गाजीपुर: जिले के मोहम्मदाबाद शहीद पार्क में कृष्णानंद राय की 14वीं पुण्यतिथि मनाई गई. शहादत दिवस में शिरकत करने पूर्व रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा और बलिया सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त पहुंचे. वहीं राज्यमंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की.
कृष्णानंद राय हत्याकांड मामले में लगातार एक के बाद एक मिल रही शिकस्त पर मनोज सिन्हा ने कहा कि हार का कोई बाप नहीं होता, जीत के अनेक पिता होते हैं. बलिया सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने कहा कि 2019 में गाजीपुर के लोकसभा चुनाव को प्रभावित करने के लिए मुस्लिम देशों से फंडिंग हुई थी. ऐसे ही मुस्लिम देशों से सह पाने वाले लोगों ने कृष्णानंद राय की हत्या कराई थी.
दिल्ली उच्च न्यायालय में दाखिल की गई है याचिका
मनोज सिन्हा ने बताया कि सीबीआई की विशेष अदालत ने जिन लोगों के विरुद्ध आरोप पत्र दाखिल किया था, उन्हें मुकदमे में बरी कर दिया गया. सीबीआई और अलका राय की तरफ से दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल की गई है, जिसे न्यायालय ने स्वीकार किया है. 28 नवंबर को दिल्ली उच्च न्यायालय में सुनवाई हुई. सीबीआई ने जिन लोगों को अभियुक्त माना है, उनमें से चार उपस्थित थे और 3 लोग अनुपस्थित थे.
सीबीआई के वकील ने उच्च न्यायालय से किया है निवेदन
मनोज सिन्हा ने कहा कि अलका राय और सीबीआई के वकील ने माननीय उच्च न्यायालय से निवेदन किया है कि 20 दिसंबर के बाद इस मामले की प्रतिदिन सुनवाई करके इसका निस्तारण किया जाए. इस दौरान उन्होंने कविता पढ़ते हुए कहा कि बैठे रहो पुकार गाओ, मेरा वैसा धर्म नहीं है, मैं हारी हूं बैठे रहना, मेरे कुल का कर्म नहीं है. पहले मैं मुकदमे में इतना समय नहीं दे पाता था, क्योंकि अन्य व्यवस्थाएं थी लेकिन अभी मुझे फुरसत है.
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