नई दिल्ली/नोएडाः नोएडा एनसीआर क्षेत्र का बहुचर्चित सेक्टर 93ए स्थित ट्विन टावर में दो अगस्त से बारूद लगना शुरू होना था, किंतु पलवल से बारूद ट्विन टावर नहीं पहुंचा. इसके चलते ट्विन टावर के 10 हजार सुराखों में लगने वाले बारूद की प्रक्रिया रुक गई है. कंपनी ने दावा किया था कि दो अगस्त से बारूद लगना शुरू होगा और 18 दिनों के अंदर बारूद लगाकर इसे ध्वस्त कर दिया जाएगा. वहींं, आज बारूद न आने से यथा स्थिति बरकरार है. बारूद कब आएगा और कब लगेगा, इस पर फिलहाल एडिफिस कंपनी की तरफ से कोई बयान नहीं आया है. उम्मीद जताई जा रही है कि तीन अगस्त से बारूद लगना शुरू हो सकता है.
सूत्रों की मानें तो नागपुर के चीफ एक्सप्लोसिव कंट्रोलर से एनओसी न मिलने के चलते बारूद नहीं लगाया गया है. बताया जा रहा है कि एक्सप्लोसिव कंट्रोलर के आगरा स्थित रीजनल ऑफिस से कोई गाइडलाइंस नहीं मिली है. इसके चलते पलवल से बारूद ट्विन टावर नहीं लाया गया है. एनओसी मिलने के बाद ही पलवल से पुलिस की निगरानी में बारूद ट्विन टावर लाया जाएगा. वहीं बताया जा रहा है कि बुधवार को बारूद लाने की अनुमति मिल सकती है. बारूद दो गाड़ियों में रखकर लाया जाएगा. एक गाड़ी में जिलेटिन की रॉड और दूसरी गाड़ी में डेटोनेटर लाए जाएंगे. टावर में ऊपरी मंजिल से विस्फोट लगना शुरू होगा. वहीं बताया जा रहा है कि रोजाना 200 किलो विस्फोटक सामग्री लाई जाएगी और पूरे ट्विन टावर में करीब 3700 किलो विस्फोटक सामग्री लगाई जाएगी. 21 अगस्त को पूरा ध्वस्त कर दिया जाएगा.
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ट्विन टावर में बारूद लगने के संबंध में सूत्रों की मानें तो एडिफिस कंपनी को अभी पूरी तरीके से सभी विभागों से एनओसी प्राप्त नहीं हुई है. वहीं सीबीआरआई द्वारा क्रिटिकल जोन में स्ट्रक्चर ऑडिट करने के बाद अपनी फाइनल रिपोर्ट देगा. इसके साथ ही अभी पुलिस विभाग से भी एनओसी मिलना बाकी है. ट्विन टावर के ध्वस्तीकरण को लेकर एडिफिस कंपनी के साथ ही अन्य एजेंसियों के साथ बैठक का दौर तेजी से चल रहा है.