नोएडा/लखनऊ: इलेक्ट्रिक उत्पाद पर विश्व की सबसे बड़ी अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी इलेक्रामा-2020 का उद्घाटन केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने किया. इस मौके पर केंद्रीय ऊर्जा राज्य मंत्री आरके सिंह और उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सतीश महाना भी मौजूद रहे. इस पांच दिवसीय प्रदर्शनी में 120 देशों के 1370 एक्जीबिटर भाग ले रहे हैं. जिनमें 320 स्टॉल विदेशी एक्जीबिटर हैं. पांच दिनों के आयोजन में लगभग 3 लाख लोगों के आने की संभावना जताई जा रही है.
साल में 1200 यूनिट बिजली की सप्लाई
उद्घाटन के बाद उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि सौर ऊर्जा के क्षेत्र में भारत दुनिया का अग्रणी बनने की क्षमता रखता है. देश में ऊर्जा की मांग तेजी से बढ़ रही है. आज औसतन 3600 यूनिट की मांग है, जबकि हमारे देश में 1200 यूनिट साल भर में सप्लाई हो रहा है.
आने वाले दिनों में बिजली की मांग जबरदस्त बढ़ने वाली है, क्योंकि लोगों को नई सुविधाएं चाहिए. लोगों को जीवन बेहतर बनाने के लिए नए उपकरण आ रहे हैं, जिसके कारण बिजली की मांग बढ़ रही है.
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मेक इन इंडिया का समझाया मतलब
प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि मेक इन इंडिया का मतलब यह नहीं कि भारत में निर्माण करना है. मेक इंडिया का मतलब है आओ शोध करो और प्रोडक्ट तैयार करो और उसे मेड इन इंडिया के नाम से बेचो. उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि इस प्रदर्शनी में 1370 एक्टिविटीज हिस्सा ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि विद्युतीकरण योजना के इस सेक्टर में इस साल 12 परसेंट का ग्रोथ हुआ है.
एनर्जी ट्रांजिशन एंड न्यू टेक्नोलॉजी है थीम
इस मौके पर चेयरमैन अनिल साबू ने बताया कि इस बार रिन्यूएबल्स एनर्जी और एनर्जी स्टोरेज इंडस्ट्री के जरिए इलेक्ट्रिसिटी का ऑटोमेशन, डिजिटलाइजेशन और लो वोल्टेज आदि पर फोकस किया गया है. इसकी थीम एनर्जी ट्रांजिशन एंड न्यू टेक्नोलॉजी रखी गई है. भविष्य में इलेक्ट्रिकल की दुनिया में क्या खास आने वाला है, यहां इसकी झलक देखने को मिलेगी. एक्स्पो में महिला सशक्तिकरण की भी बात होगी.