गाजियाबाद : कोरोना के बढ़ते मामलों पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को वीकेंड कर्फ्यू लगाने का फैसला किया है, जिसके बाद शुक्रवार रात 10 बजे से सोमवार सुबह 6 बजे तक राजधानी में कर्फ्यू लागू रहेगा. वीकेंड कर्फ्यू की घोषणा के बाद दिल्ली एनसीआर में रह रहे प्रवासी मजदूरों के रोजगार पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं.
कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते मामलों के चलते प्रवासी मजदूरों में डर बढ़ता जा रहा है. हालांकि दिल्ली सरकार द्वारा अभी वीकेंड कर्फ्यू लगाया गया है लेकिन प्रवासी मजदूरों को डर सता रहा है कि अगर कोरोनावायरस की रफ्तार नहीं थमी तो कहीं सरकार लॉकडॉउन ना लगा दे. पिछले साल लॉकडाउन घोषित होने के बाद प्रवासी मजदूरों को खासा परेशानियां उठानी पड़ी थी. सैकड़ों किलोमीटर का सफर मजदूरों ने पैदल ही तय किया. जिसमें सैकड़ों लोगों की मौत हो गई.
कोरोना के डर से घरों के तरफ लौट रहे प्रवासी मजदूर
लॉकडाउन के डर से प्रवासी मजदूरों ने गांवों की तरफ कूच करना शुरू कर दिया है. यही कारण है कि दिल्ली के प्रमुख बस अड्डे आनंद विहार बस टर्मिनल पर हजारों की संख्या में मजदूर अपने परिवारों के साथ पहुंच रहे हैं. हाथों में सामान देखकर साफ तौर पर यह एहसास होता है कि घरों की तरफ तो निकल पड़े हैं, लेकिन अभी यह मालूम नहीं है कि वापसी कब होगी. इसलिए तमाम सामान अपने साथ लिए जा रहे हैं.
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आनंद विहार पर मौजूद बस चालक ने बताया कि आमतौर पर बस भरने में तकरीबन आधे से एक घंटे का वक्त लगता था, लेकिन मौजूदा वक्त में 5 से 10 मिनट में बस यात्रियों से भर जाती है. आनंद विहार बस टर्मिनल पर दिन ढलने के साथ भीड़ भी बढ़ती नजर आई. यहां तक कि लोग बस टर्मिनल पर परिवार के साथ दौड़ते नजर आए.