ETV Bharat / state

वाहन चोर गैंग के तीन आरोपी गिरफ्तार, डिमांड पर करते थे चोरी

नोएडा पुलिस ने वाहन चोरी में शामिल गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है. ये लोग चोरी के वाहनों की पहचान छिपाने के लिये चेसिस नंबर से लेकर नंबर प्लेट तक बेच दिया करते थे. इसके बाद बेच दिया करते थे.

तीन वाहन चोर गिरफ्तार
तीन वाहन चोर गिरफ्तार
author img

By

Published : Jul 30, 2021, 4:59 AM IST

नई दिल्ली/नोएडाः सेक्टर-20 थाना पुलिस ने एक ऐसे गैंग का भंडाफोड़ किया है, जो ऑन डिमांड वाहनों की चोरी करने के साथ ही खुद भी चोरी का कारोबार दिल्ली-एनसीआर में चला रहे थे. इन लोगों द्वारा पहले गाड़ी चोरी की जाती थी. इसके बाद गाड़ी पर नंबर प्लेट, इंजन नंबर, चेचिस नंबर से लेकर सभी ओरिजिनल सबूतों को मिटा दिया जाता था, फिर उसे बेचने का कारोबार किया जाता था. पुलिस ने गैंग के तीन लोगों को गिरफ्तार किया है.

एडिशनल डीसीपी रणविजय सिंह.

जानकारी के मुताबिक, एक गाड़ी की कीमत इन लोगों द्वारा 20 से लेकर 50 हजार रुपये तक लगाई जाती थी. इन गाड़ियाें को एनसीआर के साथ अन्य राज्यों में भी बेचा जाता था. आरोपियों के पास से पुलिस ने दोपहिया और चार पहिया के करीब एक दर्जन गाड़ियां बरामद की हैं. इनके पास से फर्जी नंबर प्लेट और टूलकिट भी बरामद हुई हैं.

चोरों से बरामद वाहन.
चोरों से बरामद वाहन.
आरोपियों की पहचान मथूरा निवासी अनूप शर्मा उर्फ वीरू व राजेश कुमार और राजस्थान के भरतपुर निवासी इमरान उर्फ नक्चा के रूप में हुई है. इनको पुलिस ने डीएनडी टोल प्लाजा के पास से चेकिंग के दौरान गिरफ्तार किया. आरोपियों के पास से पुलिस ने चोरी की चार कार, आठ मोटरसाइकिल, चार फर्जी नंबर प्लेट व टूलकिट बरामद किया है.ये भी पढ़ेंः अगर जागरूक हो जाएं लोग तो अपराध पर लग सकता है अंकुश: एडिशनल डीसीपी रणविजय सिंहनोएडा के एडिशनल डीसीपी रणविजय सिंह ने बताया कि पकड़े गए तीनों ही आरोपी शातिर किस्म के वाहन चोर हैं. ये लोग चोरी के वाहनों की पहचान छिपाने के लिए इंजन व चेचिस नंबर, नंबर प्लेट व आरसी बदल देते थे. वाहन चोरी के लिये मास्टर चाबी उपयोग करते थे, साथ ही ईसीएम सिस्टम भी बदल दिया करते थे. गैंग में और कितने लोग शामिल हैं, इसकी जानकारी की जा रही है.

ये भी पढ़ेंःGreater Noida: साथी गार्ड से मजाक पड़ा भारी, चार दोस्त पहुंचे सलाखों के पीछे

नई दिल्ली/नोएडाः सेक्टर-20 थाना पुलिस ने एक ऐसे गैंग का भंडाफोड़ किया है, जो ऑन डिमांड वाहनों की चोरी करने के साथ ही खुद भी चोरी का कारोबार दिल्ली-एनसीआर में चला रहे थे. इन लोगों द्वारा पहले गाड़ी चोरी की जाती थी. इसके बाद गाड़ी पर नंबर प्लेट, इंजन नंबर, चेचिस नंबर से लेकर सभी ओरिजिनल सबूतों को मिटा दिया जाता था, फिर उसे बेचने का कारोबार किया जाता था. पुलिस ने गैंग के तीन लोगों को गिरफ्तार किया है.

एडिशनल डीसीपी रणविजय सिंह.

जानकारी के मुताबिक, एक गाड़ी की कीमत इन लोगों द्वारा 20 से लेकर 50 हजार रुपये तक लगाई जाती थी. इन गाड़ियाें को एनसीआर के साथ अन्य राज्यों में भी बेचा जाता था. आरोपियों के पास से पुलिस ने दोपहिया और चार पहिया के करीब एक दर्जन गाड़ियां बरामद की हैं. इनके पास से फर्जी नंबर प्लेट और टूलकिट भी बरामद हुई हैं.

चोरों से बरामद वाहन.
चोरों से बरामद वाहन.
आरोपियों की पहचान मथूरा निवासी अनूप शर्मा उर्फ वीरू व राजेश कुमार और राजस्थान के भरतपुर निवासी इमरान उर्फ नक्चा के रूप में हुई है. इनको पुलिस ने डीएनडी टोल प्लाजा के पास से चेकिंग के दौरान गिरफ्तार किया. आरोपियों के पास से पुलिस ने चोरी की चार कार, आठ मोटरसाइकिल, चार फर्जी नंबर प्लेट व टूलकिट बरामद किया है.ये भी पढ़ेंः अगर जागरूक हो जाएं लोग तो अपराध पर लग सकता है अंकुश: एडिशनल डीसीपी रणविजय सिंहनोएडा के एडिशनल डीसीपी रणविजय सिंह ने बताया कि पकड़े गए तीनों ही आरोपी शातिर किस्म के वाहन चोर हैं. ये लोग चोरी के वाहनों की पहचान छिपाने के लिए इंजन व चेचिस नंबर, नंबर प्लेट व आरसी बदल देते थे. वाहन चोरी के लिये मास्टर चाबी उपयोग करते थे, साथ ही ईसीएम सिस्टम भी बदल दिया करते थे. गैंग में और कितने लोग शामिल हैं, इसकी जानकारी की जा रही है.

ये भी पढ़ेंःGreater Noida: साथी गार्ड से मजाक पड़ा भारी, चार दोस्त पहुंचे सलाखों के पीछे

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.