गाजियाबाद: कोरोना वायरस के साथ-साथ अब दिल्ली-एनसीआर प्रदूषण की मार झेल रहा है. दिवाली त्योहार में करीब दो हफ्ते का समय बाकी है, लेकिन अभी से दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है. जिला प्रशासन और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी प्रदूषण फैलाने वाली इकाइयों पर लगातार कार्रवाई कर रहे है, लेकिन प्रदूषण के स्तर में गिरावट देखने को नहीं मिल रही.
वायु गुणवत्ता सूचकांक 383 अंक पहुंचा
गाजियाबाद की वायु गुणवत्ता शुक्रवार को अत्यंत खराब श्रेणी में दर्ज की गई. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की तरफ से जारी आंकड़ों की मानें तो गाजियाबाद का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 383 रहा, जो 'अत्यंत खराब श्रेणी' में आता है. गाजियाबाद के लोनी इलाके के प्रदूषण स्तर की बात करें, तो यहां का एयर क्वालिटी इंडेक्स जनपद में सबसे अधिक दर्ज किया गया है. लोनी का एयर क्वालिटी इंडेक्स 413 दर्ज किया गया है.
आशंका जताई जा रही है कि आने वाले समय में दिल्ली-एनसीआर के एयर क्वालिटी इंडेक्स में और बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है. एयर क्वालिटी इंडेक्स जब 0-50 होता है तो, इसे 'अच्छी' श्रेणी में माना जाता है. 51-100 को 'संतोषजनक', 101-200 को 'मध्यम', 201-300 को 'खराब', 301-400 को 'अत्यंत खराब', 400-500 को 'गंभीर' और 500 से ऊपर एयर क्वालिटी इंडेक्स को 'बेहद गंभीर' माना जाता है.
एक नजर गाजियाबाद के प्रदूषण स्तर पर
गाजियाबाद | प्रदूषण स्तर |
इंदिरापुरम | 389 |
वसुंधरा | 389 |
संजय नगर | 359 |
लोनी | 413 |