गाजियाबाद: दिल्ली-एनसीआर में आने वाले समय में प्रदूषण के बढ़ने की संभावना है. वहीं इसके रोकथाम के उपाय अभी से शुरू कर दिए गए हैं. वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए EPCA के अध्यक्ष के साथ गाजियाबाद जिला प्रशासन की अहम बैठक हुई. बैठक में कई अहम निर्णय लिए गए हैं, जिससे प्रदूषण को रोका जा सकता है.
कूड़े निस्तारण पर चर्चा
बैठक में कौशांबी के रेडिसन होटल के पास जीडीए की भूमि पर कबाड़ियों के कब्जे को लेकर बात हुई. प्रशासन ने जवाब दिया कि इस अवैध कब्जे को हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है. वहीं साहिबाबाद में कूड़े के निस्तारण की समस्या को लेकर भी बैठक में चर्चा हुई.
हाल ही में शिकायत मिली थी कि साहिबाबाद में कूड़ा जलाया गया है. कूड़ा जलाने के दोषी पाए गए उद्योग पर 25 हजार का जुर्माना लगाया गया है. इसके अलावा दो सरकारी संस्थाओं द्वारा कराए जा रहे निर्माण कार्य में उड़ रही धूल मिट्टी के चलते, दोनों संस्थाओं पर जुर्माने की संस्तुति की गई है. साथ ही दोनों संस्थाओं को एंटी स्मॉग का प्रयोग किए जाने के निर्देश दिए हैं. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई इस बैठक में अन्य जिलों के प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे.
ग्रेप लागू करने पर पहले ही हो रहा विचार
हर साल दिवाली के आसपास पराली जलाए जाने से दिल्ली एनसीआर में काफी ज्यादा स्मॉग हो जाता है. हालांकि इस बार उसको लेकर पहले से एहतियाती कदम उठाए गए हैं. बताया जा रहा है कि एनसीआर में कभी भी ग्रेप, यानी ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान लागू हो सकता है. जिसके चलते निर्माण कार्यों पर रोक के अलावा कोयले से चलने वाले चूल्हे, जनरेटर आदि पर रोक लगाई जा सकती है.