नई दिल्ली/गाजियाबादः कोतवाली नगर थाना क्षेत्र (Kotwali Nagar police station area) में शुक्रवार को पुलिस ने जाली नोट बनाने वाले गैंग का भंडाफोड़ कर सात बदमाशाें को गिरफ्तार (ghaziabad fake currency seven arrested) किया. पुलिस ने आरोपियों के पास से 6.5 लाख से अधिक के जाली नोट (ghaziabad fake currency found) और जाली नोट बनाने के उपकरण भी बरामद किये हैं. गिरफ्तार आरोपियों की शिनाख्त अमन, आलम, रहबर, फुरकान, आजाद, यूनुस और सोनू के रूप में की गयी.
जानकारी की मुताबिक आजाद ने कुछ महीने पहले एक पेट्रोल पंप पर नोट के छुट्टे कराए थे. उन रुपयों में कुछ नोट जाली थे, लेकिन सभी जाली नोट बाजार में चल गए. इसके बाद आजाद के दिमाग में जाली नोट बनाने का आइडिया आया. उसने साेशल मीडिया पर उपलब्ध वीडियाे से जानकारी इकट्ठा कर जाली नोट बनाने का काम सीख लिया. जिसके बाद आजाद ने सोनू और यूनुस के साथ जाली नोट छापने लगा.
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आरोपियों ने मई 2021 में जाली नोट छापना शुरू (ghaziabad fake currency found) किया था. आरोपियाें ने बताया कि अब तक कुल 15 से 17 लाख कीमत की जाली नोटों की छपाई कर चुके हैं. जिसमें से तकरीबन 12 लाख रुपए के जाली नोटों को बाजार में उतार चुके हैं. आरोपी जाली नोटों की छपाई करते वक्त क्वालिटी का भी काफी ख्याल रखते थे. जिससे जाली नोटों की आसानी से पहचान ना हाे सके.
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आरोपी एक हजार के असली नोटों के बदले में तीन हजार रुपए के जाली नोट देता था. इस पूरे अवैध धंधे में सप्लायर भी शामिल हैं जो कि 20% कमीशन पर काम करता था. पुलिस ने आरोपियों से छह लाख 59 हजार छह साै के जाली नोट बरामद किए हैं. इनमें 100, 200, 500 और 2000 के नोट शामिल हैं. आरोपियों के पास से नोट छापने के फर्मे, प्रिंटर, कटर और नोट छापने वाले कागज भी बरामद किए गए हैं.