गाजियाबाद: जनपद की सुरक्षा व्यवस्था और कानून व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए समीक्षा बैठक की गई. जिसमें कलेक्ट्रेट स्थित अपर जिलाधिकारी वित्त और राजस्व गाजियाबाद के कार्यालय में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है. जिसका दूरभाष संख्या 0120- 2821 250 है. जिसकी मॉनिटरिंग के लिए लगातार 24 घंटे कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है.
धर्मगुरुओं से किया आह्वान
इस अवसर पर मंडलायुक्त ने कहा कि अयोध्या प्रकरण पर आने वाले फैसले पर विस्तार से चर्चा और तैयारियां कर ली गई है. उन्होंने विभिन्न संप्रदायों से आए हुए धर्मगुरुओं से आह्वान किया कि शासन-प्रशासन की मंशा के अनुरूप जो भी निर्णय इस प्रकरण में आएगा उसका स्वागत करते हुए उस पर सभी निष्पक्ष आचरण रखें. कहीं भी सड़क,धार्मिक स्थल पर अपना विरोध व्यक्त नहीं करना है. सोशल मीडिया पर कोई भी धर्म विरोधी मैसेज-वीडियो को आगे फॉरवर्ड नहीं करना है जिससे कि आपसी मत-भेद की स्थिति उत्पन्न हो सके.
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'फैसले का करें सम्मान'
उन्होंने जनपद वासियों की सराहना करते हुए कहा कि जनपद गाजियाबाद से पूर्व में भी बड़े-बड़े पर्व और कार्यक्रमों में जनपद वासियों द्वारा कानून व्यवस्था बनाई रखी गई थी, उसी तरह इस बार भी सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का भी सम्मान रखते हुए कोई भी अप्रिय हिंसा वाद-विवाद न उत्पन्न होने दें.
सोशल मीडिया पर रखी जा रही है सर्विलेंस
बैठक में आई. जी. मेरठ जोन आलोक सिंह ने कहा कि कानून व्यवस्था को लेकर सभी तैयारी पूर्ण करा ली गई हैं. सोशल मीडिया पर भी सर्विलेंस रखी जा रही है, इसलिए कोई भी व्यक्ति आपत्तिजनक मैसेज या वीडियो आगे फॉरवर्ड ना करें. अन्यथा की स्थिति में कठोरतम कार्यवाई कराते हुए सजा सुनिश्चित की जाएगी. उन्होंने कहा कि पूरे जिले में धारा 144 लागू है अतः सभी जाति-धर्म के लोग सावधान रहें साथ ही प्रतिबंधित गतिविधियों में ना पड़े. आयोजित बैठक में जनपद के विभिन्न धर्मगुरुओं और संभ्रांत नागरिकों व्यापारियों के द्वारा प्रतिभाग किया गया.