नोएडा: ग्रेटर नोएडा देश का सबसे प्रदूषित शहर बन गया है. ग्रेटर नोएडा का एयर क्वालिटी इंडेक्स 440 पहुंच गया है. वहीं यूपी के शो विंडो नोएडा में एयर क्वालिटी इंडेक्स 436 पर आ गया है, जिसके चलते हवा की स्थिति बेहद खराब हो गई है. हालांकि दिल्ली एनसीआर में 15 अक्टूबर से (ग्रेप) ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान लागू है, लेकिन हवा की गुणवत्ता में सुधार नहीं हो रहा है.
'लगातार कर रहे कार्रवाई'
उत्तर प्रदेश पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के नोएडा क्षेत्राधिकारी डॉक्टर अनिल कुमार सिंह ने बताया कि मेट्रोलॉजिकल कंडीशन फेवरेबल नहीं होने के चलते एयर क्वालिटी इंडेक्स बढ़ा हुआ है. वहीं सिटी मजिस्ट्रेट और आरटीओ विभाग की तरफ से प्रदूषण फैला रहे वाहनों पर भी लगातार कार्रवाई की जा रही.
उन्होंने बताया कि जहां पर भी खुले में निर्माण सामग्री रखी है. वाटर स्प्रिंक्लिंग नहीं हो रही या तेज हवा के चलते धूल उड़ने की शिकायत मिल रही है, वहां पर लगातार कार्रवाई कर भारी जुर्माना भी लगाया जा रहा है.
'धीमी गति की हवा से बढ़ा प्रदूषण'
दिल्ली एनसीआर की आबोहवा अभी और खराब होगी. एक नए पश्चिम विक्षोभ के विकसित होने के कारण प्रदूषण में फिर से बढ़ोतरी हुई है. चूंकि एक नया पश्चिमी विक्षोभ जल्द ही पश्चिमी हिमालय पर बन रहा है. इसके चलते दिल्ली एनसीआर क्षेत्रों में चल रही मध्यम हवाओं के प्रवाह में कमी आई है, जिसके चलते वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ गया है.