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गाजियाबाद में सांस लेना मानो जंग, प्रशासन ने जारी की एडवाइजरी - ghaziabad news in hindi

शहर भर में धूल और धुआं फैला हुआ है, जिससे शहर वासियों को सांस लेने में काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है. गाजियाबाद जिला प्रशासन ने स्मॉग से बचने के लिए एडवाइजरी जारी की है.

गाजियाबाद में सांस लेना मानो जंग.
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Published : Oct 31, 2019, 11:43 PM IST

गााजियाबाद: लगातार बढ़ रहे प्रदूषण स्तर और शहर में फैले स्मॉग से गाजियाबाद में लोगों को सुरक्षित रखने के लिए जिला प्रशासन ने एडवाइजरी जारी की है. दिवाली के बाद से जहां एक तरफ प्रदूषण में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है तो वहीं दूसरी तरफ शहर भर में धूल और धुआं है. जिससे शहर वासियों को सांस लेने में काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है. एडवाइजरी जारी जिला प्रशासन ने कुछ बातों को ध्यान में रखने के लिए कहा है.

गाजियाबाद में सांस लेना मानो जंग.


क्या करें

  • सुबह के समय सैर पर जाने से बचें. अगर जाएं तो थोड़ा देर से निकले और खाली पेट सैर पर न जाएं. ओस पड़ने के बाद ही टहलने जाएं, क्योंकि ओस प्रदूषण की एक परत को खत्म कर देती है. इसके अतिरिक्त सुबह टहलने के दौरान मास्क पहनें
  • व्यायाम घर में करने की कोशिश करें या अगर बाहर जाना पड़े तो चेहरे पर रुमाल या कोई स्वच्छ कपड़ा बांध कर निकलें.
  • घर के आस पास धूल उड़े तो पानी का छिड़काव करें, ऑफिस और घरों में एयर प्यूरीफाई करने वाले पौधों को लगाएं जैसे मनी प्लांट, तुलसी आदि.
  • प्रदूषित हवा से आंखों में जलन की समस्या हो सकती है. बाहर से घर लौटते ही आंखों को ठंडे पानी से धोएं. स्कूली बच्चें स्कूल समाप्त होने के घर पहुंचने पर अपनी आंखों को स्वच्छ पानी से अवश्य धोएं.
  • दमा और सांस संबंधी मरीजों को, छोटे बच्चों को घर से बाहर निकलने से बचना चाहिए. साथ ही खान-पान में सुधार करें, पौष्टिक खुराक लें और खूब पानी पिए.

क्या न करें

  • अपने घरों के आसपास कूड़ा न जलाएं न जलाने दें, जिससे वातावरण में स्गॉग के कण उत्पन्न न हो. प्रातकाल स्मॉग वाली जगहों पर जाने से बचें, वरिष्ठ नागरिक, छोटे स्कूली बच्चे, गर्भवती महिलाएं प्रातकाल घर से बाहर अनावश्यक रूप से न निकले.
  • सार्वजनिक स्थलों पर धूम्रपान न करें न करने दें.
  • स्कूल प्रबंधन विशेष तौर पर ये ध्यान रखें कि इस महिने के समय छात्र-छात्राओं को आउटडोर एक्टिविटी न कराई जाए.

गााजियाबाद: लगातार बढ़ रहे प्रदूषण स्तर और शहर में फैले स्मॉग से गाजियाबाद में लोगों को सुरक्षित रखने के लिए जिला प्रशासन ने एडवाइजरी जारी की है. दिवाली के बाद से जहां एक तरफ प्रदूषण में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है तो वहीं दूसरी तरफ शहर भर में धूल और धुआं है. जिससे शहर वासियों को सांस लेने में काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है. एडवाइजरी जारी जिला प्रशासन ने कुछ बातों को ध्यान में रखने के लिए कहा है.

गाजियाबाद में सांस लेना मानो जंग.


