गाजीपुर: जिले के दूर-दराज स्थित गांव के लोगों को बेहतर चिकित्सकीय सुविधा मुहैया कराने के लिए जिले में 89 आरोग्य केंद्र स्थापित कराने की कवायद शुरू हो गई है. इसके तहत निर्माण के लिए शासन की ओर से पांच कार्यदायी संस्थाओं को जिम्मेदारी सौंपने के साथ धनराशि मुहैया कराने का काम भी तेज हो चुका है. बताया जा रहा है जनपद के 13 ब्लॉकों के विभिन्न गांवों में 89 आरोग्य केंद्र बनने हैं, जिससे लोगों को गंभीर बीमारियों की जांच और इलाज की सुविधा मिल सकेगी. साथ ही झोलाछाप डॉक्टरों के झांसे में भी लोग आने से बच सकेंगे.
बता दें कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में आमजन तक अत्याधुनिक चिकित्सकीय सुविधा पहुंचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग प्रतिबद्ध नजर आ रहा है. खासकर जिन ग्रामीण क्षेत्रों के सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों दूर हैं, उन्हें इससे काफी सहूलियत मिलेगी. वहीं जिले में आरोग्य केंद्र बनाने के लिए दूसरे चरण में 13 ब्लॉकों के 89 गांवों को चयनित किया गया है. साथ ही निर्माण के लिए पांच कार्यदायी संस्थाओं का चयन किया गया है. इन संस्थाओं को धनराशि भी मुहैया कराने का काम स्वास्थ्य विभाग ने तेज कर दिया गया है.
यहां बनेंगे आरोग्य केंद्र
भदौरा ब्लॉक: पथरा, उसिया, मनिया, सेवराई, बरेजी, जमानियां के जीवपुर, देवा बैरनपुर, ढढनी रणवीर राय, डुहियां, लहुआर, दरौली, रेवतीपुर के पटकनियां, सुहवल, रेवतीपुर मीर राय, सोनवल, मेदनीपुर में आरोग्य केंद्र स्थापित करने की जिम्मेदारी वाराणसी के यूपीपीसीएल कार्यदायी संस्था को सौंपी गई है.
कासिमाबाद ब्लॉक: अलावलपुर, मुहम्मदपुर कुसुम, जहुराबाद, घाई, दुघौड़ा, सिउरीडीह, कादीपुर, कटया लहंगा, बहादुरगंज, बाराचवर के नेवादा, करीमुद्दीनपुर, असावर, बाकेखुर्द, अमहट, बद्धोपुर, मुहम्मदाबाद के नगवा नवापुरा, शहबाजकुली, गौसपुर, कुंडेसर, शेरपुर कला, रघुवरगंज, बैरान, इचौली, मीरानपुर, कमालपुर और नोनहरा गांव में आरोग्य केंद्र स्थापित होगा.
साथ ही सुभाकरपुर के बेयपुर, फतेउल्लाहपुर, रजदेपुर, महाराजगंज, कटैला, बीकापुर, सुसुंडी, करंडा के चोचकपुर, कुचौरा, नौदर, जमुआव, गोसंदेपुर, सबुआ, बिरनो के भड़सर, शेखपुर, बघोल, देवकठियां, मानपुर, कहोतरी, बद्धूपुर, गहली, गोड़ऊर के कनुवान व खैराबारी, मनिहारी के हंसराजपुर, गुरैनी, बुर्जुगा, अलावलपुर, बरईपारा, शादियाबाद, सिखड़ी, चौरा, कटघरा, जखनियां के जलालाबाद, मंझनपुर कला, भुड़कुड़ा, धर्मागतपुर, किसुनपुरा, धामूपुर, रामपुर पतारी, देवा व मिर्जापुर में रायपुर, माहपुर, बड़ागांव, भरतपुर और पट्टी गरीब में हेल्थ वेलनेस सेंटर स्थापित होगा.
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अब तक नहीं बन सके पुराने हेल्थ वेलनेस सेंटर
बता दें कि प्रथम चरण में वित्तीय वर्ष 2017-18 में देवकली, सैदपुर व मरदह ब्लॉक में चयनित 30 गांवों में से मात्र 21 गांव में ही हेल्थ वेलनेस सेंटर स्थापित हो सके, जबकि 9 सेंटर को कार्यदायी संस्था ने अब तक पूर्ण करके स्वास्थ्य विभाग को हैंड ओवर नहीं किया है.
पहले चरण साल साल 18-19 में उन्नीस में 30 वैलनेस सेंटर बने थे, जिसमें 22 बन चुके हैं. साथ ही 8 का काम अंतिम चरण में है. वहीं 22 वैलनेस सेंटरों पर सीएचओ की तैनाती हो चुकी है. साथ साल 19-20 में 89 वैलनेस सेंटर बनना प्रस्तावित है, जिसमें कार्यदायी संस्थाओं का चयन हो चुका है. लगभग मार्च 2020 तक वैलनेस सेंटरों का निर्माण कार्य भी पूर्ण कर लिया जाएगा.
डॉ. जीसी मौर्या, सीएमओ