गाजियाबाद: किसान आंदोलन को 50 दिन बीत चुके हैं. हालांकि अभी ऐसा नहीं लगता कि किसानों को किसी तरीके से राशन सामग्री की कोई कमी पड़ रही है, क्योंकि दिल्ली के तमाम बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों की ओर से लंगर किया जा रहा है. बावजूद इसके मुरादनगर ब्लॉक के सुलतानपुर गांव से कई किसान अपने साथ ढेर सारी राशन सामग्री ले जा रहे हैं. उनका कहना है कि वह आंदोलन में किसी भी तरीके से किसानों को राशन की कमी नहीं पड़ने देंगे.
खाने का सारा समान
ईटीवी भारत को मुरादनगर के सुलतानपुर गांव निवासी किसान सुधीर ने बताया कि उन्होंने किसान आंदोलन में ले जाने के लिए बेसन, चीनी, दाल आटा, मूंगफली, बिस्किट सहित ढेर सारी सामग्री इकट्ठा की है. उनका कहना है कि हमारा संघर्ष तब तक जारी रहेगा, जब तक किसानों की मांग पूरी नहीं हो जाती.
राशन सामग्री की कीमत डेढ़ लाख रुपये
किसान नरेंद्र का कहना है कि सुलतानपुर गांव से किसान अब से पहले भी राशन सामग्री आंदोलन में पहुंचाते रहे हैं और आज फिर 60 किसान राशन सामग्री लेकर जा रहे हैं, इसमें महिलाएं भी शामिल हैं. राशन की कीमत तकरीबन डेढ़ लाख रुपये है. इससे पहले भी वह 80 हजार रुपये का सामान पहुंचा चुके हैं.
ग्रामीणों ने चंदा इकट्ठा करके किया इंतजाम
किसानों ने बताया कि राशन सामग्री का बंदोबस्त गांव के सभी लोग चंदा इकट्ठा करते हैं और जब तक आंदोलन समाप्त नहीं हो जाता, किसानों की मदद के लिए वे पीछे नहीं हटेंगे.