नोएडा: लॉकडाउन के दौरान सभी अपने-अपने घर जाने की कोशिश कर रहे हैं. जबकि सरकार बार-बार जनता से अपील कर रही है कि लॉकडाउन के दौरान सभी लोग जो जहां है वहीं पर रहें. ऐसे में एक दिव्यांग गाजियाबाद से मैनपुरी के लिए पैदल ही निकल पड़ा है.
गाजियाबाद के खोड़ा में रहने वाले चंदन गाजियाबाद में पानी बेचने का काम करता है. दिव्यांग मजदूर ने सरकार की व्यवस्थाओं पर सवाल खड़ा किया है. चंदन ने बताया कि उनको रुकने की जगह तो दी है, लेकिन खाने के लिए जो खाना दिया जा रहा है वह बेहद ही घटिया है. सिर पर तौलिया और मुंह पर मास्क लगाए हुए यह दिव्यांग अपने घर जाने के लिए तपती धूप में निकल पड़ा है.
लॉकडाउन में इनका काम बंद हो चुका है. खाने के लिए खाना नहीं और रहने के लिए छत नहीं है और जेब में पैसे भी नहीं है. सरकार इनको खाना तो मुहैया करा रही है, लेकिन चंदन का आरोप है कि उन्हें ऐसा खाना दिया जा रहा जो कोई जानवर भी ना खाएं. इसलिए वह पैदल ही 260 किलोमीटर का सफर तय करने के लिए निकल चुका है.