क्या करें

  • सुबह के समय सैर पर जाने से बचें. अगर जाएं तो थोड़ा देर से निकले और खाली पेट सैर पर न जाएं. ओस पड़ने के बाद ही टहलने जाएं, क्योंकि ओस प्रदूषण की एक परत को खत्म कर देती है. इसके अतिरिक्त सुबह टहलने के दौरान मास्क पहनें
  • व्यायाम घर में करने की कोशिश करें या अगर बाहर जाना पड़े तो चेहरे पर रुमाल या कोई स्वच्छ कपड़ा बांध कर निकलें.
  • घर के आस पास धूल उड़े तो पानी का छिड़काव करें, ऑफिस और घरों में एयर प्यूरीफाई करने वाले पौधों को लगाएं जैसे मनी प्लांट, तुलसी आदि.
  • प्रदूषित हवा से आंखों में जलन की समस्या हो सकती है. बाहर से घर लौटते ही आंखों को ठंडे पानी से धोएं. स्कूली बच्चें स्कूल समाप्त होने के घर पहुंचने पर अपनी आंखों को स्वच्छ पानी से अवश्य धोएं.
  • दमा और सांस संबंधी मरीजों को, छोटे बच्चों को घर से बाहर निकलने से बचना चाहिए. साथ ही खान-पान में सुधार करें, पौष्टिक खुराक लें और खूब पानी पिए.

क्या न करें

  • अपने घरों के आसपास कूड़ा न जलाएं न जलाने दें, जिससे वातावरण में स्गॉग के कण उत्पन्न न हो. प्रातकाल स्मॉग वाली जगहों पर जाने से बचें, वरिष्ठ नागरिक, छोटे स्कूली बच्चे, गर्भवती महिलाएं प्रातकाल घर से बाहर अनावश्यक रूप से न निकले.
  • सार्वजनिक स्थलों पर धूम्रपान न करें न करने दें.
  • स्कूल प्रबंधन विशेष तौर पर ये ध्यान रखें कि इस महिने के समय छात्र-छात्राओं को आउटडोर एक्टिविटी न कराई जाए.
Intro:गाजियाबाद में लगातार बढ़ रहे प्रदूषण स्तर और शहर में फैले स्मोग से लोगों को सुरक्षित रखने के लिए जिला प्रशासन ने एडवाइजरी जारी की है.


Body:दिवाली के बाद से राशि के बाद में जहां एक तरफ प्रदूषण में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है तो वहीं दूसरी तरफ शहर भर में धूल और धुआं फैला हुआ है, जिससे शहर वासियों को सांस लेने में काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है. गाजियाबाद जिला प्रशासन ने स्मोग से बचने के लिए एडवाइजरी जारी की है.


क्या करें

- सुबह के समय से सैर पर जाने से बचें अगर जाएं तो थोड़ा देर से निकले एवं खाली पेट सैर पर ना जाएं, ओस पड़ने के बाद ही टहलने जाएं क्योंकि ओस प्रदूषण की एक परत को खत्म कर देती है. इसके अतिरिक्त सुबह टहलने के दौरान मास्क का प्रयोग अवश्य करें.

- व्यायाम घर में करने की कोशिश करें अथवा यदि बाहर जाना पड़े तो चेहरे पर रुमाल या कोई स्वच्छ कपड़ा बांध कर निकलें.

- घर के आस पास धूल उड़े तो पानी का छिड़काव करें, कार्यस्थल एवं घरों में एयर प्यूरीफाई करने वाले पौधों को लगाएं जैसे मनी प्लांट, तुलसी आदि.

- प्रदूषित हवा से आंखों में जलन की समस्या हो सकती है बाहर से घर लौटते ही आंखों को ठंडे पानी से धोएं. स्कूली बच्चे स्कूल समाप्त होने के पश्चात घर पहुंचने पर अपनी आंखों को स्वच्छ पानी से अवश्य धोएं.

- दमा एवं सांस संबंधी मरीजों को छोटे बच्चों को घर से बाहर निकलने से बचना चाहिए. साथ ही खान-पान में सुधार करें, पौष्टिक खुराक लें और खूब पानी पिए.

क्या ना करें

- अपने घरों के आसपास कूड़ा ना जलाएं ना जलाने दें, जिससे वातावरण में स्मोग के कण उत्पन्न ना हो. प्रातकाल स्मॉग वाली जगहों पर जाने से बचें, वरिष्ठ नागरिक, छोटे स्कूली बच्चे, गर्भवती महिलाएं प्रातकाल घर से बाहर अनावश्यक रूप से ना निकले.

- सार्वजनिक स्थलों पर धूम्रपान न करें न करने दें.

- स्कूल प्रबंधन विशेष तौर पर यह ध्यान रखें कि इस माह के समय छात्र छात्राओं को आउटडोर एक्टिविटी ना कराई जाए.




Conclusion:दिवाली के बाद गाजियाबाद के प्रदूषण स्तर में काफी बढ़ोतरी हुई है शहर में हर तरफ धुआं और धुंध नजर आ रहा है जिससे लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है
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