गाजियाबाद : लोनी थाने के अतिरिक्त इंचार्ज को एसएसपी ने सस्पेंड कर दिया है. आरोपी इंस्पेक्टर बीके त्रिपाठी पर एक मुकदमे के आरोपियों को बचाने के लिए रिश्वत मांगने का आरोप लगा है. एसएसपी कलानिधि नैथानी को शिकायत मिली थी कि इंस्पेक्टर बीके त्रिपाठी ने 1 लाख की रिश्वत मांगी है. इसके बाद मामले की जांच करवायी गई.
शुरुआती जांच में पता चला है कि बीके त्रिपाठी अपने निजी स्वार्थ के लिए कार्य कर रहे थे. उनका व्यवहार जनता से भी ठीक नहीं था. लोनी के सीओ ने मामले की जांच की थी. जिसकी रिपोर्ट एसएसपी को सौंपी गई थी. एसएसपी ने मामले में कड़ा एक्शन लिया है. एसएसपी कलानिधि नैथानी ने लोनी के भ्रष्टाचारी इंस्पेक्टर बीके त्रिपाठी पर दंडात्मक और वैधानिक कार्रवाई के भी निर्देश दिए हैं.
बीके त्रिपाठी के खिलाफ जांच में सबसे चौंकाने वाला खुलासा हुआ है, कि वे ऐसे कार्य में ज्यादा रुचि लेते थे जहां पर रिश्वत ली जा सके. बता दें कि इससे पहले भी बीके त्रिपाठी पर इसी तरह के आरोप लग चुके थे, जो साबित नहीं हो पाए थे.