंशा है. गांव तक आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों को बेहतर स्वास्थ सुविधा मिले क्योंकि आयुष्मान योजना से जो अस्पताल इंपैनल्ड थे वह मुख्यालय पर थे.
वहीं गांव के आयुष्मान लाभार्थी को मुख्यालय आने में समय लगता था यदि सीएचसी लेवल पर अस्पतालों को आयुष्मान योजना से जोड़ा जाएगा तो आसानी से उन्हें स्वास्थ्य सुविधा मिल सकेगी. अभी तक गाजीपुर में 17 निजी और तीन सरकारी अस्पताल थे. वहीं 11 नए सीएचसी के जुड़ने के बाद सरकारी अस्पतालों की संख्या 14 हो जाएगी.
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