ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा वेस्ट सुपरटेक इकोविलेज-वन के कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स में दुकान बुक कराए एक खरीदार पीड़ित किशोर कुमार ने बताया कि पिछले 10 साल से सुपरटेक बिल्डर उन्हें परेशान कर रहा है. इसी कड़ी में बिल्डर के ऑफिस, कोर्ट-कचहरी, थाने के भी चक्कर लगाने पड़ रहे हैं.
ये हैं आरोप
आरोप है कि सुपरटेक बिल्डर में किशोर ने एक दुकान बुक कराई थी. दुकान को लगभग पांच बार अपने आप चेंज किया गया है. उसके बाद वह दुकान दी गई, जिसका नक्शा ही पास नहीं हुआ है. 10 साल बीत गए, लेकिन अभी तक कुछ हाथ नहीं लगा.
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लेआउट में बदलाव का आरोप
दुकान का कब्जा देने के बजाय दुकान नम्बर GF 29A उन्होंने अक्टूबर 2016 को एक पत्र भेजा था, जिसमें उन्होंने उल्लेख किया था कि कुछ तकनीकी मुद्दों के कारण दुकान बदली गई है और एक लेआउट योजना भी भेजी है, जिसमें दुकान नम्बर GF09 कॉर्नर टू साइड ओपन और रोड फेसिंग शॉप है. उसे देने की बात कही. सुपरटेक द्वारा बार-बार किए गए परिवर्तनों से उस पर संदेह हुआ. जब कार्यालय का दौरा किया तब पता चला कि उन्होंने दुकान के भौतिक स्थान को स्थानांतरित कर दिया है और दुकान का आकार भी कम कर दिया था.
न्याय की उम्मीद
फिलहाल पुलिस स्टेशन शकरपुर, दिल्ली और यूपी रेरा में मामला दर्ज किया है. किशोर ने गुहार लगाते हुए कहा कि संबंधित अधिकारी से उम्मीद है कि जल्द इस मामले में न्याय करेंगे और बिल्डर से दुकान आवंटित कराएंगे.