गाजियाबाद: जिले में सर्दी से लोगों को बचाने के लिए नगर निगम ने रैन बसेरों की शुरुआत की थी. उसमें कई कमियां भी पाई जा रही हैं. इसी कड़ी में पुराने बस अड्डे के रैन बसेरे में शनिवार को तहसील कर्मियों ने जायजा लिया.
इस रैन बसेरे में महिलाओं के लिए अलग शौचालय की व्यवस्था नहीं पाई गई है. महिलाओं द्वारा पुरुषों का शौचालय इस्तेमाल किया जा रहा है. इसके बाद रैन बसेरे की व्यवस्था पर सवाल उठ रहा है. इसी कड़ी में व्यवस्था चेक करने आए लेखपाल निशांत त्यागी का कहना है कि इस विषय में अधिकारियों को अवगत कराया जा रहा है.
शहर में 8 रैन बसेरे हुए स्थापित
गाजियाबाद के शहरी क्षेत्र में अब तक आठ रैन बसेरे बना दिए गए हैं. जिनकी कमियां दूर करने के बाद नए रैन बसेरे भी बनाए जाएंगे, क्योंकि इन रैन बसेरों में उन लोगों को भेजा जा रहा है, जिनके पास अपना आशियाना नहीं है. रात के समय प्रशासन की टीम को कोई भी व्यक्ति बेघर या रोड पर खड़ा हुआ दिखाई देता है तो उसे रैन बसेरों में पहुंचाने की व्यवस्था भी टीम कर रही है.
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सुरक्षा के इंतजाम भी कड़े
रैन बसेरों की कमियों को देखने के साथ साथ प्रशासन इस बात पर भी ध्यान दे रहा है कि उनमे सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाएं. स्थानीय पुलिस की गश्त भी रैन बसेरों के आसपास बढ़ाई जा रही है. अधिकारी खुद इस तरफ ध्यान देकर पहले ही संबंधित पुलिस कर्मियों को दिशा-निर्देश जारी कर चुके हैं.